NCERT class 12 sociology important questions अध्याय 13 भूमण्डलीकरण और सामाजिक परिवर्तन [Globalization and Social Change]

अध्याय 13 भूमण्डलीकरण और सामाजिक परिवर्तन [Globalization and Social Change]

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. भूमण्डलीकरण से क्या आशय है ?
(A) विश्व में आवागमन,
(B) विश्व के सभी राष्ट्रों में ज्ञान, तकनीक तथा संसाधनों का आदान-प्रदान,
(C) विश्व के सभी राष्ट्रों में मैत्री,
(D) इनमें से कोई नहीं।

2. भूमण्डलीकरण से आर्थिक परिवर्तन का कैसे पता चलता है ?
(A) बहुराष्ट्रीय निगमों में वृद्धि होती है,
(B) खाद्यान्नों में वृद्धि होती है.
(C) सामाजिक कुशलता आती है,
(D) इनमें से कोई नहीं।

3. भूमण्डलीकरण में सर्वाधिक योगदान है
(A) सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का,
(B) इलेक्ट्रॉनिक अर्थव्यवस्था का,
(C) ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था का,
(D) ये सभी।

4. संसार के विभिन्न देशों में आर्थिक तथा सांस्कृतिक एकीकरण की प्रक्रिया को कहा जाता है
(A) भूमण्डलीकरण,
(B) उदारीकरण,
(C) संस्कृतिकरण,
(D) पश्चिमीकरण।

5. भाररहित अर्थव्यवस्था कहलाती है
(A) उत्पाद सूचना पर आधारित,
(B) वायु मार्ग से वस्तु का आवागमन,
(C) हल्की वस्तुओं का व्यापार,
(D) इनमें से कोई नहीं।

6. विश्व व्यापार संघ का मुख्यालय कहाँ है ?
(A) वियना,
(B) जिनेवा,
(C) न्यूयॉर्क,
(D) पेरिस।

7. भारत में चीन द्वारा निर्मित वस्तुओं की बिक्री कैसे सम्भव हुई ?
(A) चीन से मैत्री सम्बन्धों के कारण,
(B) भूमण्डलीकरण की नीति को अपनाने के कारण,
(C) भारत में उत्पादन की कमी के कारण,
(D) कोई कारण स्पष्ट नहीं है।

8. भूमण्डलीकरण ने हमारी संस्कृति को
(A) विकृत कर दिया है,
(B) कूपमण्डूकता से मुक्त किया है,
(C) संकीर्ण कर दिया है,
(D) कोई प्रभाव नहीं डाला।

9. निम्नांकित में से कौन भूमण्डलीकरण से उत्पन्न आयाम नहीं है ?
(A) आर्थिक आयाम,
(B) मनोवैज्ञानिक आयाम,
(C) राजनीतिक आयाम,
(D) सांस्कृतिक आयाम

उत्तर – 1. (B), 2. (A), 3. (D) 4. (A) 5. (A), 6. (B), 7. (B) 8. (B), 9. (B).

रिक्त स्थान पूर्ति
1. भूमण्डलीकरण स्थानीय तथा……………….. के बीच अन्तर्सम्बन्ध है।
2. ब्रिटिश शासन काल में भारत में दो मार्ग थे (1) मसाला मार्ग (2) ………………..
3. इलेक्ट्रॉनिक अर्थव्यवस्था में…………………के माध्यम से लेन-देन होता है।
4. भूमण्डलीकरण की दशा……………………. संस्कृति को महत्त्व देती है।
5. भूमण्डलीकरण से सम्बन्धित आधारभूत नीति का नाम ……………………….है।
6. SAFTA का पूरा नाम साउथ एशियन फेडरेशन ऑफ ………………..ऐसोसिएशन है।
7. भूमण्डलीकरण में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का प्रमुख ध्येय ………………………. अर्जित करना है।
8. अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नेपडील आदि ………………………..खरीददारी से सम्बन्धित कम्पनियाँ हैं।
9. जिसके उत्पाद सूचना पर आधारित होते हैं…………………अर्थव्यवस्था कहलाती है।

उत्तर – 1. वैश्विक (अन्तर्राष्ट्रीय बाजार), 2. रेशम मार्ग, 3. कम्प्यूटर, 4. सार्वभौमिक,5. उदारीकरण, 6. ट्रेड, 7. लाभ, 8. ऑनलाइन, 9. भाररहित।

