CLASS 9TH HINDI MP BOARD NCERT अध्याय 10 ब्रिज कोर्स Pariksha Adhyayan Hindi 9th
अध्याय 10
ब्रिज कोर्स
(महत्त्वपूर्ण परीक्षोपयोगी पाठ्य सामग्री
1. महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. आज सुबह उठकर आपने क्या क्या किया ? उसके बारे में लिखें।
उत्तर-माज में प्रात: काल पाँच बजे जग गया। जगने के बाद मैं शौच आदि से निवृत्त होकर स्नान किया। तब तक माताजी-पिताजी जाग गए थे। उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मैं पढ़ने वैट गया। आज मैंने हिन्दी की पाठ्य पुस्तक की कविताओं की व्याख्याएँ तैयार की। तब तक स्वल्पाहार का समय
हो गया। इसके बाद तैयार होकर मैं विद्यालय चला गया।
प्रश्न 2. वृद्ध मछली ने जलचरों को सूर्य के ब्याह के बारे में क्या कहकर सावधान किया?
उत्तर-सूर्य के विवाह की तैयारी हो रही थी। पक्षी, लताएँ आदि विवाह की विभिन्न तैयारियों कर रहे थे। सभी जीव-जंतुओं में खुशी की लहर फैली थी। सभी प्रसन्न हो रहे थे, तभी एक बूढ़ी मछली आई। सभी जलचरों को सावधान करते हुए वह बोली कि तुम सूर्य के विवाह को खुशी में फूले फिर रहे हो। किन्तु तुम्हें
यह भी सोचना चाहिए कि यदि सूर्य का विवाह होगा तो उसके दस-पाँच पुत्र भी पैदा होंगे। हम सभी एक सूर्य के कारण ही कौन-सी कम परेशानियाँ झेल रहे हैं। जब दस-पाँच होंगे तो हमारो क्या दशा होगी। इसलिए सूर्य को कुवाँरा ही रहने दो।
प्रश्न 3. अपने दैनिक जीवन में आने वाले निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखें-
(i) जुगत लगाना, (ii) मेहमाननवाजी करना, (iii) पापड़ बेलना।
उत्तर-मुहावरे
अर्थ
(i) जुगत लगाना युक्ति खोज लेना
(ii) मेहमाननवाजी करना आतिथ्य/स्वागत-सत्कार करना
(ii) पापड़ बेलना
प्रश्न 4. मेहमानों को जलपान में क्या-क्या परोसा ? पति-पत्नी क्या परोसना भूल गए?
उत्तर-एक पति-पत्नी वाले परिवार में अतिथि आए तो बहुत खुश हुए। उन्होंने उनके लिए विभिन्न पकवान बनाए। थाली में भुजिया, वरफी, लड्डू, खीर-पूड़ी आदि परोसी गई। मेहमानों को भोजन करने बैठा दिया। जो पकवान तैयार किए थे उनमें से पापड़ परोसना पति-पत्नी भूल गए।
प्रश्न 5. अंतरिक्ष यात्री कौन होते हैं ?
उत्तर-अंतरिक्ष यात्री वैज्ञानिक होते हैं, जो हर काम में पारंगत होते हैं। वे मात्र वैज्ञानिक ही नहीं अपितु अंतरिक्ष यान के तकनीकी पहलुओं की जानकारी भी रखते हैं। उन्हें अंतरिक्ष यान को चलाने का भी ज्ञान होता है।
प्रश्न 6. भारत के अंतरिक्ष केन्द्र का नाम क्या है ?
उत्तर-भारत के अंतरिक्ष केन्द्र का नाम ‘इसरो’ है।
प्रश्न 7. आपने जो यात्रा की हो उसका विवरण अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर-मैंने पचमढ़ी की यात्रा की है। मैंने रेल से यात्रा की और पिपरिया पहुँच गया। पिपरिया से बस द्वारा पचमढ़ी के लिए गए मार्ग के दृश्य बड़े सुहावने थे। पचमढ़ी की प्राकृतिक छटा बहुत अनौखी है। हमने मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची चोटी राजेन्द्र गिरि, जंगली पहाड़ी से घिरे पब्लिक गार्डन तथा चौरागढ़ की यात्रा की।
वहाँ के झरने एवं कुण्डों ने हमें बहुत प्रभावित किया। रजत प्रपात, जलावरण, अप्सरा विहार, वनश्री विहार, सुन्दरकाण्ड, जमुना कुण्ड, वात्सल्य संगम आदि की शृंखला मनमोहक है।
प्रश्न 8. ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन दौड़ के आयोजन का क्या उद्देश्य था ।
उत्तर-‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन दौड़ का उद्देश्य समाज और सेना के बीच सामंजस्य स्थापित करना था। सभी ने मिलकर इसके लिए प्रण किया।
प्रश्न 9. सुन्दरता, प्रणेता, दुश्मनों, जीत, असफल, अच्छा में से
शब्द चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति करें।
(1) दुष्ट व्यक्तियों के साथ-साथ आदर्श ……….” भी होते हैं।
(ii) ……….” के साथ मित्र भी होते हैं।
(iii) हर विरुपता के साथ ………” भी होती है।
(iv) धोखे से सफलता पाने से ……….” होना सम्माननीय है।
(v) हार के साथ ………” की खुशियाँ मनाना।
(vi) बुरा है कौन और ……….. है कौन ?
