अध्याय 3
निर्धनता एक चुनौती
प्रश्न 6 लघुउत्तरीय प्रशनों के उत्तर दीजिए ?
1. निर्धनता क्या है।
Ans – निर्धनता (Poverty) की परिभाषा निर्धनता वह स्थिति या स्तर है जहां पर व्यक्ति की आय इतनी कम हो जाती है कि वह व्यक्ति अपनी आधारभूत जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम नहीं होता है। वर्तमान समय में निर्धनता के आकलन के लिए उपभोग और व्यय विधि दोनों का प्रयोग सरकारों द्वारा किया जाता है।
2.उत्पादन के क्या उद्देश्य हैं।
Ans – उत्पादन का उद्देश्य – ऐसी वस्तुएं एवं सेवाएं उत्पादित करना जिसकी हमें आवश्यकता होती है।
3. भारत में निर्धनता उन्मूलन के तीन उपाय लिखिए।
Ans –
1.व्यक्तिगत कारण :
हन्टर ने लिखा है- “निर्धनता और बीमारी एक जटिल समझौता बना लेती हैं जिसमें कि मनुष्यों में सबसे अधिक अभागों के दुःखों को बढ़ाने में प्रत्येक दूसरे की सहायता करता है ।”
2.भौगोलिक कारण :
आर्थिक समृद्धि के लिये प्राकृतिक साधनों के साथ-साथ अनुकूल मौसम भी बड़ा आवश्यक है । ओले, अनावृष्टि, अतिवृष्टि आदि से अच्छी खासी खेती भी बर्बाद हो जाती है । इसी प्रकार भयंकर गर्मी या अत्यधिक शीत भी आर्थिक क्रियाओं में बाधायें डालते हैं ।
3.आर्थिक कारण :
कृषि सम्बन्धी आर्थिक कारण अच्छी खाद, सुधरे हुए औजारों, अच्छे बीजों, सिचाई के साधनों, अच्छे पशुओं आदि का अभाव, रोग नाशक कीड़ों तथा पशुओं से खेती की रक्षा का उचित प्रबन्ध न होना, अन्धविश्वास, जमींदारी द्वारा किसानों का शोषण, जमीन के छोटे-छोटे टुकड़े होना ऋणग्रस्तता आदि से किसान सदैव निर्धन बना रहता है ।
4.निर्धनता दूर करने के कौन-कौन उपाया है।
Ans – भारत निर्धनता दूर करने के उपाय
1. विकास की गति को तेज किया जाए।
2. आय एवं धन के वितरण को समानताओं को कम किया जाए।
3. जनसंख्या की वृद्धि को नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएं।
4. कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए यथासंभव प्रयास किए जाएं।
5. कीमत स्थिरता के लिए उत्पादन एवं वितरण व्यवस्था में सुधार किया जाए।
5. सापेक्ष निर्धनता से क्या आशय है।
Ans –
1. सापेक्ष निर्धनता आय में पायी जाने वाली असमानताओं को प्रकट करती है।
2. सापेक्ष निर्धनता से आशय अंर्तराष्ट्रीय आर्थिक असमानताओं का बोध कराने से है। … विभिन्न वर्गों, विभिन्न प्रदेशों अथवा विभिन्न देशों की तुलनात्मक आय का प्रदर्शन सापेक्ष निर्धनता है।
6. NSSO क्या है।
Ans – राष्ट्रीय पतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (National Sample Survey Organisation (NSSO)) भारत सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय के अधीन एक संगठन है। अब इसका नाम ‘राष्ट्रीय पतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय’ (National Sample Survey Office) हो गया है। यह भारत का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण करने वाला सबसे बड़ा संगठन है।
7. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी अधिनियम क्या है।
Ans –
(i) इस अधिनियम को सितम्बर 2005 में पारित किया गया।
(ii) इस अधिनियम का नाम बदलकर महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम कर दिया गया हैं।
(iii) यह अधिनियम प्रत्येक वर्ष देश के 200 जिलों में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 100 दिन के सुनिश्चित रोज़गार का प्रावधान करता है। बाद में इस योजना का विस्तार 600 जिलों में कर दिया जायेगा।
(iv) इस कार्यक्रम के अंतर्गत अगर आवेदक को 15 दिन के अन्दर रोज़गार उपलब्ध नहीं कराया गया तो वह (स्त्री /परुष) दैनिक बेरोज़गारी भत्ते का हकदार होगा ।
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