अध्याय 19
शान्ति

शान्ति
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय प्रश्न
1. विल्फ्रेडो पैरेटो ने शक्ति अर्थात् ताकत का प्रयोग करने वालों की तुलना किससे की थी?
(i) लोमड़ी से (ii) शेर से
(iii) हाथी से (iv) गैण्डे से।
2. निम्नांकित में से क्या आधुनिक विश्व की माँग है-
(i) भ्रष्टाचार (ii) आतंकवाद
(iii) विश्वशान्ति (iv) युद्धा
3. निम्नांकित में शान्ति स्थापना का उपाय है-
(i) युद्धों की रोकथाम
(ii) हथियारों की दौड़ पर लगाम
(iii) संरचनात्मक हिंसा के रूपों को समाप्त करना
(iv) उपरोक्त सभी।
4. द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् किस देश ने सैन्य बल नहीं रखने का निर्णय लिया था?
(i) जापान तथा कोस्टारिका (ii) अमेरिका
(iii) रूस (iv) ब्रिटेन।
5. द्वितीय विश्वयुद्ध का अन्त अमेरिका द्वारा किस शहर पर अणु बम गिराने के बाद हुआ?
(i) हिरोशिमा (ii) नागासाकी
(iii) उक्त दोनों (iv) इनमें से कोई भी नहीं।
उत्तर-1.(ii), 2. (iii), 3. (iv), 4.(i),5.(ii).
Is रिक्त स्थान पूर्ति
1. युद्ध रहित व्यवस्था अर्थात् युद्धों का अभाव …….. है।
2. विश्व में ……… के लिए शान्ति परमावश्यक है।
3. संयुक्त राष्ट्र संघ का विश्व में शान्ति कायम करना है।
4. अपनी रक्षा एवं शान्ति बनाए रखने वाली स्थिति में उचित ……..हो सकता है।
5. हमारे समाज में हिंसा बढ़ने अथवा पनपने का कारण……….एवं ………… है।
उत्तर-1. शान्ति, 2. विकास, 3. प्रमुख उद्देश्य, 4. युद्ध करना, 5. आपसी ईर्ष्या; स्वार्थपरकता।
एक शब्द/वाक्य में उत्तर
1. शान्ति के मार्ग की दो बाधाएँ क्या-क्या हैं?
उत्तर-आतंकवाद तथा हथियारों की होड़।
2. शान्तिपूर्ण सहयोग से स्वयं जीना तथा दूसरों को जीने देना किसका अभिप्राय है?
उत्तर- शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व।
3. वर्तमान में शान्ति को बढ़ावा देने हेतु किए जाने वाले लोकप्रिय प्रयासों को क्या कहा जाता है?
उत्तर-शान्ति आन्दोलन।
4. उस संस्था का नाम लिखिए जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शान्ति बनाए रखने हेतु दण्ड की व्यवस्था करती है ?
उत्तर-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद्।
5. वास्तविक युद्ध न होना लेकिन युद्ध जैसा तनावपूर्ण वातावरण बना रहना किसका परिचायक है?
उत्तर-शीतयुद्ध।
सत्य/असत्य
1. शीतयुद्ध की समाप्ति के पश्चात् सोवियत रूस विश्व में एक शक्तिशाली देश के रूप में उभरा।
2. संरचनात्मक हिंसा की समाप्ति के लिए न्यायपूर्ण एवं लोकतान्त्रिक समाज की रचना आवश्यक है।
3. जाति एवं वर्ग भेद, पितृसत्ता, उपनिवेशवाद, नक्सलवाद तथा साम्प्रदायिकता इत्यादि संरचनात्मक हिंसा के उदाहरण हैं।
4. शान्ति की अनुपस्थिति की भारी कीमत चुकाने के पश्चात् मानवता ने इसकी उपयोगिता पहचानी है।
5. शान्तिवाद विवादों के समाधान के लिए हिंसा को एक प्रमुख हथियार मानता है।
उत्तर-1. असत्य, 2.सत्य, 3. सत्य, 4.सत्य, 5. असत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. उन दो विद्वानों के नाम बताइए जो शान्ति के सम्बन्ध में नकारात्मक विचार रखते हैं ?
उत्तर-(1) विल्फ्रेडो पैरेटो तथा (2) फ्रेडरिक नीत्शे।
प्रश्न 2. युद्ध की आवश्यकता के कोई दो कारण लिखिए।
उत्तर-(1) आत्मरक्षा अथवा सम्प्रभुता की रक्षा हेतु युद्ध की आवश्यकता होती है तथा (2) शान्ति वार्ता असफल होने के कारण युद्ध की आवश्यकता पड़ती है।
प्रश्न 3. शान्ति स्थापना के कोई दो उपाय लिखिए।
उत्तर-(1) युद्धों की रोकथाम करके शान्ति स्थापित की जा सकती है तथा (2) संरचनात्मक हिंसा के रूपों को समाप्त करके शान्ति स्थापित हो जाती है।
प्रश्न 4. ऐसे चार क्षेत्रों के नाम लिखिए जहाँ परमाणु हथियारों पर प्रतिबन्ध है ?
