संवाद लेखन ncert class 10th hindi imp questions

संवाद लेखन ncert class 10th hindi imp questions

अध्याय 14 संवाद लेखन

संवाद – दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच होने वाले संभाषण को संवाद कहते हैं। संवाद जितना सहज स्वाभाविक तथा सजीव होगा उतना ही अच्छा माना जाएगा व्यक्ति अपने विचारों या भावों को व्यक्त करने के लिए संवाद का सहारा लेते हैं। संवाद जितना जीवन्त सहज तथा रोचक होगा उतना ही प्रभावित करेगा अच्छी बातें सभी सुनना पसन्द करते हैं।

 

(1) कम्प्यूटर का आविष्कार (विद्यार्थी और शिक्षक का संवाद)

विद्यार्थी- सर, आज हमें विज्ञान द्वारा खोजे गए कम्प्यूटर के बारे में बताने की कृपा करें।

शिक्षक- आज का युग वैज्ञानिक युग है। तकनीक के नित नये आविष्कार निरन्तर सामने आ रहे हैं। ‘कम्प्यूटर’ इन्हीं खोजों में से एक हैं।

विद्यार्थी- इतना महत्वपूर्ण कम्प्यूटर है क्या, यह तो बताइए।

शिक्षक- सुनिए, कम्प्यूटर एक यान्त्रिक मस्तिष्क है, जो बहुत ही कम समय में गणना करके तथ्यों को उपस्थित कर देता है।

विद्यार्थी-सर, इसकी खोज कैसे हुई ?

शिक्षक- यह बात 1000 ई. पू की है जब जापान में ऐबेकस नामक यन्त्र तैयार किया गया। इसके माध्यम से गणित के प्रश्नों को हल किया जाता था। फ्रांस के एक प्रतिभाशाली युवक ने सन् 1673 ई. में कम्प्यूटर को बनाकर तैयार किया। इस कम्प्यूटर से छोटे-छोटे पहिए सम्बद्ध थे।

विद्यार्थी- आज तो उसमें पहिए नहीं है। आधुनिक कम्प्यूटर किसने तैयार किया ? शिक्षक- आधुनिक कम्प्यूटर के आविष्कार का श्रेय इंग्लैण्ड के चार्ल्स बैवेज को जाता है। यह बहुत ही कुशल गणितज्ञ थे। उन्होंने यह कार्य 1833 ई. में सम्पन्न किया। विद्यार्थी- धन्यवाद सर आपने हमें नई जानकारी दी।

 

(2) कम्प्यूटर का उपयोग (शिक्षक विद्यार्थी के मध्य संवाद)

विद्यार्थी- गुरुजी, आपने कल कम्प्यूटर के आविष्कार की जानकारी दी थी। ये तो बताइए कि इसका उपयोग क्या है ?

शिक्षक-बेटे, आज कम्प्यूटर हर क्षेत्र में बहुत उपयोगी है। विद्यार्थी- क्या यह उद्योगों और कारखानों में काम आता है ?

शिक्षक- औद्योगिक क्षेत्र में मशीनों तथा कारखानों का संचालन करने के लिए कम्प्यूटर को प्रयोग में लाया जा रहा है। इससे विविध प्रकार के कार्य किये जा रहे हैं।

विद्यार्थी- गुरुजी, सूचनाओं में इसका क्या उपयोग है शिक्षक- सूचना एवं समाचार प्रेषण के संदर्भ में भी कम्प्यूटर महती सेवा प्रदान कर रहा है। ‘कम्प्यूटर

नेटवर्क’ के द्वारा विश्व भर के नगर एक-दूसरे से एक परिवार की भाँति जुड़ गये हैं।

विद्यार्थी- हम देखते हैं कि बैंकों में भी कम्प्यूटर काम कर रहे हैं ?

