CLASS 9TH HINDI MP BOARD NCERT अध्याय 14 पत्र-लेखन Pariksha Adhyayan Hindi 9th

CLASS 9TH HINDI MP BOARD NCERT अध्याय 14 पत्र-लेखन Pariksha Adhyayan Hindi 9th

CLASS 9TH HINDI  MP BOARD NCERT अध्याय 14 पत्र-लेखन Pariksha Adhyayan Hindi 9th
CLASS 9TH HINDI MP BOARD NCERT अध्याय 14 पत्र-लेखन Pariksha Adhyayan Hindi 9th

अध्याय 14
पत्र-लेखन

अनौपचारिक एवं औपचारिक
पत्र दो प्रकार के होते हैं-(1) अनौपचारिक, (2) औपचारिक।
(1) अनौपचारिक पत्र-अपने निजी परिवारीजनों, रिश्तेदारों, सम्बन्धियों तथा मित्रों को लिखे जाने वाले पत्र अनौपचारिक पत्र कहे जाते हैं। ये पत्र व्यक्तिगत सम्बन्ध वालों को ही लिखे जाते हैं।
(2) औपचारिक पत्र-व्यक्तिगत सम्बन्धों के अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार के पत्र, जैसे-विद्यालयीन पत्र, कार्यालयीन पत्र आदि औपचारिक पत्रों की कोटि में आते हैं।

(1) अनौपचारिक पत्र-लेखन

(पारिवारिक एवं सामाजिक पत्र)
प्रश्न 1. परीक्षा की तैयारी की जानकारी देते हुए पाँच सौ रुपये मँगवाने के लिए अपने पिता को
एक पत्र लिखिए।
पिताजी को पत्र
उत्तर
कक्ष सं. 105, गाँधी आश्रम हॉस्टल,
बन्नी पार्क, इन्दौर (म.प्र.)
दिनांक 15.11.20…….
पूज्य पिताजी, भाजी
सादर चरण स्पर्श।
आपका पत्र मिला। पत्र पढ़कर प्रसन्नता हुई। मैं आजकल अपनी परीक्षाओं की तैयारी में लगा हुआ हूँ। प्रतिदिन छ: या सात घण्टे तक पढ़ाई करता हूँ। मैं अभी तक लगभग सभी विषयों का अध्ययन कर चुका हूँ। पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दे रहा हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि पिछली कक्षाओं की तरह इस
कक्षा में भी सर्वाधिक अंक प्राप्त कर सकूँगा।
पिताजी आपसे निवेदन है कि मेरे पैसे समाप्त हो गए हैं, अत: पाँच सौ रुपये मनीऑर्डर से भेजने की
कृपा करें। शेष कुशल हैं। आदरणीय माताजी को मेरा चरण स्पर्श कहना जी।
आपका प्रिय पुत्र
आनन्द प्रतापसिंह

प्रश्न 2. प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए अपने मित्र को एक बधाई-पत्र लिखिए।
मित्र को बधाई-पत्र
23, शान्ति कुंज,
गांधी मार्ग, इन्दौर
दिनांक : 16.11.20…….,
उत्तर-
प्रिय मित्र पल्लव,
सप्रेम हृदय स्पर्श।
आज प्रात:काल दैनिक जागरण’ समाचार-पत्र में तुम्हारा अनुक्रमांक देखा, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। तुम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हो। मैं स्वयं को अति भाग्यशाली समझता हूँ कि मैंने तुम जैसे योग्य, चतुर, बुद्धिमान मित्र को प्राप्त किया है। इस सन्दर्भ में मैं तुम्हें अपनी हार्दिक बधाइयाँ देता हूँ और आशा करता हूँ कि तुम अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करोगे और अपने जीवन में सफलताओं के शिखर को प्राप्त करोगे। अपने माता-पिता को मेरी ओर से चरण स्पर्श कहना।
तुम्हारा मित्र
कपिल

