अध्याय 7 परियोजना कार्य के लिए सुझाव * [Suggestions for Project Work]
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय प्रश्न
1. अनुसंधान का उद्देश्य है
(A) नए सत्य की खोज,
(B) सत्यों का प्रतिपादन,
(C) सिद्धान्तों का प्रतिपादन,
(D) उपर्युक्त सभी।
2. अनुसंधान में चिन्तन प्रक्रिया होती है
(A) वैज्ञानिक अध्ययन,
(B) विकेन्द्रीय चिन्तन,
(C) परावर्तिन चिन्तन,
(D) ये सभी।
3. शोध अध्ययनों का लक्ष्य होता है
(A) मूल प्रश्न का उत्तर ज्ञात करना,
(B) समस्या का सुधार करना,
(C) विकास तथा सुधार करना,
(D) ये सभी।
4. शोध समस्या के लिए आवश्यक है
(A) स्त्रोतों की,
(B) पहचान करने की,
(C) परिभाषीकरण,
(D) ये सभी।
5. सर्वेक्षण पद्धति का उपयोग होता है
(A) बड़ी संख्या पर,
(B) छोटी संख्या पर,
(C) दो या तीन लोगों पर,
(D) ये सभी ।
उत्तर – 1. (D) 2. (D), 3. (D), 4. (D), 5. (A).
रिक्त स्थान पूर्ति
1. अनुसंधान से नवीन………………….. की खोज की जाती है।
2. अनुसंधान से…………………………. प्रश्नों का उत्तर दिया जाता है।
3. शोधकर्ता का पहला कार्य है समस्या का……………………|
4. सर्वेक्षण की शुरुआत……………………….. शताब्दी में हुई।
5. सर्वेक्षण प्रणाली से एक बड़े………………. पर कार्य किया जा सकता है।
उत्तर – 1. तथ्यों, 2. मौलिक, 3. चुनाव, 4. 18वीं, 5. न्यादर्श
सत्य/असत्य
1. शोध तथा विधि विज्ञान में अन्तर होता है।
2. सर्वेक्षण विधि में प्रश्नावली, प्रेक्षण तथा साक्षात्कार का उपयोग किया जा सकता है।
3. सर्वेक्षण वर्णनात्मक तथा विश्लेषणात्मक होता है।
4. अनुसंधान से ज्ञान की वृद्धि नहीं होती है।
5. डाक द्वारा भेजी गई सूची प्रश्नावली कहलाती है।
उत्तर – 1. सत्य, 2. सत्य, 3. सत्य, 4. असत्य, 5. सत्य।
जोड़ी मिलाइए
‘क’
1. सर्वेक्षण
2. प्रश्नावली
3. साक्षात्कार
4. प्रेक्षण
5. अनुसंधान
6. छोटी शोध परियोजना
‘ख’
(i) बारीकी अध्ययन
(ii) खोज करना
(iii) लघु शोध
(iv) लचीली पद्धति
(v) बड़े समुदाय पर लागू
(vi) अनुसंधान पद्धति
उत्तर – 1. (vi), 2. → (v), 3. → (iv), 4. (i), 5. (ii), 6. → (iii).
एक शब्द/वाक्य उत्तर
1. अनुसंधान की प्रक्रिया से क्या होता है?
2. अनुसंधान की प्रक्रिया कैसी होती है?
3. शिक्षा क्या है?
4. शोध से क्या लाभ है ?
उत्तर- 1. ज्ञान की वृद्धि एवं विकास, 2. वैज्ञानिक, सुनियोजित तथा वस्तुनिष्ठ, 3. एक विकास की प्रक्रिया, 4. शोध से मानवीय ज्ञान का संचय, प्रसार तथा वृद्धि होती है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. सामाजिक शोध किसे कहते हैं ?
उत्तर- एक साथ रहने वाले लोगों के जीवन में क्रियाशील अन्तर्निहित प्रक्रियाओं का अनुसंधान ही सामाजिक शोध है।
प्रश्न 2. परियोजना कार्य के लिए किस विधि का अनुसरण किया जाता है ?
उत्तर- परियोजना कार्य के लिए सामाजिक सर्वेक्षण विधि का अनुसरण किया जाता है।
प्रश्न 3. परियोजना कार्य किसे कहते हैं ?