सत्य / असत्य
1. भूमण्डलीकरण एक बड़ा परिवर्तन है जिसमें समाज के सभी पक्ष शामिल हैं।
2. भूमण्डलीकरण एक आर्थिक प्रक्रिया है सामाजिक या सांस्कृतिक प्रक्रिया नहीं।
3. भूमण्डलीय आधारों पर एकीकृत वित्तीय बाजार कुछ ही सेकण्ड में अरबों का व्यापार कर सकते हैं।
4. टेक्नोलॉजी तथा संचार के विकास के कारण कई क्रान्तियाँ हुई हैं।
5. प्रत्येक कम्पनी की अपनी कोई संस्कृति नहीं होती वह सबको देखकर नई संस्कृति प्रचलन में लाती है।
6. खानपान, फैशन, पर्यटन और मनोरंजन पर आय का बड़ा हिस्सा व्यय करना उपभोग की संस्कृति का उदाहरण है।
उत्तर – 1. सत्य, 2. असत्य, 3. सत्य, 4. सत्य, 5. असत्य, 6. सत्य।

जोड़ी मिलाइए
1. कम्प्यूटर इंटरनेट
2. टी.एन.सी. कम्पनियाँ
3. वैश्विक संचार
4. समाजवादी देश
5. वित्त का भूमण्डलीकरण
6. देशी तथा विदेशी व्यंजनों का केन्द्र

(i) सोवियत रूस
(ii) मैक्डोनाल्ड
(iii) भाररहित ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था
(iv) कोकाकोला, कोडैक, मित्शुविशी
(v) फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन
(vi) कुछ ही पलों में अरबों-खरबों का लेन-देन

उत्तर – 1. → (iii), 2. → (iv), 3. → (v), 4. (i), 5. → (vi), 6. (ii).

एक शब्द/वाक्य में उत्तर
1. भूमण्डलीकरण के विकास में कौन सहायक है?
2. वर्तमान समय में सेलफोन को किस प्रकार की वस्तु माना जाता है?
3. ‘सेटेलाइट इनवेंशन इन इण्डिया’ नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?
4. वर्तमान विश्व में बढ़ता हुआ सांस्कृतिक साम्राज्यवाद किस प्रकार की प्रक्रिया का परिणाम है ?
5. भूमण्डलीकरण की मुख्य विशेषता क्या है?
6. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ऋणों का लेन-देन किसकी सहायता से होता है?
7. जिस केन्द्र से किसी देशी या विदेशी कम्पनी के शेयर बेचे या खरीदे जा सकते हैं। उसका नाम क्या है ?

उत्तर – 1. सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, 2. अत्यन्त आवश्यक एवं उपयोगी वस्तु, 3. एम. सी. भट्ट, 4. भूमण्डलीकरण, 5. दुनिया के विभिन्न संगठनों के बीच एकीकरण, 6. विश्व व्यापार संगठन द्वारा, 7. स्टॉक एक्सचेंज।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. भूमण्डलीकरण के विकास से सामाजिक क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर- भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया ने सामजिक सम्बन्धों तथा धार्मिक पहचान को प्रभावित किया है। भूमण्डलीकरण ने सम्बन्धित समाज के सदस्यों के फैशन के ढंग, खान-पान, उपभोग की प्रवृत्ति तथा जीवन-शैली को परिवर्तित किया है। अब विश्व के विभिन्न भागों की सामाजिक मान्यताओं में समानता आने लगी है।

प्रश्न 2. आर्थिक सुधार किसे कहते हैं ?
उत्तर- आर्थिक सुधार का अर्थ है-भारतीय व्यापार को नियमित करने वाले नियमों और वित्तीय नियमों को हटा देना। इसे अर्थव्यवस्था का उदारीकरण भी कहा जाता है।

प्रश्न 3. उपभोग की संस्कृति का अर्थ है ?
उत्तर- भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया से संसार में उपभोग की प्रवृत्ति बढ़ रही है। आज का आधुनिक समाज उपभोग का समाज है। लगभग सभी एक जैसी वस्तुओं का उपभोग करते हैं, इस उपभोगवादी समाज की संस्कृति को उपभोग की संस्कृति कहा जाता है।