उत्तर-(i) दुष्ट व्यक्तियों के साथ-साथ आदर्श प्रणेता भी होते हैं।
(ii) दुश्मनों के साथ मित्र भी होते हैं।
(iii) हर विरूपता के साथ सुन्दरता भी होती है।
(iv) धोखे से सफलता पाने से असफल होना सम्माननीय है।
(v) हार के साथ जीत की खुशियाँ मनाना।
(vi) बुरा है कौन और अच्छा है कौन ?
प्रश्न 10. निम्नलिखित ‘अ’ तथा ‘ब’ सूचियों से शब्द चुनकर युग्म बनाएँ-
सूची ‘अ’-चुप, लंबा, ठीक, दुखः, आचार, आस, उछल, तन, खेती, जैसे।
सूची ‘ब’-चाप, ठाक, चौड़ा, पास, कूद, बदन, वाड़ी, तैसे, सुख, विचार।
उत्तर-चुपचाप, लंबा-चौड़ा, ठीक-ठाक, दुःख-सुख, आचार-विचार, आस-पास, उछलकूद, तन-बदन, खेतीबाड़ी, जैसे-तैसे।
प्रश्न 11. पानी के महत्त्व पर अनुच्छेद लिखें।
उत्तर-जीवन में पानी का बहुत महत्त्व है। यह कथन सत्य है कि जल है तो जीवन है। रहीम तो पहले ही कह चुके हैं ‘बिन पानी सब सून’। वर्षा, कुंआ, तालाब आदि पानी के विविध स्रोत हैं। दुर्भाग्य यह है कि वर्षा का पर्याप्त पानी संचित नहीं हो पाता है, वह व्यर्थ चला जाता है। हमें वर्षा के पानी को सुरक्षित रखने के
उपाय करने चाहिए।
आज पानी के संकट की संभावना प्रबल होती जा रही है। ऐसे में हमारा दायित्व है कि हम पानी की एक-एक बूंद बचाएँ। नित्य-प्रति के जीवन में पानी का सदुपयोग करें। जल चक्र को ठीक से समझेंगे तो जलापूर्ति होती रहेगी। यदि इस ओर ध्यान न दिया तो हम संकट में फंस जाएँगे।
प्रश्न 12. भूजल भण्डार समृद्ध करने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर-पृथ्वी के नीचे जो जल का भण्डार है, हम संकट के समय उसी से पानी खींचते हैं। लेकिन यह विचारणीय है कि जब इस भण्डार को भरेंगे नहीं तो भूजल एक दिन समाप्त हो जाएगा। इसलिए आवश्यक है कि हम वर्षा के पानी को तालाबों, पोखरों, झीलों आदि में भरें जिससे छन-छन कर पानी धरती के नीचे के
भूजल स्तर को बढ़ाए।
प्रश्न 13. अपने माताजी एवं पिताजी की विशेषताएँ लिखें।
उत्तर-मुझे भारत के एक मध्यम वर्ग के परिवार में जन्म लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मेरे माता-पिता सादा जीवन उच्च विचार की प्रतिमूर्ति हैं। मेरी माताजी का स्वभाव धार्मिक है। वे नित्य पूजा-पाठ करके ही घर के कार्य में लगती हैं। वे बहुत परिश्रमी तथा सरल स्वभाव की हैं। वे घर के सभी काम स्वयं करती हैं
तथा समय पर भोजन आदि तैयार कर सबको खिलाने के बाद ही स्वयं खाती हैं। मेरे पिताजी अपने परिश्रम के बल पर घर का सारा खर्च चलाते हैं। वे प्रातः काल से ही अपने काम-धंधों में लग जाते हैं तथा सारे दिन की शिक्षा देते हैं। कठोर परिश्रम करते हैं। मेरे पिताजी तथा माताजी मुझे बहुत प्यार करते हैं। वे हमें सच्चरित्र तथा ईमानदार है
प्रश्न 14. ईमानदारी, समझादार, दयालु, सहनशील, क्रूर, लज्जाशील एवं गुस्सा की चारित्रित विशेषताओं पर वाक्य बनाइए।
उत्तर-(i) हमें ईमानदारी से अपना काम करना चाहिए।
(ii) जो समझदार होता है वह अपनी प्रतिष्ठा का सदा ध्यान रखता है।
(iii) मेरी माँ बहुत दयालु है, पर आने वाले हर भूखे को भोजन कराती है।
(iv) मेरे पिताजी बड़े सहनशील हैं।
(१) क्रूर आदमी को कष्ट भोगने पड़ते हैं।
(vi) भारतीय नारी लज्जाशील होती है।
(vii) हमारे शिक्षक महोदय को झूठ पर बहुत गुस्सा आता है।
प्रश्न 15. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को अपने माता-पिता से विरासत में क्या मिला?