शिक्षक-बैंकों में हिसाब-किताब रखने के लिए कम्प्यूटर का पर्याप्त मात्रा में प्रयोग हो रहा है। यहीं नहीं, घर के कम्प्यूटरों को बैंकों के कम्प्यूटरों से सम्बद्ध कर दिया जाता है।

विद्यार्थी- क्या कम्प्यूटर अन्तरिक्ष विज्ञान में भी उपयोगी है ? शिक्षक- हाँ, अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में कम्प्यूटर बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है। विभिन्न स्थितियों के चित्र एकत्र करने में यह सफल रहा है।

विद्यार्थी- इसका मतलब है कि कम्प्यूटर जीवन के सभी क्षेत्रों में आवश्यक हो गया है।

शिक्षक- तुम ठीक कह रहे हो। आज जिन्दगी का कोई ऐसा पक्ष नहीं है जहाँ कम्प्यूटर का प्रयोग न हो रहा हो। शिक्षा, चिकित्सा, युद्ध, मौसम, चुनाव आदि सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर आवश्यक हो गया है। विद्यार्थी- धन्यवाद गुरुजी आज आपने हमें कम्प्यूटर के महत्व को बता दिया। अभी तक तो हम इसे खेलने, सिनेमा देखने तथा गाने सुनने का ही साधन मानते थे।

शिक्षक-अब तुम इससे संसार भर का ज्ञान प्राप्त करना प्रारम्भ कर दो। यह भविष्य में और भी उपयोगी होगा।

 

(3) आतंकवाद (कुछ व्यक्तियों का संवाद)

 

रामेश्वर- भाई, आज भारत में कई समस्याएँ है किन्तु आतंकवाद सबसे बड़ी समस्या है। सोमेश्वर- तुम ठीक कह रहे हो, दुष्ट स्वभाव के स्वार्थी तत्व आतंक के द्वारा शान्ति भंग करने के काम करते ही रहते हैं। राकेश- यह आतंकवाद हमारे ही देश में है या सभी देशों में फैला है।

सोमेश्वर- भारत ही नहीं आतंकवादी घटनाओं से संसार के सभी देश परेशान है। अमेरिका, ईरान, ब्रिटेन, इजरायल, अफगानिस्तान आदि देश लगातार इससे जूझ रहे हैं।

रामेश्वर- भारत में भी कश्मीर, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, असम, मणिपुर, नागालैण्ड आदि प्रदेशों में दिल दहलाने वालो आतंकवादी गतिविधियाँ/घटनाएँ होती रहती हैं।

सोमेश्वर- अरे तुम्हें याद नहीं है। इन्दिरा गांधी, राजीव गांधी, श्रीधर वैद्य, दीनदयाल उपाध्याय आदि की हत्या आतंकवादियों ने ही की थी। इन्होंने ही संसद पर हमला किया था। कश्मीर के पंडितों ने आतंकवादियों से डरकर कश्मीर ही छोड़ दिया। वर्ष 2019 में कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के हमले में सी. आर. पी. एफ. के चालीस जवान शहीद हो चुके हैं।

रामेश्वर- यह तो दर्दनाक है किन्तु हमारे जवान भी आतंकवाद का करारा जवाब दे रहे हैं। वर्ष 2019 में 157, वर्ष 2020 में 25 और वर्ष 2021 में 20 से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं।

राकेश- ये आतंकवादी ऐसी भयंकर घटनाएँ करते कैसे हैं ?

सोमेश्वर- आतंकवादी हिंसक कार्यवाही, अपहरण, बम विस्फोट आदि के द्वारा जनता में भय पैदा कर दबाव बनाते हैं और मनमानी करने का प्रयास करते हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान इन्हें संरक्षण देता है। राकेश इस समस्या से छुटकारा किस तरह मिलेगा ?

रामेश्वर- यह विश्वव्यापी समस्या है। उसके विरुद्ध अमेरिका, इंग्लैण्ड, कनाडा आदि देश आवाज उठा रहे हैं। आतंकवाद को संरक्षण देने वाले देशों पर दबाव बनाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ भी इसके विरुद्ध सक्रिय है। विश्वास है कि भविष्य में इन गतिविधियों पर नियन्त्रण हो जाएगा। सोमेश्वर-विकास तथा प्रगति में बाधक आतंकवाद का विरोध हर स्तर पर किया जाना चाहिए, तभी इससे छुटकारा मिल सकेगा।

 

 

(4) इण्टरनेट (भाई तथा बहन का संवाद)

श्याम- आज हमें कक्षा में इण्टरनेट के बारे में बताया गया। वास्तव में इण्टरनेट तो बहुत कमाल की चीज है।

राधा- भैया, हमें भी बताओ कि इण्टरनेट क्या है ?