प्रश्न 4. कॉरपोरेट संस्कृति किसे कहा जाता है ?
उत्तर- कॉरपोरेट संस्कृति प्रबन्धन की वह शाखा है जो किसी एक फर्म के सभी सदस्यों को संगठनात्मक शक्ति के माध्यम से वस्तु की उत्पादकता को और बढ़ाती है।

प्रश्न 5. पारराष्ट्रीय निगम कौन-से होते हैं ?
उत्तर- पारराष्ट्रीय निगम ऐसी कम्पनियाँ होती हैं जो एक से अधिक देशों में अपने •माल का उत्पादन करती हैं, अथवा बाजार सेवाएँ प्रदान करती हैं तथा एक से अधिक देशों में अपने उत्पाद बेचती हैं।

प्रश्न 6. वित्त के भूमण्डलीकरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- वित्त का भूमण्डलीकरण प्रमुख रूप से सूचना प्रौद्योगिकी की क्रान्ति के कारण सम्भव हो पाया है। एकीकृत वित्तीय बाजार भूमण्डलीय आधार पर कुछ ही मिनट में अरबों डॉलर का लेन-देन कर लेते हैं।

प्रश्न 7. फोडिज्म एवं उत्तर फोडिज्म में भिन्नता बताइए। उत्तर- फोडिज्म का अर्थ है-एक केन्द्रीय स्थान पर वस्तुओं का बड़े पैमाने पर उत्पादन तथा उत्तर फोडिज्म का अर्थ अलग-अलग स्थानों पर उत्पादन की एक लचीली व्यवस्था है।

प्रश्न 8. विश्व प्रसिद्ध कुछ पारराष्ट्रीय निगमों के नाम क्या हैं ?
उत्तर- विश्व प्रसिद्ध पारराष्ट्रीय निगमों के नाम हैं- कोका कोला, कोलगेट, जनरल स्टोर्स, कोडैक, नेस्ले, पामोलिव इत्यादि ।

लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. संस्कृति पर भूमण्डलीकरण के प्रभाव की संक्षेप में चर्चा कीजिए।
उत्तर- किसी भी देश की संस्कृति उस देश की प्रतिबिम्ब होती है। भूमण्डलीकरण ने संस्कृति को कई प्रकार से प्रभावित किया है। भारत युगों से सांस्कृतिक प्रभावों के प्रति खुला दृष्टिकोण अपनाए हुए है और इसी के कारण वह सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध होता रहा है।
संस्कृति पर भूमण्डलीकरण के प्रभाव
(1) वेशभूषा, खानपान, शिष्टता के तरीकों और नैतिक मूल्यों में पश्चिमी संस्कृति ने व्यापक रूप से प्रभावित किया है। आज पूरे देश में मैक्डोनाल्ड जैसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी के आधुनिक भोजनालय में बर्गर, चाउमीन, नूडल्स जैसी वस्तुओं का उपभोग बढ़ता जा रहा है।
(2) संगीत, कला, सौन्दर्य प्रसाधन और त्यौहारों के मनाने के तरीके में भूमण्डलीकरण के प्रभाव को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। आज मधुर संगीत की जगह पॉप संगीत, फ्यूजन म्यूजिक और बिना किसी अर्थ के भोंडे रीमिक्स गीत लेते जा रहे हैं।
(3) संस्कृति का बाजारीकरण भूमण्डलीकरण का एक अन्य प्रभाव है। आज विकासशील देशों के लिए भूमण्डलीकरण से लाभ और अवसरों की अपेक्षा खतरे अधिक हैं।

प्रश्न 2. भूस्थानीकरण क्या है ? क्या यह बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा अपनाई गई बाजार सम्बन्धी रणनीति है अथवा वास्तव में कोई सांस्कृतिक संश्लेषण हो रहा है, चर्चा करें।
उत्तर- भूस्थानीकरण का अर्थ है- भूमण्डलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण। यह पूर्णतः स्वतः प्रवर्तित नहीं होता और न ही भूमण्डलीकरण के वाणिज्यिक हितों से इसका पूरी तरह सम्बन्ध विच्छेद किया जा सकता है।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो अक्सर विदेशी फर्मों द्वारा अपना बाजार बढ़ाने के लिए स्थानीय परम्पराओं के साथ व्यवहार में लाई जाती है। जैसे विदेशी टेलीविजन चैनल भारतीय भाषाओं का प्रयोग करते हैं। यहाँ तक कि मैक्डोनाल्ड भी भारत में अपने निरामिष और चिकन उत्पाद बेचता है। नवरात्रि पर्व पर तो मैक्डोनाल्ड विशुद्ध निरामिष हो जाता है। संगीत के क्षेत्र मे भाँगड़ा पोप, इंडी पॉप म्यूजिक, रीमिक्स गीतों की बढ़ती लोकप्रियता को देखा जा सकता है। यह भू-स्थानीकरण का ही एक रूप है।