उत्तर-डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को विरासत में अपनी माँ से ईश्वर में विश्वास और करुणा क भाव मिला। पिताजी से विरासत के रूप में ईमानदारी और आत्मानुशासन मिला। वे अपने माता-पिता के इन्ही संस्कारों से परिपक्व हुए।
प्रश्न 16, अब्दुल कलाम के बचपन के दोस्तों के नाम लिखिए।
उत्तर-अब्दुल कलाम के बचपन के पक्के दोस्त रामानंद शास्त्री, अरविंदन और शिवप्रकाशन थे। वे तीनों ही हिन्दू थे।
प्रश्न 17. पं. जसराज ने संगीत की शिक्षा किससे लेना प्रारम्भ किया ?
उत्तर-पं. जसराज ने बचपन में ही अपने पिता पंडित मोतीराम जी से संगीत सीखना शुरू कर दिया था। पं. प्रताप नारायण जी ने उन्हें तबला बजाना सिखाया। उन्होंने पिताजी के निधन के बाद भी संगीत की साधना जारी रखी।
प्रश्न 18. पं. जसराज को सरकार की ओर से कौन-कौन सी उपाधियों से नवाजा गया ?
उत्तर-पं. जसराज को सन् 1975 में पद्मश्री से, सन् 1990 में पद्मभूषण से और सन् 2000 में पद्मविभूषण से नवाजा गया।
प्रश्न 19. अपने रुचि के बारे में लिखें।
उत्तर-मैं जिस परिवार में पैदा हुआ उसके संस्कारों में राष्ट्रीयता और देशप्रेम की भावना थी। मेरे पिताजी ने स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लिया था। मेरी माँ धर्मपरायण तथा साहित्यिक रुचि की थीं। उन्हीं के प्रभाव स्वरूप मुझमें देश तथा साहित्य के प्रति लगाव बचपन से पैदा हो गया था। मेरी माँ प्रात: रामचरितमानस का पाठ करती थीं। मैं उनके साथ बैठ जाता था। इसलिए रामकथा का ज्ञान मुझे सहज हो गया। मैं विद्यालय में पढ़ने गया तो | वहाँ भी हिन्दी, संस्कृत तथा अंग्रेजी साहित्य मेरे प्रिय विषय हो गए। मातृभाषा होने के कारण हिन्दी के प्रति अधिक रुचि रही। अब भी मुझे हिन्दी की कविता, कहानी, नाटक आदि पढ़ने में आनंद की अनुभूति होती है।
प्रश्न 20. अपने प्रिय शिक्षक के बारे में लिखिए।
उत्तर-मुझे सौभाग्य से ऐसे विद्यालय में पढ़ने का अवसर मिला जिसके सभी शिक्षक योग्य, अनुशासित एवं परिश्रमी हैं। मेरे हिन्दी के शिक्षक बहुत सरल, सुशील तथा विद्यार्थियों को प्रेम करने वाले हैं। वे ही मेरे सबसे प्रिय शिक्षक हैं। अपने विषय पर उनका पूरा अधिकार है। उनकी अध्यापन शैली बहुत ही अच्छी है। जिस पाठ को वे पढ़ाते हैं, वह मन में स्पष्ट हो जाते हैं। मुझे वे बहुत प्रेरणा देते रहते हैं। वे अच्छे कवि हैं। समय-समय पर उनकी रचनाएँ सुनने का अवसर भी हमें मिलता रहता है।
प्रश्न 21. पेड़-पौधे हमारे लिए किस प्रकार फायदेमंद हैं ? लिखिए।
उत्तर-पेड़-पौधे हमारे लिए कई प्रकार से फायदेमंद हैं-
(i) पेड़-पौधों से हमें फूल तथा फल मिलते हैं,जो हमारे जीवन तथा स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं।
(ii) पेड़-पौधों से हमें छाया मिलती है। पशु-पक्षी इनके निकट रहकर सुख पाते हैं।
(iii) पेड़-पौधों की हरियाली प्रदूषण को दूर करती है। आज के वैज्ञानिक युग में कल कारखानों, वाहनो और गंदगी से चारों ओर वातावरण दूषित हो रहा है। उसे पेड़-पौधे ही स्वच्छ करते हैं।
(iv) पेड़-पौधों से हमें इमारती लकड़ी, फर्नीचर, ईधन आदि प्राप्त होते हैं। यह सत्य है कि ‘वृक्ष घरा के भूषण हैं करते दूरं प्रदूषण हैं।
प्रश्न 22. हमें अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए क्या क्या कदम उठाने चाहिए ?