प्रश्न 3. बड़े भाई के विवाह में सम्मिलित होने के लिए अपने मित्र को आमन्त्रण-पत्र लिखिए।
उत्तर-
मित्र को आमन्त्रण पत्र
27/1, न्यू साकेत नगर, ग्वालियर
दिनांक : 24.01.20…….
प्रिय मित्र राजेन्द्र,
सप्रेम नमस्कार।
मुझे तुमको यह सूचना देते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि मेरे बड़े भाई श्री संजय कुमार का विवाह
समारोह दिनांक 29-01-20….. को भोपाल में सम्पन्न होने जा रहा है। इस विवाह समारोह में तुम्हारा आना मेरे लिए एक सुखद अनुभूति और मंगलमय होगा। अत: तुम विवाह की दिनांक से कुछ समय पूर्व ही यहाँ आकर विभिन्न तैयारियों में मेरा सहयोग करना। पिताजी एवं माताजी को मेरा सादर चरण स्पर्श कहना, प्यारी बहन संचिता को ढेर सारा प्यार। तुम्हारे
आने को प्रतीक्षा में ………..
तुम्हारा मित्र
किशोर

प्रश्न 4. अपनी सहेली को पत्र लिखिए तथा उसे स्वास्थ्य का ध्यान रखने का परामर्श दीजिए।
उत्तर-
सहेली को पत्र
12, प्रेमनगर
ग्वालियर
दिनांक :20.05.20……
मेरी प्रिय आशना
सप्रेम नमस्कार
मैं यहाँ पूरी तरह ठीक हूँ। तुमने बहुत दिन से कोई समाचार नहीं दिया है। कल माताजी ने बताया
कि तुम कई दिन से अस्वस्थ हो। मुझे लगता है तुम पढ़ने में तथा घर के कामों में व्यस्त रहती हो। अपने स्वास्थ्य होगी। पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती हो। घर के काम तथा पढ़ना जरूरी है लेकिन काम तब ही हो पाएंगे जब तुम स्वस्थ किया करी। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग होता है। अत: स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। पत्र का इसलिए तुम समय पर सोना, समय पर जगना, खाना खाना तथा फल खाना आदि नियमों का पालन
उत्तर दना तथा अपने स्वास्थ्य के बारे में बताना।
पिताजी, माताजी को सादर प्रणाम, भैया को स्नेह ।
तुम्हारी सहेली
कामना
उत्तर-

प्रश्न 5. अपने जन्मदिन पर सम्मिलित होने हेतु मित्र को आमंत्रण-पत्र लिखिए।
आमंत्रण पत्र
20 वैभव नगर
दिनांक : 15 सित. 20……..
प्रिय मित्र अंकुश
सप्रेम हृदय स्पर्श।
तुम्हें सूचित करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है कि पिताजी ने इस बार जन्मदिन उल्लास के साथ मनाने का निश्चय किया। तुम्हारे बिना यह उत्सव अधूरा ही रहेगा। अत: तुम्हें 12 अक्टूबर को इस समारोह में सम्मिलित होने के लिए अवश्य आना है। एक दिन पहले आ जाओगे तो मुझे अच्छा लगेगा। पिताजी एवं माताजी को चरण स्पर्श, छुटकी को स्नेह।
तुम्हारा मित्र
सुजय

प्रश्न 6. अपने छोटे भाई को उसके जन्म दिवस के अवसर पर बधाई-पत्र लिखिए।
उत्तर-
जन्म दिवस पर बधाई-पत्र
20, शान्तिकुंज
गाँधी मार्ग, इन्दौर
दिनांक : 15.8.20……..
परमप्रिय चिन्मय,
हार्दिक स्नेह।
आज वह शुभ दिन आ गया है जिस दिन तुम्हारा जन्म हुआ था। तुम्हारे जन्म दिवस की हार्दिक बधाई, परमात्मा तुम्हें पूरी तरह स्वस्थ एवं सानन्द रखे। आज घर शाम को तुम्हारे जन्म दिवस के आयोजन की तैयारी चल रही होगी। मैं इस अवसर पर नहीं पहुँच सकूँगा। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। घर पर माताजी, पिताजी को चरण स्पर्श।
तुम्हारा अग्रज
मृणमय