उत्तर-(1) दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र, (2) लैटिन अमेरिका तथा कैरेबियन क्षेत्र, (3) दक्षिण पूर्वी एशिया तथा (4) अफ्रीका।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. शान्ति के लिए खतरा बन चुके आतंकवाद के उदय के कारण लिखिए।
उत्तर-आतंकवाद आज सम्पूर्ण विश्व में शान्ति के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। इसके उदय के प्रमुख कारण निम्न प्रकार हैं-
(1) युद्ध-विभिन्न राज्यों के मध्य होने वाले युद्ध आतंकवाद को पनपने का अवसर देते हैं। युद्ध के दौरान जिस देश की पराजय होती है वह आतंकवाद की मदद लेकर दूसरे देश
को क्षति पहुँचाने का प्रत्येक सम्भव प्रयास करने लगता है।
(2) धार्मिक उन्माद-आतंकवाद को उदित करने में धार्मिक उन्माद की भी भूमिका रहती है। तथाकथित धार्मिक आका सम्पूर्ण विश्व में अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ बनाने तथा अपने
धर्म के अनुयायियों की रक्षार्थ आतंकवाद का सहारा लेते हैं। यह पागलपन धर्म की संकुचित एवं मनमाफिक व्याख्या का ही परिणाम है।
(3) असमानता-विभिन्न समाजों में जाति, वर्ग तथा धर्म इत्यादि पर आधारित असमानता भी आतंकवाद को पनपाने में अहम भूमिका का निर्वहन करती है। भेदभाव के
शिकार लोगों की विभिन्न शिकायतें होती हैं और जब इनका समाधान वे शान्तिपूर्वक नहीं कर पाते हैं तब वे हिंसा का सहारा लेते हैं। इस प्रकार, असमानता आतंकवाद की जननी हो जाती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. शान्ति के मार्ग की बाधाओं को किस प्रकार दूर किया जा सकता है?
उत्तर-शान्ति के मार्ग की बाधाओं को दूर करने के उपाय
युद्ध, शास्त्रीकरण, आतंकवाद तथा साम्प्रदायिकता इत्यादि शान्ति के मार्ग को प्रमुख बाधाएँ हैं। शान्ति के मार्ग में आने वाली बाधाओं को निम्न प्रकार दूर किया जा सकता है-
(1) अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह परमावश्यक है कि कुछ अन्तर्राष्ट्रीय कानून बनाए जाएँ। हालांकि ये मजबूत नहीं होते हैं, तथापि अधिकांश राज्य
जनमत के भय से अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों का परिपालन करते हैं।
(2) अन्तर्राष्ट्रीय संगठन भी शान्ति व्यवस्था कायम करने में मील का पत्थर सिद्ध होते हैं। विश्व में शान्ति व्यवस्था हेतु 1919 में लीग ऑफ नेशन्स तथा 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ
की स्थापना तत्पश्चात् सार्क, आसियान तथा यूरोपीय यूनियन जैसे संगठन की अपनी-अपनी भूमिका का उचित निर्वाह कर रहे हैं।
(3) विश्व में शान्ति-व्यवस्था बनाए रखने का एक अन्य महत्वपूर्ण उपाय शक्ति सन्तुलन की स्थापना भी है।
(4) नि:शस्त्रीकरण तथा शस्त्र नियन्त्रण भी विश्व शान्ति की स्थापना का एक कारगर उपाय है। संसार में जितना अधिक हथियारों का भण्डारण होगा, विश्व शान्ति को उतना ही
अधिक खतरा होगा।
(5) विश्वशान्ति की स्थापना में सामूहिक सुरक्षा के सिद्धान्त को भी महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान समय में शान्ति स्थापना का उद्देश्य किसी एक राज्य का न होकर सभी राज्यों का है।
(6) शान्ति स्थापना में जनमत की भूमिका की भी अनदेखी नहीं की जा सकती। वर्तमानमें जनसंचार के माध्यम इतने अधिक विकसित हो चुके हैं कि पलक झपकते ही किसी भी
विषय पर जनमत निर्मित हो जाता है। सरकारें जनमत की शक्ति की वजह से शान्ति को भंग करने से कतराती नजर आती हैं।
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