श्याम राधा बहन, इण्टरनेट पूरे विश्व में फैले कम्प्यूटरों का नेटवर्क है। इस पर कम्प्यूटर के माध्यम से घर, बाहर यहाँ तक कि सारे संसार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। राधा- भैया, यह तो बताओ कि यह काम कैसे करता है ?

श्याम- इण्टरनेट अत्याधुनिक संचार प्रौद्योगिकी है जिसमें अनगिनत कम्प्यूटर एक नेटवर्क से जुड़े होते हैं। इण्टरनेट न कोई सॉफ्टवेयर है, न कोई प्रोग्राम अपितु यह तो एक ऐसा स्थान है जहाँ अनेक सूचनाएँ तथा जानकारियाँ उपकरणों की सहायता से मिलती हैं।

राधा-भैया, इसके लाभ भी तो बताओ, इसके बहुत से लाभ होते होंगे।

श्याम- प्यारी बहिन, इण्टरनेट के द्वारा विभिन्न प्रकार के दस्तावेज, सूची, विज्ञापन, समाचार, सूचनाएँ आदि उपलब्ध होती हैं। ये संसार में कहीं पर भी प्राप्त की जा सकती हैं। पुस्तकों में लिखे विषय, समाचार पत्र, संगीत आदि सभी इण्टरनेट के माध्यम से प्राप्त किये जाते हैं। इसके द्वारा संसार के किसी भी कोने से कहीं पर भी सूचना प्राप्त की जा सकती है और भेजी जा सकती हैं।

राधा- भैया, इतना लाभदायक इण्टरनेट तो कई क्षेत्रों में काम करता होगा ?

श्याम- प्यारी बहिन, इण्टरनेट आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। त्वरित सूचना के इस युग में इण्टरनेट अत्यन्त आवश्यक है। शिक्षा, स्वास्थ्य, यात्रा, पंजीकरण आवेदन आदि सभी कार्यों में इण्टरनेट सहयोगी है। पढ़ने वाली दुर्लभ पुस्तकों की संसार के किसी भी कोने में पढ़ा जा सकता है। स्वास्थ्य सम्बन्धी विस्तृत जानकारियाँ इण्टरनेट पर उपलब्ध होती है। इण्टरनेट के द्वारा संसार के किसी भी विशिष्ट व्यक्ति के विषय में जाना जा सकता है। सभी प्रकार के टिकट घर बैठे इण्टरनेट से लिये जा सकते हैं। दैनिक जीवन की समस्याओं को भी हल करने वाला इण्टरनेट आज के जीवन की अनिवार्यता बन गया है।

राधा- भैया, मैं भी पिताजी से कहूँगी कि मुझे भी इण्टरनेट की शिक्षा दिलाएँ।

श्याम में भी पिताजी को बताऊँगा कि आज की सूचना प्रौद्योगिकी दुनिया में सुविधापूर्वक रहना है तो इण्टरनेट बहुत उपयोगी है। हमें अपने कामों में इण्टरनेट का सहयोग लेना चाहिए। इससे कार्यक्षमता बढ़ेगी, काम ठीक तथा शीघ्र होगा और जीवन सुखद बनेगा।

 

(5) दीपावली (बेटे तथा माँ का संवाद)

अथवा

 किसी त्यौहार का वर्णन

 

बेटा- माँ, दीपावली कब आएगी ?

माँ-बेटे, दीपावली कार्तिक माह में आएगी।

बेटा- यह कितने दिन का त्यौहार होता है?

माँ-बेटा, यह पाँच दिन का त्यौहार होता है।

बेटा- पहले दिन क्या होता है ?

माँ- पहले दिन त्रयोदशी को वैद्यराज धनवंतरि की पूजा होती है।

बेटा-दूसरे दिन क्या करते हैं

माँ-दूसरे दिन चतुर्दशी को छोटी दीपावली मनाते हैं।

बेटा और तीसरे दिन क्या किया जाता है ?

माँ- तीसरे दिन दीपावली होती है। इस दिन सरस्वती जी तथा लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं।

बेटा- दीपावली पर तो मिठाई बाँटी जाती है ?

