(III) प्रश्न-निर्माणम्
स्थूलपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
( मोटे शब्दों के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए-)
१. शकटीयानम् कज्जलमलिनं धूमं मुञ्चति।
(गाड़ी काजल के समान काला धुआँ छोड़ती है।)
प्रश्ननिर्माणम्-शकटीयानम् कीदृशं धूमं मुञ्चति ?
(गाड़ी कैसा धुआँ छोड़ती है ?)
२. उद्याने पक्षिणां कलरवं चेतः प्रसादयति।
( उद्यान में पक्षियों का कलरव मन को प्रसन्न करता है।)
प्रश्ननिर्माणम्-उद्याने केषाम् कलरवं चेत: प्रसादयति?
(उद्यान में किनका कलरव मन को प्रसन्न करता है ?)
३. महानगरेषु वाहनानाम् अनन्ताः पङ्क्तयः धावन्ति।
(महानगरों में वाहनों की अनन्त पंक्तियाँ दौड़ती हैं।)
प्रश्ननिर्माणम्-केषु वाहनानाम् अनन्ताः पङ्क्तयः धावन्ति ?
(किनमें वाहनों की अनन्त पंक्तियाँ दौड़ती हैं।)
४. तत्र राजसिंहो नाम राजपुत्र: वसति स्म।
(वहाँ राजसिंह नामक राजपुत्र रहता था।)
प्रश्ननिर्माणम्-तत्र को नाम राजपुत्रः वसति स्म ?
(वहाँ कौन नामक राजपुत्र रहता था ?)
५. बुद्धिमती चपेटया पुत्रौ प्रहृतवती।
ने(बुद्धिमती ने थप्पड़ से दोनों पुत्रों को मारा ?)
प्रश्ननिर्माणम्-बुद्धिमती कया पुत्रौ प्रहतवती ?
(बुद्धिमती ने किससे दोनों पुत्रों को मारा।)
६. त्वं मानुषात् बिभेषि।
(तुम मनुष्य से डरते हो।)
प्रश्ननिर्माणम्-त्वं कस्मात् विभेषि?
(तुम किससे डरते हो ?)
७. अरयः व्यायामिनं न अर्दयन्ति।
(शत्रुगण व्यायाम करने वाले को नहीं कुचल पाते हैं।)
प्रश्ननिर्माणम्-के व्यायामिनं न अर्दयन्ति ?
(कौन व्यायाम करने वाले को नहीं कुचल पाते हैं ?)
८. आत्महितैषिभिः सर्वदा व्यायामः कर्तव्यः।
(अपना कल्याण चाहने वालों के द्वारा सदा व्यायाम करना चाहिए।)
प्रश्ननिर्माणम्-कैः सर्वदा व्यायामः कर्तव्यः ?
(किनके द्वारा सदा व्यायाम करना चाहिए ?)
९. व्यायाम कुर्वत: विरुद्धं भोजनम् अपि परिपच्यते।
(व्यायाम करने वाले को खराब भोजन भी पच जाता है।)
प्रश्ननिर्माणम्-व्यायाम कुर्वतः कीदृशम् भोजनम् अपि परिपच्यते।
(व्यायाम करने वाले का कैसा भोजन भी पच जाता है ?)
१०. सुराधिपः ताम् अपृच्छत्।
(इन्द्र ने उससे पूछा ?)
प्रश्ननिर्माणम्-कः ताम् अपृच्छत् ?
(किसने उससे पूछा ?)
११. अयम् अन्येभ्यो दुर्बलः।
( यह दूसरों से कमजोर है।)
प्रश्ननिर्माणम्-अयम् केभ्यो दुर्बलः ?
(यह किनसे कमजोर है ?)
१२. धेनूनाम् माता सुरभिः आसीत्।
(गायों की माता सुरभि थी ?)
प्रश्ननिर्माणम्-कासाम् माता सुरभिः आसीत् ?
(किनकी माता सुरभि थी?)
१३. गजः वन्यपशून् तुदन्तं शुण्डेन पोथयित्वा मारयति।
(हाथी वन्य पशुओं को तंग किया जाता हुआ (मैं) सूंड से पटककर मारता है।)
प्रश्ननिर्माणम्-गज: वन्यपशून तुदन्तं केन पोथयित्वा मारयति ?
( (हाथी वन्य पशुओं को तंग किया जाता हुआ (मैं) किससे पटक कर मारता है ?)
१४. वानर : आत्मानं वनराजपदाय योग्य : मन्यते।
(बन्दर अपने को वनराज पद के लिए योग्य मानता है।)
प्रश्ननिर्माणम्-वानरः आत्मानं कस्मै योग्य: मन्यते ?
(बन्दर अपने को किसके योग्य मानता है?)
१५. मयूरस्य नृत्यं प्रकृतेः आराधना।
(मोर का नृत्य प्रकृति की आराधना है।)
प्रश्ननिर्माणम्-मयूरस्य नृत्य कस्याः आराधना ?