प्रश्न 7. अध्ययन सम्बन्धी समस्याओं का उल्लेख करते हुए अपने पिताजी को एक पत्र लिखिए।
पिताजी को पत्र
उत्तर-
कक्ष संख्या 15, विद्या आश्रम छात्रावास,
नेहरू पार्क, भोपाल (म.प्र.)
दिनांक : 14.08.20……
120
शिवलाल परीक्षा अध्ययन हिन्दी । कक्षा IX (21023)
पूज्य पिताजी
सादर चरण स्पर्श
आपके द्वारा भेजे गये पत्र को पढ़कर प्रयतता हुई। भाई और बहन के प्रया की सूचना वाला – लिए खुशी का कारण रही है। मैं अपनी मासिक परीक्षा की तैयारी में लगा हुआ है। यमाई के प्रति श्रीकन
दे रहा हूँ परन्तु यहाँ कुछ समस्याएं आ रही हैं वै समस्याएँ प्रधानाचार्य द्वारा शीघ्र हाल की जा सकती हैं,
कुछ समय लगेगा। वे समस्याएँ –
(1) विद्यालय के पुस्तकालय का उचित संचालन नहीं है।
(2) पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त करने में कठिनाई है।
(3) सभी विषयों की सन्दर्भ पुस्तकों का नितान्त अभाव है।
(4) छात्रावास में विद्युत् आपूर्ति निरन्तर बाधित रहती है।
अत: इस सबका प्रभाव मेरे अध्ययन पर पड़ता है। इस सन्दर्भ में मैंने कई बार प्रधानाचार्य महोदय ये निवेदन भी किया है। उन्होंने आश्वासन तो दिया है परन्तु अभी दस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। समय पर ही समस्या के समाधान की मुझे पूर्ण आशा है। आप किसी तरह चिन्ता न करें। आदरणीया माताजी की दर
स्पर्श, भाई-बहन को बहुत-सा प्यार। इति।

(2) औपचारिक पत्र-लेखन

(विद्यालयीय, कार्यालयीन आदि पत्र)
प्रश्न 1. अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय के लिए प्रार्थना-पत्र लिखकर शुल्क मुदिन के लिए निवेदन कीजिए।
उत्तर-
शुल्क मुक्ति के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय,
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
सागर (म.प्र.)
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा 9’अ’ का विद्यार्थी हूँ। मेरे पिताजी राजकीय सेवा में हैं। वे हम सभी घर के सदस्यों का पालन-पोषण बड़ी कठिनाई से कर पाते हैं। मेरा पिछला पढ़ाई का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। इस कारण मुझे पिछले वर्षों में भी शुल्क में मुक्ति मिलती रही है। आपसे प्रार्थना
है कि मुझे इस वर्ष भी शुल्क में मुक्ति देकर मुझ पर बड़ी कृपा करेंगे। मैं आपसे वायदा करता हूँ कि इस वर्ष भी कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने का प्रयास करूंगा। अन्त में, मुझे पूर्ण विश्वास है कि मुझे फीस में पूरी-पूरी छूट देकर बड़ी कृपा करेंगे। मैं आजीवन
आपका ऋणी रहूँगा।
दिनांक : 19.7.20…….
आपका आज्ञाकारी शिष्य
मोहन चन्द्र

प्रश्न 2. तीन दिन के अवकाश हेतु प्राचार्य को एक प्रार्थना-पन्न लिखिए।
उत्तर-
सेवा में,
श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
जीवाजी उ. मा. वि.,
लश्कर (ग्वालियर)।
महोदय,
सेवा में विनम्र निवेदन है कि मैं बुखार से पीड़ित होने के कारण विद्यालय आने में असमर्थ अतः से 4.2.20….. तक तीन दिवस का रुग्णावकाश देकर अनुगृहीत करें। चिकित्सक प्रमाण-पत्र विद्यालय उपस्थित होने पर प्रस्तुत करूँगा।
मैं आपकी इस महती अनुकम्पा के लिए आजन्म आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
चन्द्रप्रकाश
कक्षा १ब
दिनांक : 2.2.20……..

प्रश्न 3. बुक बैंक से पुस्तकें देने के लिए एवं निर्धन छान्न निधि से सहायता प्राप्त करने के लिए
अपने प्रधानाचार्य महोदय को आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर-
बुक बैंक से पुस्तकें देने के लिए आवेदन-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
विद्यालय-सरस्वती नगर
विषय-बुक बैंक से पुस्तकें देने हेतु
मान्यवर,
विनम्र निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 9’ब’ का छात्र हूँ। निर्धन होने के कारण मैं अपने पाठ्यक्रम में निर्धारित समस्त पुस्तकों को खरीदने में पूरी तरह असमर्थ हूँ। मेरे पिता की मासिक
आय अत्यल्प है।
इस हेतु आपसे विनम्र निवेदन है कि बुक बैंक से वांछित पुस्तकें दिलवाने का आदेश पारित करें। जब मेरी वार्षिक परीक्षा सम्पन्न हो जाएगी तभी समस्त पुस्तकों को समय पर वापस कर दूंगा। साथ ही आपसे करबद्ध निवेदन है कि मुझे निर्धन छात्र निधि से सहायता दिलवाकर अनुगृहीत करें। आपकी इस महती अनुकम्पा के लिए मैं आजन्म आपका ऋणी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
निशान्त शर्मा