माँ-हाँ बेटा, दीपावली के दिन पकवान, मिठाई आदि बनते हैं और घर-परिवार में मिठाई बाँटी जाती है। बेटा-चौथे दिन किसकी पूजा की जाती है ?

माँ- चौथे दिन गोवर्धन जी का पूजन होता है और पाँचवें दिन भैया दूज मनाई जाती है।

बेटा माँ, यह त्यौहार तो बहुत अच्छा है। कई पकवान, मिठाई आदि खाने को मिलते हैं।

 

(6) राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त (पिता तथा बेटे का संवाद)

अथवा

स्वतन्त्रता दिवस पर संवाद

बेटा- पिताजी, कल 15 अगस्त है. इस दिन क्या हुआ था ?

पिता-बेटे. इस दिन हमारा देश स्वतन्त्र हुआ था।

बेटा-किससे स्वतन्त्र हुआ था ?

पिता- ब्रिटिश शासन की गुलामी से अंग्रेजी सत्ता की दासता से।

बेटा-तब यह बहुत ही उल्लास का दिन है। उस दिन क्या होगा ?

पिता- इस दिन सारे देश में खुशियाँ मनाई जाती है, झंडा फहराते हैं, देशभक्तों को याद करते हैं।

बेटा- ये आयोजन कब से होते हैं ?

पिता- प्रातः जगते ही प्रभात फेरी लगाते हैं बलिदानियों की याद में नारे लगाते हैं।

बेटा-इसके बाद क्या होता है ?

पिता- इसके बाद विद्यालयों पंचायतघरों, सरकारी कार्यालयों पर झण्डा फहराते हैं।

बेटा- भाषण कौन देते हैं ?

पिता- गुरुजन, नेता तथा महान व्यक्ति झंडारोहण के बाद भाषण देते हैं।

बेटा और क्या क्या होता है ?

पिता- स्कूलों में खेलकूद, कविता पाठ, नाटक, गीत-संगीत के आयोजन होते हैं।

बेटा-इस तरह तो कल का दिन वास्तव में खुशी तथा उल्लास का दिन होगा। मैं भी अपने विद्यालय के आयोजनों में भाग लूँगा।

 

(7) कोरोना वायरस (डॉक्टर तथा नागरिक का संवाद)

नागरिक- डॉक्टर साहब कोरोना वायरस का संक्रमण कैसे हुआ ?

डॉक्टर–कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से प्रारम्भ होकर आने-जाने फैलता चला गया।

नागरिक- इस संक्रमण के लक्षण क्या है ?

डॉक्टर- बुखार, खाँसी, सॉस में तकलीफ आदि इसके लक्षण हैं।

नागरिक-इस संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है ?

डॉक्टर-इस संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोना, मास्क लगाना, लोगों से दूरी बनाना, सेनेटाइजर का प्रयोग करना आदि आवश्यक है।

नागरिक डॉक्टर साहब इसके उपचार के टीके भी आ गए है क्या ?

डॉक्टर अभी तक इसके कोवैक्सीन कोविशील्ड टोके आए हैं। उनका स्पुतनिक टीका भी उपलब्ध है। परिणाम अच्छा रहा है।

नागरिक-तब तो लगता है कोरोना वायरस पर नियन्त्रण कर लिया जाएगा। डॉक्टर आप सही कह रहे हैं। चिकित्सा सेवा के डॉक्टर तथा अन्य सभी कर्मचारी इसको रोकने में लगे हैं। विश्वास है इसे रोक लिया जाएगा।

 

(8) जनसंख्या समस्या (डॉक्टर तथा महिला का संवाद)

महिला डॉक्टर सहाब यह मेरा तीसरा बच्चा है। यह बहुत कमजोर है। डॉक्टर आप लोग बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं। दो से अधिक सन्तान ठीक नहीं है। हिला डॉक्टर साहब, अधिक बच्चे तो भगवान का वरदान हैं। डॉक्टर अधिक बच्चे वरदान नहीं, शाप है। इससे जनसंख्या बढ़ती है।

महिला- जनसंख्या बढ़ने में क्या नुकसान है ?