(मोर का नृत्य किसकी आराधना है ?)
१६. करुणापरो गृही तस्मै आश्रयं प्रायच्छत् ।
(दयालु गृहस्थ ने उसे सहारा दिया।)
प्रश्ननिर्माणम्-करुणापरो गृही कस्मै आश्रयं प्रायच्छत् ?
ने
(दयालु गृहस्थ ने किसको सहारा दिया ?)
१७. चौरस्य पादध्वनिना अतिथि: प्रबुद्धः।
(चोर के पैरों की आवाज से अतिथि जागा।)
प्रश्ननिर्माणम्-कस्य पादध्वनिना अतिथिः प्रबुद्धः?
(किसके पैरों की आवाज से अतिथि जागा?)
१८. न्यायाधीश: बंकिमचन्द्रः आसीत्।
(न्यायाधीश बंकिमचन्द्र था।)
प्रश्ननिर्माणम्-न्यायाधीशः कः आसीत् ?
(न्यायाधीश कौन था?)
१९. उभौ शवं चत्वरे स्थापितवन्तौ।
(दोनों ने शव को चौराहे पर रख दिया।)
प्रश्ननिर्माणम्-उभौ शवं कुत्र स्थापितवन्तौ ?
(दोनों ने शव को कहाँ रख दिया?)
२०. जनकन सुताय शैशवे विद्याधनं दीयते।
(पिता के द्वारा पुत्र को बचपन में विद्याधन दिया जाता है।)
प्रश्ननिर्माण-जनकेन कस्मै शैशवे विद्याधनं दीयते ?
(पिता के द्वारा किसको बचपन में विद्याधन दिया जाता है ?)
२१. तत्त्वार्थस्य निर्णयः विवेकेन कतु शक्यः।
(वास्तविक अर्थ का निर्णय विवेक के द्वारा कर सकते हैं।)
प्रश्ननिर्माण-कस्य निर्णयः विवेकन कर्तुं शक्यः ?
(किसका निर्णय विवेक के द्वारा कर सकते हैं ?)
२२. धैर्यवान् लोके परिभवं न प्राप्नोति।
(धैर्यवान् संसार में तिरस्कार नहीं पाता है।)
प्रश्ननिर्माण-धैर्यवान् कुत्र परिभवं न प्राप्नोति ?
(धैर्यवान् कहाँ तिरस्कार नहीं पाता है ?)
२३. विवशा: प्राणिनः आकाशे पिपीलिकाः इव निहन्यन्ते।
(विवश प्राणी आकाश में पिपीलिका के समान मारे जाते हैं।)
प्रश्ननिर्माण-विवश प्राणी कुत्र पिपीलिका: इव निहन्यन्ते ?
(विवश प्राणी कहाँ पिपीलिका के समान मारे जाते हैं ?)
२४. एतादृशी भयावहघटना गढ़वाल क्षेत्रे घटिता।
(ऐसी भयावह घटना गढ़वाल क्षेत्र में घटित हुई।)
प्रश्ननिर्माण-कीदृशी भयावहघटना गढवालक्षेत्रे घटिता ?
(कैसी भयावह घटना गढ़वाल क्षेत्र में घटित हुई ?)
२५. तदिदानीम् भूकम्पकारणं विचारणीयं तिष्ठति।
(इसलिए अब भूकम्प का कारण विचार करने योग्य है।)
उत्तर-तदिदानीम् किम् विचारणीयं तिष्ठति ?
(इसलिए अब क्या विचार करने योग्य है ?)
२६. प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्य: राजानः प्रतिप्रियमिच्छन्ति।
(सुखी प्रजाजनों से राजा बदले में कुछ उपहार चाहते हैं।)
प्रश्ननिर्माणम्-प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः के प्रतिप्रियमिच्छन्ति ?
(सुखी प्रजाजनों से कौन बदले में कुछ उपहार चाहते हैं ?)
२७. तृणानाम् अग्निना सह विरोधो भवति।
(तिनकों का अग्नि के साथ विरोध होता है।)
प्रश्ननिर्माणम्-केषाम् अग्निना
(किनका अग्नि के साथ विरोध होता है ?)
२८. भृङ्गाः रसालमुकुलानि समाश्रयन्ते।
(भंवरे आम की मञ्जरियों का आश्रय लेते हैं।)
प्रश्ननिर्माण-भृङ्गाः कानि समाश्रयन्ते ?
( भंवरे किनका आश्रय लेते हैं ?)
२९. पतङ्गाः अम्बरपथम् आपेदिरे।
(पक्षी आकाश मार्ग में पहुंच गए हैं।)
प्रश्ननिर्माण-के अम्बरपथम् आपेदिरे ?
(कौन आकाश मार्ग में पहुंच गए हैं ?)
विरोधो भवति?
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