प्रश्न 4. तुम्हारे पिताजी या अभिभावक का स्थानान्तरण हो जाने के कारण विद्यालय स्थानान्तरण
प्रमाण-पत्र (टी. सी.) प्राप्त करने हेतु आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर-
स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र हेतु आवेदन-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
ग्वालियर।
महोदय,
सेवा में विनम्र प्रार्थना है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा 9वीं का संस्थागत छात्र हूँ। मेरे अभिभावक का स्थानान्तरण हो गया है। इस हेतु मैं आपके विद्यालय में आगे अपना अध्ययन करने में असमर्थ हूँ। अतः मुझे विद्यालय त्यागने का प्रमाण-पत्र देने हेतु आदेश करें। मैंने अपना समस्त शुल्क तथा पुस्तकालय की ली
हुई पुस्तकें भी लौटा दी हैं। मेरे पास विद्यालय का कुछ भी देने को शेष नहीं है। आशा है कि आप सहयोग देकर अनुगृहीत करेंगे।
दिनांक : 20.7.20…….
आपका आज्ञाकारी शिष्य
अक्षय, कक्षा IX-स

प्रश्न , अपने प्राचार्य को पत्र लिखिए जिसमें खेल के सामान की समुचित व्यवस्था विद्यालय में करने का आग्रह किया गया हो।
उत्तर-
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य जी,
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
अम्बाह।
विषय : विद्यालय में खेल के सामान की समुचित व्यवस्था हेतु।
महोदय,
हमारे विद्यालय में खेल का अच्छा बड़ा मैदान है। हमारे विद्यालय में खेलों में रुचि से भाग लेने वाले विद्यार्थी भी पर्याप्त मात्रा में है। किन्तु विद्यालय में लगभग सभी खेलों के सामान की कमी
है। बालीबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट के कम ही सैट हैं। चैस, कैरम, टेबिल टेनिस आदि इनडोर खेलों की
व्यवस्था तो है ही नहीं।
अत: आपसे प्रार्थना है कि सभी खेलों के सामान मंगाकर नियमित खेलों की व्यवस्था कराने का कष्ट
करें।
दिनांक : 14.9.20………
आपका आज्ञाकारी
अनुज जैन
कक्षा-9

प्रश्न 6. अपने बड़े भाई के शुभ-विवाह में सम्मिलित होने हेतु अपने प्रधानाचार्य को अवकाश
के लिए प्रार्थना-पत्र लिखिए।
अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र
उत्तर-
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय
राजकीय उच्चतम माध्यमिक विद्यालय,
सतना (म.प्र.)
मान्यवर,
सविनय निवेदन है कि मेरे बड़े भाई का शुभ विवाह 21 नवम्बर 20…… को होना निश्चित हुआ है। बारात रीवा शहर की सिविल लाइन्स स्थित मान्धाता धर्मशाला के लिए दिनांक 21 नवम्बर 20…… को ही

प्रश्न 8. सचिव, माध्यमिक शिक्षा मण्डल, म. प्र., भोपाल को आवेदन-पत्र लिखकर अंकसूची की द्वितीय प्रति मँगवाइए।
उत्तर-
सेवा में,
श्रीमान् सचिव,
मा. शि. म., भोपाल
विषय : अंकसूची की द्वितीय प्रति हेतु आवेदन-पत्र।
महोदय,
विनम्र निवेदन यह है कि मैंने दसर्वी की बोर्ड परीक्षा 2009 में (अनुक्रमांक 27711) प्रथम श्रेणी में
उत्तीर्ण की थी। उपर्युक्त परीक्षा की अंकसूची खो गयी है। अत: मुझे द्वितीय प्रति भेजने का कष्ट करें। इसके
लिए मैं 20 रुपये का बैंक ड्राफ्ट नं. 37701 आपके नाम भेज रहा हूँ। कृपा करके मेरे घर के पते पर अंकसूची की द्वितीय प्रति भेजने का कष्ट करें। कष्ट के लिए क्षमा।
दिनांक : 8.7.20……
भवदीय
राकेश कुमार

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*