डॉक्टर जनसंख्या बढ़ने से गरीबों बढ़ती है बीमारी फैलती है तथा समस्याएँ बढ़ती है। महिला- मेरी यह बेटी इसीलिए बीमार रहती है क्या ?

डॉक्टर- जब आपकी सन्तान ज्यादा होंगी, सबको भोजन नहीं मिलेगा तो कमजोर होंगे ही। महिला डॉक्टर साहब कहाँ से खिलाएँ पिलाएँ गरीब आदमी है।

डॉक्टर-इसीलिए तो कहता हूँ कम सन्तान होगी तो स्वस्थ रहेगी।

महिला- इसका उपाय तो बताइए।

डॉक्टर- परिवार नियोजन को आशा बहन से मिल लेना। वे इसका उपाय बता देंगी।

महिला डॉक्टर साहब में आज ही उनके पास जाऊँगी।

डॉक्टर- जनसंख्या समस्या हल होगी तो सभी खुश रहेंगे। महिला डॉक्टर साहब धन्यवाद।

 

 

(9) प्रिय खेल क्रिकेट (दो मित्रों का संवाद)

सोहन- भाई, आज तो क्रिकेट खेलेंगे।

प्रताप- हाँ, भाई, मन तो मेरा भी क्रिकेट खेलने का है पर खेलेंगे कहाँ ?

मोहन- हमारे विद्यालय के मैदान में खेलेंगे।

प्रताप-वहाँ खेलने देंगे ? कोई रोकेगा तो नहीं।

सोहन- मैंने प्रधानाचार्य जी से अनुमति ले ली है।

प्रताप-तो तुम अपने छः साथियों को बुला लो बाकी तो यहाँ के हमारे साथी होंगे।

सोहन- शाम को चार बजे सभी इकडे होकर चलेंगे।

प्रताप- क्रिकेट मेरा प्रिय खेल है।

 

सोहन- मैं भी अपने विद्यालय की क्रिकेट टीम का कप्तान हूँ। मुझे क्रिकेट से बहुत प्रेम है। प्रताप- हमारे विद्यालय की क्रिकेट की टीम भी कम नहीं है। मेरी कप्तानी में शिक्षा निकेतन की  टीम वालों के द्वारा दुनिया में को हरा चुके हैं।

सोहन- शिक्षा निकेतन के कई विद्यार्थी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी हैं।

प्रताप- अच्छा भाई, शाम को चार बजे मैदान पर मिलते हैं।

सोहन-हाँ भाई, आज मजा आ जाएगा।

 

(10) दूरदर्शन (पति-पत्नी का संवाद )

पति- तुम पूरे दिन टी. वी. के सामने ही जमी रहती हो।

पत्नी- तुम ठीक कह रहे हो। टी. वी वास्तव में सबसे सुलभ मनोरंजन है।

पति- केवल मनोरंजन ही नहीं उसमें शिक्षा, धर्म, विज्ञान आदि सभी के कार्यक्रम आते हैं।

पत्नी- हाँ, हमारी बेटी भी इसी से साइंस पढ़ती है।

पति-साइस ही नहीं और सभी विषयों की पढ़ाई भी दूरदर्शन पर आती है।

पत्नी- मुझे तो मनोरंजन के साथ प्रवचन तथा भागवत, रामायण के कार्यक्रम अच्छे लगते

पति- कौन बनेगा करोड़पति भी तो देखती हो। हैं।

पत्नी- हाँ, इसमें नई-नई जानकारी आती है। अमिताभ जी की आवाज सुनकर बड़ा अच्छा लगता है।

पति- दूरदर्शन के बहुत लाभ हैं। पर इससे कुछ हानि भी होती हैं।

पत्नी- इससे हानि क्या होती है ?

पति- अगर टी. वी. सारे दिन चलता रहेगा तो बच्चों का पढ़ने में मन कैसे लगेगा 2

पत्नी- हाँ, यह तो ठीक कह रहे हैं।

पति- यह ही नहीं, लगातार देखने से स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है, आँखा पर असर पड़ता है।

पत्नी- लगता है तभी मेरी नजर कमजोर हो गई है।

पति- इसलिए कम समय ही टी वी देखना लाभदायक है।

 

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