p-लॉक के तत्व-11 59

p-ब्लॉक के तत्व-I

[p-Block Elements-I]

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

• बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. वायुमण्डल में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है-

(A) कार्बन

(B) ऑक्सीजन

(C) नाइट्रोजन

(D) कार्बन।

पिकोजन कहलाते हैं-

(A) समूह 15 के तत्व

(B) समूह 16 के तत्व

(C) समूह 17 के तत्व

(D) समूह 18 के तत्व।

3. pr-drt बन्ध बनाता है-

(A) फॉस्फोरस

(B) नाइट्रोजन

(C) बोरॉन

(D) फॉस्फोरस।

4. हँसाने वाली गैस है-

(A) N20

(B)NO

(C)NO2

(D) SO2.

5. मार्शल अम्ल है-

(A) H2SO4

(B)H2SO5

(C)H2SO

(D)H2S208.

उत्तर-1. (C), 2. (A), 3. (D), 4. (A), 5.(D).

• रिक्त स्थानों की पूर्ति

1. समूह 16 के तत्वों को कहते ………………… हैं।

2………….. प्रशीतक के रूप में उपयोग आती है।

3. आपमेन्ट……………… संघटन रखता है।

4. श्वेत फॉस्फोरस में ……………………….जैसी गंध होती है।

5. श्वेत फॉस्फोरस वाष्प अवस्था में…………धातु का खनिज है।

6. ऑर्थोफॉस्फोरिक अम्ल में फॉस्फोरस की ऑक्सीकरण अवस्था……………………होती है।

उत्तर-1. कैल्कोजन, 2. अमोनिया गैस, 3. आर्सेनिक,4. लहसुन, 5. PA6.+2

सत्य/असत्य

1. एक भाग सान्द्र HNO. तथा तीन भाग सान्द्र HCl का मिश्रण अम्लराज कहला है।

2. फॉस्फोरिक अम्ल द्वि-क्षारकीय अम्ल है।

3. बर्फ के कारखानों में अमोनिया प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त की जाती है।

4. सफेद फॉस्फोरस विषैला होता है।

5. समूह सोलह के तत्व हैलोजेन कहलाते हैं।

उत्तर-1. सत्य, 2. असत्य, 3. सत्य, 4. सत्य, 5. असत्य।

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एक शब्द/वाक्य में उत्तर
1. अमोनिया को शुष्क करने के लिए किस पदार्थ का उपयोग किया जाता
है ?
उत्तर-कैल्सियम ऑक्साइड (Ca0)।
2. NH, व HCI के संयोग से बनने वाले यौगिक का नाम लिखिए जो सफेद धुंआ
देता है।
उत्तर-अमोनियम क्लोराइड।
3. ऐसे तत्व जो अयस्कों का निर्माण करते हैं, क्या कहलाते हैं ?
उत्तर-कैल्कोजन।
4. लन्दन स्मॉग किस गैस के कारण बनता है?
उत्तर-सल्फर डाइ-ऑक्साइड।
5. समूह 15 का कौन-सा तत्व जल में रखा जाता है ?
उत्तर-फॉस्फोरस।

प्रश्न 3. कारण बताइए (संक्षेप में)-
(i) अमोनिया का क्वथनांक उच्च होता है, क्यों ?
(ii) सामान्य ताप पर जल द्रव है, जबकि हाइड्रोजन सल्फाइड गैस है, क्यों
(iii) गन्धक ठोस अवस्था में पाया जाता है, क्यों?
(iv) फॉस्फोरस को जल में रखा जाता है, क्यों ?
उत्तर-(i) NH3 अणु परस्पर हाइड्रोजन बन्धों के द्वारा जुड़कर बड़ा संगुणित अणु कालेते हैं जिसे वाष्प में बदलने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए NE;का क्वथनांक उच्च होता है।
(ii) H20 के अणु परस्पर हाइड्रोजन बन्दद्वारा जुड़कर संगुणन क्रिया के फलस्वरूप संगुणि
अणु बना लेते हैं। इसलिए H20 सामान्य ताप प.द्रव अवस्था में पाया जाता है। यह संगुणन हाइड्रोजन सल्फाइड गैस में नहीं पाया जाता है अत: यह गैस चित्र 7.1. सल्फर अणु की संरचना अवस्था में पायी जाती है।

(iii) सल्फर के एक अणु (S) में आठ परमाणु होते हैं। इसका अणुभार उच्च (256 होता है। अष्ट परमाणुयुक्त अणु (Sg) की संरचना सिकुड़ी हुई वलय जैसी होती है, इसलिए सामान्य ताप पर सल्फर ठोस होता है।
(iv) फॉस्फोरस का ज्वलन ताप निम्न (34°C) होता है। यह सामान्य ताप पर जलने लगता है। इसलिए जल में रखा जाता है। जल में रखने से ताप निम्न रहता हैएवं ऑक्सीजन नहीं मिलती है।