उत्तर- परियोजना का अभिप्राय योजना की कार्यप्रणाली से व्यक्ति को व्यवहारिक व रचनात्मक ज्ञान और अनुभव प्राप्त होता है। प्रश्न 4. परियोजना कार्य की एक परिभाषा लिखिए। उत्तर- परियोजना इच्छानुसार ऐसा कार्य है जिसमें रचनात्मक प्रयास के माध्यम से सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए जाते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. योजना विधि से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- योजना विधि में छात्रों के जीवन से सम्बन्धित समस्याओं को वास्तविक रूप से प्रस्तुत किया जाता है। छात्र समस्या की अनुभूति करते हैं। समस्या समाधान की योजना तैयार की जाती है। इसके लिए अनेक सूचनाओं को एकत्रित करते हैं। शिक्षक केवल निर्देशक का कार्य करता है। छात्र स्वयं विषय-वस्तु सामग्री का अध्ययन करके समस्या का समाधान करते हैं।।
प्रश्न 2. परियोजना विधि का क्या महत्त्व है ?
उत्तर-(1) विद्यालय का वातावरण रोचक बनाने हेतु।
(2) शिक्षार्थी सीखे हुए ज्ञान का दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं।
(3) शिक्षार्थी को सक्रिय रखने तथा विद्यालय के कार्यों में रुचि लेने हेतु।
(4) बालक की रुचियों, प्रवृत्तियों तथा आवश्यकताओं में सामंजस्य बिठाने हेतु।
प्रश्न 3. परियोजना विधि के चार उद्देश्य बताइए।
उत्तर-(1) विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान देना।
(2) विद्यार्थियों को सामाजिक समस्याओं से परिचित कराना।
(3) समाज के सदस्यों का विधिवत परिचय कराना।
(4) विद्यार्थियों का गुणात्मक विकास करना।
दीर्घ उत्तरीय/विश्लेषणात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. परियोजना कार्य के कितने स्तर हैं ? उनका विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर – परियोजना कार्य की सम्पूर्ण प्रक्रिया चार चरणों से होकर गुजरती है जोकि निम्नलिखित हैं
(1) परियोजना कार्य का आयोजन,
(2) तथ्यों का संकलन,
(3) तथ्यों का विश्लेषण व निर्वचन,
(4) तथ्यों का प्रदर्शन।
(1) परियोजना कार्य का आयोजन परियोजना कार्य के आयोजन के निम्न चरण होते हैं
(i) समस्या का चुनाव- परियोजना कार्य हेतु समस्या का चुनाव किया जाता है। समस्या का चुनाव करते समय अध्ययनकर्ता की रुचि महत्त्वपूर्ण होती है। उसे अपनी रुचि के अनुसार समस्या का चयन साधनों को ध्यान में रखकर करना चाहिए।
(ii) लक्ष्य का उद्देश्य-समस्या चुनाव के पश्चात् लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। परियोजना में प्रयोग होने वाली पद्धतियों के बारे में सोचना चाहिए।
(iii) सर्वेक्षण का संगठन- संगठन के लिए एक सर्वेक्षण समिति तैयार करनी चाहिए। जिसमें निर्देशक, प्रमुख सर्वेक्षक आते हैं।
(iv) अध्ययन क्षेत्र को सीमित करना-अध्ययनकर्त्ता को अपने अध्ययन क्षेत्र का आकार निश्चित करना होता है जिससे समय व धन की बचत होती है।
(v) प्रारम्भिक तैयारियाँ करनी चाहिए, जैसे विषय का ज्ञान, विशेषज्ञों से मिलना, आने वाली परेशानियों का अनुमान लगाना।
(vi) न्यादर्श का चुनाव- अध्ययन करने वाली इकाइयों का चुनाव करना चाहिए। (vii) बजट बनाना।
(viii) समय सूची का बनाना।
(2) तथ्यों का संकलन तथ्यों का संकलन कार्य क्षेत्र में होता है। इसमें लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क स्थापित कर तथ्य इकट्ठे किए जाते हैं।
(3) तथ्यों का विश्लेषण तथा निर्वचन-तथ्यों को एकत्रित करने के बाद तथ्यों का वर्गीकरण तथा सारणीयन किया जाता है। तथ्यों को समानता व भिन्नता के आधार पर अलग-अलग समूहों में वर्गीकृत करके तालिका बनायी जाती है।
(4) तथ्यों का प्रदर्शन-तथ्यों का प्रदर्शन दो प्रकार से किया जा सकता है (i) चित्रमय प्रदर्शन- चित्रों की मदद से कम समय में मुख्य बातों को दिखाया जाता है।
(ii) रिपोर्ट का निर्माण तथा प्रकाशन- सम्पूर्ण अध्ययन प्रक्रिया के पूरा होने के बाद परियोजना कार्य का अन्तिम चरण रिपोर्ट तैयार करना तथा उसे प्रकाशित करना है। इन सभी स्तरों से गुजर कर किसी परियोजना कार्य की सम्पूर्ण प्रक्रिया सम्पन्न होती है।
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