उत्तर- हमें पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए निम्न कदम उठाने चाहिए-
(i) हमें गंदगी को दूर करके स्वच्छता बढ़ानी चाहिए।
(ii) हमें प्रदूषण रहित कल-कारखानों, वाहनों को महत्व देना चाहिए।
(ii) हमें शोर, ध्वनि आदि पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
(iv) हमें जलसोतों की सफाई तथा सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
(v) हमें पेड़-पौधे लगाने तथा हरियाली बढ़ाने वाले कार्य करने चाहिए।
प्रश्न 23. सतपुड़ा के जंगलों की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-सतपुड़ा के जंगलों की कई विशेषताएँ हैं जो इस प्रकार हैं-
(i) सतपुड़ा के जंगल बहुत घने हैं।
(ii) शांत तथा हलचल से रहित हैं। ऐसा लगता है कि मानो वे ऊँघ रहे हैं।
(ii) ये जंगल इतने घने हैं कि इनमें हवा भी नहीं घुस पाती है। .
(iv) इन जंगलों में मृत्यु का भय नहीं है, यहाँ खतरनाक जानवर नहीं रहते हैं।
(v) इन वनों में झरने, नाले, नदी आदि हैं।
(vi) लाखों पक्षी, हिरण आदि इनकी गोद में पलते हैं।
(vii) इन जंगलों में मीठे तथा पवित्र फूल, फल आदि पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं।
प्रश्न 24. हेलेन केलर की गुरु एनी सुलिवन के योगदान पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-एनी सुलिवन एक ऐसी गुरु र्थी जिन्होंने प्रेम, धैर्य व लगन का परिचय देते हुए, हेलेन केलर को प्रशिक्षित किया और उनकी अंधकारमय जिंदगी में उमंग व उत्साह का संचार किया।
प्रश्न 25. आपकी शाला में हेलेन केलर की तरह का कोई विद्यार्थी हो तो आप उसका सहयोग कैसे करेंगे?
उत्तर-यदि मेरी शाला में हेलेन केलर की तरह का कोई विद्यार्थी है तो मैं उसकी सहायता करने का पूरा-पूरा प्रयत्न करूँगा। मैं अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य जी तथा शिक्षकों से निवेदन करूँगा कि उसके लिए ब्रेल लिपि की व्यवस्था कराएँ। मैं अपने माता-पिता से प्रार्थना करूँगा कि उसके अध्ययन के लिए आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था कराएँ। मैं स्वयं विद्यालय में उसके सहयोग के लिए उपलब्ध रहूँगा। अपने मित्रों तथा साथियों से भी उसके सहयोग के लिए कहूँगा।
2. तत्सम-तद्भव शब्द
प्रश्न 1. तत्सम एवं तद्भव शब्दों में क्या अन्तर है ?
उत्तर-तत्सम शब्द-वे शब्द जो संस्कृत से अपरिवर्तित रूप में ग्रहण किये गए हैं और उनमें संस्कृत प्रत्यय जोड़े गए हैं, तत्सम कहलाते हैं; जैसे-कण्टक, धैर्य आदि। तद्भव शब्द-संस्कृत के वे शब्द जो प्राकृत, अपभ्रंश तथा पुरानी हिन्दी से परिवर्तित हो गए हैं, उन्हें
तद्भव शब्द कहते हैं; जैसे-काम, काँटा, साँप आदि।
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