•प्रश्न 4. कारण स्पष्ट कीजिए (संक्षेप में)-
(i) नाइट्रोजन द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है तथा फॉस्फोरस P. के रूप में क्यों?
(ii) तनुकरण करने के लिये H2SO4 में जल नहीं मिलाते हैं, क्यों ?
(iii) SO, प्रति क्लोर कहलाती है, क्यों ?
(iv) क्लोरीन द्वारा फूलों की विरंजन क्रिया स्थायी है, जबकि सल्फर डाइ-ऑक्साइड की अस्थायी।
उत्तर-(i) नाइट्रोजन अपने छोटे आकार तथा उच्च विद्युत् ऋणात्मकता के कारण pm-
pu बहु बन्ध बनाता है। अतः यह द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है जिसमें दो
N-परमाणुओं के मध्य एक त्रि:बन्ध होता है। दूसरी ओर फॉस्फोरस अपने बड़े आकार एवं निम्न
विद्युत् ऋणात्मकता के कारण pn-pr बहुबन्ध नहीं बनाता है अपितु p-p के मध्य एकल बन्ध
निर्मित करता है अतः चतुष्फलकीय P. अणु के रूप में पाया जाता है।
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(11) H2SO4 जल से अधिक प्रीति (Affinity) रखता है। जल मिलाने पर बहुत अधिक
मात्रा में, ऊष्मा तेजी से उत्पन्न होती है जिससे H2SO4 उछलकर शरीर पर गिर सकता है।
ऊष्मा अधिक उत्पन्न होने के कारण बतन टूट जाता है। अत: H2SO4 में जल न मिलाकर
SO2 प्रति क्लोर कहलाती है।
जल में H2SO4 मिलाकर तनुकरण किया जाता है।
(iii) SO2 अपचायक है। यह क्लोरीन को HCI में अपचयित कर देती है, इसलिए
SO2 + 2H2O + Cl2→ H2SO4 + 2HC1
(iv) क्लोरीन ऑक्सीकरण द्वारा एवं सल्फर डाइ-ऑक्साइड अपचयन द्वारा विरंजन
करते हैं। अपचयन द्वारा विरंजित पदार्थ वायु में उपस्थित ऑक्सीजन से ऑक्सीकृत होकर पुनः
रंगीन हो जाता है। अत: क्लोरीन द्वारा विरंजन क्रिया स्थायी होती है।

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प्रश्न 6. सल्फ्यूरिक अम्ल के निर्माण की सम्पर्क विधि को निम्न पदों में दीजिए-
(i) संयंत्र का नामांकित चित्र, (ii) सिद्धांत।
अथवा
सल्फ्यूरिक अम्ल के निर्माण की सम्पर्क विधि को समझाइए।
उत्तर-(i) संयंत्र का नामांकित चित्र-चित्र 7.7 देखिए।
(ii) सिद्धान्त-जब शुद्ध शुष्क सल्फर डाइऑक्साइड और वायु का मिश्रण गरम
उत्प्रेरक (प्लैटीनम युक्त ऐस्बेस्टॉस) के ऊपर प्रवाहित किया जाता है तो सल्फर डाइऑक्साइड
वायु की ऑक्सीजन से सल्फर ट्राइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाती है। इस SOY पर जल
की क्रिया करने पर HSO बन जाता है।

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(ii) क्षारीय गुण-केन्द्रीय परमाणु पर एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म की उपस्थिति इन्हें लुइस
क्षार बना देती है। NH3 से BiHतक जाने पर क्षारीय प्रकृति कम होती जाती है।
(iii) अपचायक गुण-हाइड्रोजन दाता होने के कारण ये अपचायक का कार्य करते हैं।
NH3 से BiH, तक जाने पर अस्थायित्व में वृद्धि के कारण, अपचायक गुण में वृद्धि होती जाती है।
(iv) बन्ध कोण-सभी हाइड्राइड sp संकरण रखते हैं व एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म
कम होता जाता है।
के कारण बन्ध कोण 109.5° से कम रखते हैं। बन्ध कोण NH3 से BiH3 तक जाने पर
(v) गलनांक एवं क्वथनांक-अमोनिया के अलावा समूह में ऊपर से नीचे की ओर
गलनांक व क्वथनांक बढ़ते हैं। हाइड्रोजन बन्ध के कारण अमोनिया के गलनांक व क्वथनांक
अति उच्च होते हैं।
प्रश्न 11) ऑक्सीजन परिवार के हाइड्राइडों का निम्नलिखित बिन्दुओं पर वर्णन
कीजिए-
भोससे तेल पीला
(i) नाम व सूत्र, (ii) ऊष्मीय स्थायित्व, (iii) अपचायक गुण, (iv) अम्लीय गुण,
(v) सहसंयोजक गुण।
उत्तर-(i) नाम व सूत्र-हाइड्रोजन ऑक्साइड (H2O), हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S),
हाइड्रोजन सेलिनाइड (H2Se), हाइड्रोजन टेलूराइड (H2Te), हाइड्रोजन पॉलीनाइड (H.PO) |
(ii) ऊष्मीय स्थायित्व-ऊष्मीय स्थायित्व H20 से HAPo तक कम होता जाता है।
(ii) अपचायक गुण-H20 के अतिरिक्त सभी हाइड्राइड अपचायक हैं। अपचायक
गुण H2S के HAPo तक अधिक होता जाता है।
(iv) अम्लीय गुण-अम्लीय गुण H20 से H2Te तक अधिक होता जाता है।
(v) सहसंयोजक गुण-समूह में ऊपर से नीचे की ओर सहसंयोजक गुण कम होता जाता है।
प्रश्न 12. सल्फ्यूरिक अम्ल निर्माण की सम्पर्क विधि सीस कक्ष विधि से उत्तम
क्यों है?
उत्तर-सीस कक्ष विधि में अशुद्ध एवं एक निश्चित सान्द्रता का अम्ल प्राप्त होता
है। सम्पर्क विधि में शुद्ध एवं आवश्यक सान्द्रता का अम्ल प्राप्त होता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

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