प्रश्न 3. इलेक्ट्रॉनिक्स अर्थव्यवस्था से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- इलेक्ट्रॉनिक्स अर्थव्यवस्था एक ऐसा कारक है जो आर्थिक भूमण्डलीकरण को सहारा देता है। कम्प्यूटर के माउस को दबाने मात्र से बैंक निधि प्रबन्धक और निवेशकर्त्ता अपनी निधि को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इधर से उधर भेज सकते हैं। यद्यपि इस प्रकार क्षणभर में इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा भेजने का तरीका बहुत खतरनाक है। भारत में इसकी चर्चा स्टॉक एक्सचेंज में होने वाले उतार-चढ़ाव के सन्दर्भ में की जाती है। यह उतार-चढ़ाव विदेशी निवेशकों द्वारा मुनाफे के लिए अचानक बड़ी मात्रा में स्टॉक खरीदने या बेचने के कारण आता है। प्रायः इस प्रकार के सौदे संचार क्रान्ति की वजह से ही सम्भव हुए हैं।

प्रश्न 4. भूमण्डलीकरण तथा रोजगार का क्या सम्बन्ध है ?
उत्तर- बड़े-बड़े शहरों में मध्य वर्ग के युवाओं के लिए सूचना प्रौद्योगिकी की क्रान्ति तथा भूमण्डलीकरण ने रोजगार के नए-नए अवसर प्रदान कर दिए हैं। कॉलेज से नाम के लिए बी.ए./बी.कॉम या बी.एस-सी. की डिग्री लेने के स्थान पर वे कम्प्यूटर केन्द्रों से कम्प्यूटर की भाषाएँ सीख कर नौकरियाँ प्राप्त कर रहे हैं। वे कॉल सेंटरों, शॉपिंग माल्स, विभिन्न जलपान ग्रहों में नौकरियाँ कर रहे हैं, परन्तु निम्न वर्गों के लोगों के रोजगार भूमण्डलीकरण के कारण छिन भी रहे हैं।

प्रश्न 5. भूमण्डलीकरण का उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ रहा है ?
उत्तर- भूमण्डलीकरण के कारण उपभोक्ताओं के लिए उपभोग के नए विकल्पों में वृद्धि हुई है। हम अपने घरों में परिवार या मित्रों के साथ जो बैठकर खाते-पीते हैं, वह भी धीरे-धीरे बदल रहा है। फलों की दुकान पर चीन की नाशपाती और ऑस्ट्रेलिया के सेब खरीदकर खाने में हमें संकोच नहीं होता। इसी प्रकार ऑस्ट्रेलियाई सन्तरे का रस और बर्फ जमे हुए पैकेटों में तलने के लिए तैयार आलू चिप्स मिल जाती है। इस प्रकार के परिवर्तनों ने उपभोक्ताओं की जीवन-शैली को प्रभावित किया है।

प्रश्न 6. विज्ञापन और जनसम्पर्क के सभी माध्यम किस प्रकार की संस्कृति को प्रोत्साहित कर रहे हैं ?
उत्तर- विज्ञापन और जनसम्पर्क के सभी माध्यम उपभोगवाद की संस्कृति को प्रोत्साहित कर रहे हैं। सभी समाचार-पत्र एवं अन्य पत्रिकाएँ आधे से भी अधिक विज्ञापनों से भरे होते हैं। यही हाल रेडियो तथा टेलीविजन का भी है। नित नई वस्तुओं एवं सेवाओं के उपभोग की लालसा लोगों में उपभोग प्रवृत्ति को बढ़ा रही है। पैसे को खर्च करना ही महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। पैसे को सम्भालकर रखना मूर्खतापूर्ण समझा जा रहा है। खरीददारी को समय बिताने की गतिविधि के रूप में प्रोत्साहित किया जा रहा है।

