pariksha adhyayan class 11th इतिहास – HISTORY अध्याय 17 राष्ट्रवाद MP BOARD SOLUTION

अध्याय 17
राष्ट्रवाद

अध्याय 17 राष्ट्रवाद
अध्याय 17
राष्ट्रवाद

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. निम्नांकित में राष्ट्रवाद की भावना को प्रोत्साहित करने वाला कारक है-
(I)सामान्य धर्म एवं मातृभूमि (ii) वश क्रो समानता
(iii) सामान्य भाषा (iv) उक्त सभी कारक।

2. निम्नांकित में राष्ट्रवाद को प्रेरणा देने वाला तत्व नहीं है-
(i) भू-क्षेत्र (ii) संयुक्त विश्वास
(iii) साम्प्रदायिकता (iv) इतिहास।

3. “राष्ट्रवाद में आधुनिक भावुक विचारों तथा प्राचीन दो बातों-राष्ट्रीयता एवं देशभक्ति का मिश्रण है।” यह परिभाषा है-
(i)हेज की (ii) बर्गेस की
(iii) होजर की (iv) ग्रोस की।

4. राष्ट्रवाद के मार्ग की प्रमुख बाधा है-
(i) सम्प्रदायवाद (ii) निरक्षरता
(iii) व्यक्तिगत स्वार्थ (iv) उक्त सभी।

5. राष्ट्रवाद का प्रमुख गुण है-
(i) देशभक्ति का प्रेरक
(ii) त्याग एवं बलिदान की शिक्षा
(iii) साहित्य एवं संस्कृति का पोषक
(iv) उक्त सभी।

उत्तर-1. (iv), 2. (ii), 3. (i), 4. (iv), 5. (iv).

रिक्त स्थान पूर्ति

1. राष्ट्रवाद…….को बढ़ावा देता है।
2. राष्ट्रवाद की भावना…….को जन्म देती है।
3. ……. राष्ट्रवाद पूँजीवाद के खिलाफ एक प्रतिक्रिया के रूप में उत्पन्न हुआ।
4. उदारवादी राष्ट्रवाद………का विरोधी है।
5. 19र्वी एवं 20वीं शताब्दी में राष्ट्रवाद ने छोटी-छोटी रियासतों के ………..से बड़े एवं शक्तिशाली राष्ट्र-राज्यों की स्थापना का मार्ग दिखाया।

उत्तर-1. देशभक्ति, 2. युद्धों, 3. मार्क्सवादी,
4. उपनिवेशवाद, 5. एकीकरण ।

एक शब्द/वाक्य

1. ‘नेशन’ शब्द किस भाषा से लिया गया है?
उत्तर-हिब्रू।

2. ‘नेशन’ शब्द किन दो शब्दों से मिलकर बना है?
उत्तर-नेशिया एवं नेट्स।

3. ‘नेशियो’ शब्द का क्या अभिप्राय है?
उत्तर-जन्म अथवा नस्ल।

4. ‘नेट्स’ शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर-पैदा हुआ।

5. एक राज्य में एक ही संस्कृति के लोग निवास करेंगे किस सिद्धान्त का अर्थ है ?
उत्तर-‘एक संस्कृति एक राज्य’।

सत्य/असत्य

1. भू-क्षेत्र को लोग मातृभूमि, पितृभूमि अथवा पवित्र भूमि का भी नाम देते हैं।
2. राष्ट्रवाद की धारणा के सिर्फ लाभ ही हैं तथा इसकी कोई हानि नहीं है।
3. समाज के अन्य समुदायों से अलग राष्ट्र एक काल्पनिक समुदाय होता है।
4. राष्ट्रवाद देशद्रोह की भावना का विकास करता है।
5. स्वतन्त्रता से पूर्व भारत में पहले मुस्लिम उपराष्ट्रवाद था।

उत्तर-1.सत्य, 2. असत्य, 3.सत्य,4.असत्य,5. सत्य।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. राष्ट्रवाद ने लोगों को कैसे संगठित करते हुए विभाजित भी किया है ?
उत्तर-राष्ट्रवाद ने उत्कृष्ट निष्ठाओं के साथ-साथ गहन विद्वेषों को प्रोत्साहित किया, जिससे लोग जहाँ एकत्र हुए, वहीं विभाजित भी हुए।

प्रश्न 2. साम्राज्यों के पतन के लिए राष्ट्रवाद उत्तरदायी रहा है। उदाहरण दीजिए।
उत्तर-20वीं शताब्दी के प्रारम्भ में यूरोप में ऑस्ट्रियाई-हंगेरियाई तथा रूसी साम्राज्यों के पतन और उनके साथ एशिया एवं अफ्रीका में फ्रांसीसी, ब्रिटिश, डच तथा पुर्तगाली साम्राज्यों के विभाजन में राष्ट्रवाद ही था।

प्रश्न 3. राष्ट्रवाद के विकास में संयुक्त विश्वास’ किस प्रकार सहायक है ?
उत्तर-राष्ट्र का निर्माण विश्वास द्वारा होता है। यह न तो ऐसा भवन है जिसे हम स्पर्श कर सकें और न ही राष्ट्र ऐसी वस्तु है जिनका लोगों के विश्वास से अलग स्वतन्त्र अस्तित्व
हो। राष्ट्र की तुलना एक टीम से भी की जा सकती है।