दीर्घ उत्तरीय/विश्लेषणात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. एक भूमण्डलीकृत अर्थव्यवस्था के विशिष्ट लक्षण क्या हैं ? चर्चा कीजिए।
उत्तर- भूमण्डलीकरण शब्द का प्रयोग विश्व के लोगों, क्षेत्रों तथा देशों के बीच वैश्विक स्तर पर सामाजिक-आर्थिक आत्मनिर्भरता की वृद्धि से है। भूमण्डलीकरण की पहचान नई व्यापार व्यवस्था तथा व्यावसायिक बाजारों के खुलने से है। भूमण्डलीकरण ने विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के प्रसार में भी काफी सहायता की है। यातायात और संचार पर होने वाले खर्च अपेक्षाकृत कम हो गए हैं। भूमण्डलीकरण के द्वारा सारी दुनिया एक विश्व ग्राम बन गई है। भूमण्डलीकृत अर्थव्यवस्था के विशिष्ट लक्षण निम्न हैं
(1) इसमें विश्व स्तर पर व्यापारिक बाधाओं को न्यूनतम करने के प्रयत्न किए जाते हैं जिससे दो राष्ट्रों के मध्य वस्तुओं तथा सेवाओं का सुलभ एवं निर्बाध गति से आवागमन हो सके।
(2) वैश्वीकरण औद्योगिक संगठनों के विकसित स्वरूप को जन्म देता है।
(3) विकसित राष्ट्र, अपने विशाल कोषों को ब्याज दर के लाभ में विकासशील राष्ट्रों में विनियोजित करना अधिक पसन्द करते हैं, ताकि उन्हें उन्नत दर का लाभ प्राप्त हो सके।
(4) राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास किया जाता है कि विभिन्न राष्ट्रों के बीच सूचना एवं प्रौद्योगिकी का स्वतन्त्र प्रवाह होकर उन्नत तकनीकी का लाभ सभी राष्ट्र उठा सकें।
(5) भूमण्डलीकरण के अन्तर्गत विभिन्न अनुबन्ध करने वाले राष्ट्रों के मध्य पूँजी का स्वतन्त्र प्रवाह रहता है, जिससे पूँजी का निर्माण सम्भव हो सके।
(6) भूमण्डलीकरण से बौद्धिक श्रम एवं सम्पदा का भी विदोहन होता है, अर्थात् एक राष्ट्र से दूसरे राष्ट्रों में श्रमिक वर्ग एवं कार्मिक वर्ग का स्वतन्त्र रूप से आवागमन सम्भव होता है।
(7) भूमण्डलीकरण अर्थव्यवस्था से अलग-अलग देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ता है जिससे विश्व शान्ति बढ़ती है।

प्रश्न 2. भूमण्डलीकरण के विभिन्न आयामों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
अथवा
उदारीकरण की आर्थिक नीति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर उदारीकरण- यह भूमण्डलीकरण का आर्थिक तत्त्व है। यह एक प्रक्रिया है, जिसके अन्तर्गत एक अत्यन्त नियन्त्रित अर्थव्यवस्था खुली दिखने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में परिवर्तित की जाती है। नियन्त्रण व संचालन को कम करके आन्तरिक अर्थव्यवस्था को उदार बनाया जाता है।
(1) उदारीकरण की नीति-उदारीकरण की प्रक्रिया नीतियों की एक श्रृंखला है, जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का निजीकरण। पूँजी, श्रम और व्यापार पर सरकारी नियन्त्रणों में ढील, विभिन्न दरों में कटौती जिससे विदेशी सामान का आसानी से आयात किया जा सके और विदेशी कम्पनियाँ भारत में अपने उद्योगों की स्थापना कर सकें। भारत में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण से तात्पर्य धीरे-धीरे उन नियमों और प्रतिबन्धों को समाप्त करना है जो 1990 से पहले भारतीय व्यापार और वित्त संस्थाओं को नियमित करते थे। 1991 से भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधारों की एक झड़ी लग गई है। अर्थव्यवस्था के प्रायः सभी प्रमुख क्षेत्रों; जैसे-कृषि, उद्योग, व्यापार, विदेशी विनिमय एवं प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक क्षेत्र, वित्तीय संस्थानों आदि में काफी सुधार हुए हैं।
(2) पारराष्ट्रीय निगम-भूमण्डलीकरण को प्रेरित एवं संचालित करने वाले अनेक आर्थिक कारकों में से पारराष्ट्रीय निगमों की भूमिका विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण होती है। टी.एन.सी. पारराष्ट्रीय निगम ऐसी कम्पनियाँ होती हैं जो एक से अधिक देशों में अपने माल का उत्पादन करती हैं। ये अपेक्षाकृत छोटी फर्मे भी हो सकती हैं। इनके एक या दो कारखाने उस देश के बाहर होते हैं, जहाँ वे मूल रूप से स्थित हैं। साथ ही, वे बड़े विशाल अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठान भी हो सकते हैं जिनका कारोबार सम्पूर्ण भूमण्डल में फैला हुआ हो; जैसे- कोकाकोला, कॉलगेट, पामोलिव, कोडैक, मित्सुविशी आदि।
(3) इलेक्ट्रॉनिक अर्थव्यवस्था – इलेक्ट्रॉनिक अर्थव्यवस्था एक अन्य कारक है जो आर्थिक भूमण्डलीकरण को सहारा देता है। कम्प्यूटर के माउस को दबाने मात्र से बैंक, निगम, निधि, प्रबन्धक और निवेशकर्त्ता अपनी निधि को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इधर से उधर भेज सकते हैं।
(4) भाररहित अर्थव्यवस्था- भाररहित अर्थव्यवस्था वह होती है जिसके उत्पाद सूचना पर आधारित होते हैं, जैसे-कम्प्यूटर, सॉफ्टवेयर मीडिया और मनोरंजक उत्पाद तथा इंटरनेट आधारित सेवाएँ। ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था वह होती है जिसमें अधिकांश कार्यबल वस्तुओं के वास्तविक भौतिक उत्पादन अथवा वितरण में संलग्न नहीं होता, बल्कि उनके प्रारूप, विकास, • प्रौद्योगिकी विपणन आदि में लगा रहता है। इस अर्थव्यवस्था में आपके पड़ोस में स्थित खान-पान प्रबन्ध सेवा से लेकर बड़े-बड़े ऐसे संगठन शामिल होते हैं जो सम्मेलनों जैसे व्यावसायिक समारोहों से लेकर शादी-विवाह जैसे पारिवारिक आयोजनों के लिए मेजबान को अपनी सेवाएँ प्रदान करते हैं।
(5) वित्त का भूमण्डलीकरण-सूचना प्रौद्योगिकी की क्रान्ति के कारण, पहली बार, वित्त का भूमण्डलीकरण हुआ है। भूमण्डलीय आधार पर एक एकीकृत वित्तीय बाजार इलेक्ट्रॉनिक परिपथों में, कुछ ही क्षणों में अरबों-खरबों डॉलर के लेन-देन कर डालते हैं। न्यूयॉर्क, टोकियो, लन्दन जैसे नगर वित्तीय व्यापार के प्रमुख केन्द्र हैं। भारत में मुम्बई को देश की वित्तीय राजधानी कहा जाता है।

प्रश्न 3. भूमण्डलीकरण से राजनीतिक परिदृश्य में किस प्रकार परिवर्तन आया है ?
उत्तर- भूमण्डलीकरण से राजनीतिक परिवर्तन-ये निम्नलिखित हैं (1) भूमण्डलीकरण का प्रमुख राजनीतिक परिवर्तन विश्व समाजवादी राजनीतिक व्यवस्था का विघटन था। जहाँ-जहाँ समाजवादी राजनीतिक व्यवस्था विघटित हुयी वहाँ-वहाँ तेजी से भूमण्डलीकरण प्रक्रिया का व्यापक विस्तार हुआ।
(2) राजनीतिक स्तर पर विशेष आर्थिक नीतियों को पारित किए जाने से भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया को काफी समर्थन मिला। इन परिवर्तनों को प्राय: नव उदारवादी आर्थिक उपायों के रूप में जाना जाता है।
(3) उदारवादी नीतियों में भी राजनीतिक इच्छा स्पष्ट दिखाई देती है जो क्षेत्रीय सीमाओं को तोड़ती हुई मुक्त बाजार व्यवस्था में विश्वास को बल देती है।
(4) राज्यों ने अपने बहुत से नियमों और कानूनों में ढील देना तथा सब्सिडी पर अंकुश लगाना उचित समझा।
(5) भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया के साथ कदम से कदम मिलाकर विश्व के राजनीतिक मंच पर विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों; जैसे- आसियान (दि एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन्स), ई. यू. (दि यूरोपियन यूनियन), W.T.O. (दि वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) इत्यादि का उदय हो रहा है, जो विश्व व्यापार संचालन के विभिन्न सदस्य देशों के लिए व्यापार आचार संहिता को लागू करते हैं।