प्रश्न 4. “भूमण्डलीय के दौर में आज भी राष्ट्रीय आकांक्षाएँ सिर उठाती रहती हैं।” इस समस्या का समाधान किस प्रकार सम्भव है?
उत्तर-एक ओर जहाँ भूमण्डलीकरण का दौर चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ राष्ट्रीय आकांक्षाएँ सिर उठाती रहती हैं। ऐसी माँगों से निपटने का एकमात्र तरीका लोकतान्त्रिक है। इनका समाधान करने के लिए सम्बन्धित देश को विभिन्न वर्गों के साथ उदारता एवं दक्षता का परिचय देना चाहिए।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.उदारवादी राष्ट्रवाद की चार विशेषताएं लिखिए।
उत्तर-उदारवादी राष्ट्रवाद की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार हैं-
(1) उदारवादी राष्ट्रवाद की प्रथम प्रमुख विशेषताएँ यह हैं कि ये उपनिवेशवाद का विरोधी है।
(2) उदारवादी राष्ट्रवाद का यह लक्षण भी है कि ये हिंसा में विश्वास नहीं रखता है।
(3) उदारवादी राष्ट्रवाद की स्पष्ट मान्यता है कि प्रत्येक राष्ट्र का अपना अलग व्यक्तित्व होता है।
(4) एक उदारवादी राष्ट्र का नागरिक दूसरे राष्ट्रवादी राज्य के नागरिक से आपसी प्रेम एवं स्नेह करता है।

प्रश्न 2. मार्क्सवादी राष्ट्रवाद के चार लक्षण लिखिए।
उत्तर-मार्क्सवादी राष्ट्रवाद के प्रमुख लक्षण निम्न प्रकार हैं-
(1) मार्क्सवादी राष्ट्रवाद में श्रमिकों का प्रभुत्व होता है तथा ये अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिकों की क्रान्ति का समर्थक है।
(2) मार्क्सवादी राष्ट्रवाद का दूसरा प्रमुख लक्षण यह है कि ये धर्म तथा नैतिकता इत्यादि को महत्व नहीं देता है।
(3) मार्क्सवादी राष्ट्रवाद आदर्श की अपेक्षाकृत वास्तविकता पर विशेष जोर देता है।
(4) मार्क्सवादी राष्ट्रवाद राष्ट्र के आत्मनिर्णय के सिद्धान्त का समर्थन करता है।

प्रश्न 3. सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद की किन्हीं चार विशेषताओं को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर-सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद की प्रमुख विशेषताओं को संक्षेप में निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-
(1) सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद व्यक्ति को साधन तथा राज्य को साध्य मानता है।
(2) सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद की स्पष्ट धारणा है कि शक्तिशाली व्यक्ति को कमजोर अथवा दुर्बल व्यक्ति पर शासन करने का अधिकार है।
(३) सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद साम्राज्यवाद तथा उपनिवेशवाद का समर्थन करता है।
(4) सर्वसत्तावादी राष्ट्रवाद राष्ट्र को ही सब कुछ मानते हुए राष्ट्रहित को मानव से ऊँचा बतलाता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. राष्ट्रवाद के गुणों तथा अवगुणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर- राष्ट्रवाद के गुण एवं अवगुण
राष्ट्रवाद में निम्न गुण विद्यमान हैं-
(1) देशभक्ति का प्रेरक-राष्ट्रवाद का सर्वाधिक महत्वपूर्ण गुण यह है कि ये लोगों में देशभक्ति की भावना का विकास करके उन्हें बड़े से बड़ा बलिदान देने के लिए तैयार करता है।
(2) त्याग एवं बलिदान की शिक्षा-राष्ट्रवाद लोगों को कठिन से कठिन कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए उनमें त्याग एवं बलिदान की भावनाओं का विकास करता है।
(3) स्वतन्त्रता की चेतना जाग्रत करना-राष्ट्रवाद लोगों में स्वतन्त्रता की चेतना भी जाग्रत करता है। उल्लेखनीय है कि एशियाई एवं अफ्रीकी देशों ने राष्ट्रवाद की भावना के वशीभूत होकर ही स्वतन्त्रता की लड़ाई लड़ी तथा साम्राज्यवादी देशों की दासता की बेड़ियों को काट डाला।
(4) साहित्य एवं संस्कृति का विकास-यह राष्ट्रवाद का ही गुण है जिसके द्वारा साहित्य एवं संस्कृति विकसित होती है। जर्मन साहित्य का विकास राष्ट्रीय भावनाओं की वजह से ही हो पाया था।
राष्ट्रवाद में उक्त गुण होने के बावजूद कुछ दोष अथवा अवगुण भी हैं जिन्हें संक्षेप में निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-
(1) विश्व शान्ति हेतु खतरा-एक राष्ट्र तथा एक राज्य का सिद्धान्त अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति के लिए हानिकारक (नुकसानदायक) होता है। यदि इस सिद्धान्त को स्वीकार कर लिया जाए, तो विश्व सरकार की स्थापना नहीं की जा सकती है।
(2) युद्धों को प्रोत्साहन-राष्ट्रवाद से युद्धों को प्रोत्साहन मिलता है। सर्वविदित तथ्य है कि इसकी वजह से ही दूसरा विश्वयुद्ध हुआ था।
(3) अन्य राष्ट्रों के प्रति घृणा-राष्ट्रवाद अपने राष्ट्र को अन्यों की अपेक्षाकृत अधिक श्रेष्ठ मानता है जिसके फलस्वरूप इससे अन्य राष्ट्रों के प्रति घृणा की भावना पैदा होती है।
(4) साम्राज्यवाद को बढ़ावा-राष्ट्रवाद का एक अवगुण यह भी है कि इससे साम्राज्यवाद को बढ़ावा मिलता है क्योंकि राष्ट्रवाद शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों को अन्य कमजोर राष्ट्रों पर आधिपत्य जमाने हेतु प्रेरित करता रहता है।

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