प्रश्न 4. भूमण्डलीकरण के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों की विवेचना कीजिए।
उत्तर- भूमण्डलीकरण की पहचान नई विश्व व्यापार व्यवस्था तथा व्यावसायिक बाजारों के खुलने से है। वास्तविकता यह है कि भूमण्डलीकरण से विभिन्न समाजों और वर्गों को अनेक लाभ मिलने के साथ ही इससे अनेक गम्भीर समस्याएँ भी सामने आने लगी हैं।
भूमण्डलीकरण के सकारात्मक प्रभाव
(1) उत्पादों की किस्में-कई बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ भारत में अपनी पूँजी निवेश करती हैं अतः भारतीय उपभोक्ता गुणात्मक तथा कई किस्मों के उत्पाद न्यून दरों पर प्राप्त कर सकते हैं।
(2) आधारभूत ढाँचों में विकास- इस योजना के कारण आधारभूत ढाँचों की स्थिति में मानक रूप से सुधार हुआ है। सरकार स्वर्ण चतुर्भुज का निर्माण कर रही है जो सभी मुख्य शहरों को जोड़ेगा। संचार क्षेत्रों में अधिक प्रगति देख सकते हैं।
(3) भारतीय कम्पनियों के लिए वृद्धि-इस योजना के कारण निजी क्षेत्रों के उद्यमी अधिक तेजी से लाभ कमाते हैं। अब निजी क्षेत्रों के उद्यमी अन्य देशों के कच्चे माल तथा तकनीक के आयात के लिए स्वतन्त्र हैं। भूमण्डलीकरण के कारण भारतीय कम्पनियाँ बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के रूप में उभरी हैं, जैसे-टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, रेनबेक्सी, एशियन पेण्ट आदि।
(4) विदेशी मुद्रा तथा विदेशी निवेश – विदेशी मुद्रा से नई आर्थिक योजना के कारण बड़े स्तर पर निवेश के अवसर बढ़े हैं।
(5) आधुनिक व्यापार-भूमण्डलीकरण के कारण व्यापार अब सम्पूर्ण विश्व में होने लगा है। अब भारत माल का आयात व निर्यात करता है। हमारे व्यवसाय भी सभी प्रकार के विदेशी बाजारों में प्रवेश कर चुके हैं।

भूमण्डलीकरण के नकारात्मक प्रभाव
(1) श्रमिकों का शोषण-बड़ी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को विस्तृत वैश्विक सम्पर्क के साथ सस्ती वस्तुओं के लिए उनके लाभ को बढ़ाने के क्रम में देखा जाता है। श्रमिकों को अधिक घण्टे काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।
(2) कृषि के लिए कम महत्त्व- भूमण्डलीकरण की नई आर्थिक योजना भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र के महत्त्व को नकारती है।
(3) निर्धनता उपशमन में असफल- यह गरीबी की समस्या को सुलझाने में असमर्थ है जो कि भारत की बड़ी आर्थिक समस्या है। भूमण्डलीकरण की प्रक्रिया अमीर तथा गरीब के बीच अन्तर को बढ़ाती है।
(4) लघु उद्योगों के लिए समस्या – बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ उन वस्तुओं के निर्माण में जो लघु पैमाने के लिए आरक्षित थीं, के उत्पादन में प्रवेशित हैं। लघु पैमाना उद्योग बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की होड़ करने में असमर्थ होते हैं।
(5) प्रतिस्पर्धा तथा अनिश्चित रोजगार-भूमण्डलीकरण तथा प्रतिस्पर्धा का दबाव श्रमिकों के जीवन को पूर्ण रूप से परिवर्तित करता है। बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा के विरुद्ध अधिकांश कर्मचारी इन दिनों कार्य करने वाले मजदूरों को लचीले बनाते हैं। इसका अर्थ है कि श्रमिकों की नौकरियाँ अधिक समय तक सुरक्षित नहीं हैं।

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