पाठ 8 संस्कृति -भदंत आनंद कौसल्यायन निबन्ध MP Board हिन्दी क्षितिज Hindi Class-10 क्षितिज-हिंदी class 10 Hindi पाठों के अभ्यास एवं अन्य परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्न

पाठ 8 संस्कृति -भदंत आनंद कौसल्यायन निबन्ध

अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1. लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई है?
उत्तर-लेखक की दृष्टि में सभ्यता और संस्कृति की सही समझ अब तक इसलिए नहीं बन पाई कि आज तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि ये दोनों एक ही हैं या अलग-अलग तत्त्वों के नाम हैं। ये दोनों शब्द समझ में कम आते हैं। जब इन दोनों शब्दों के साथ विशेषण लग जाते हैं; जैसे-‘भौतिक सभ्यता’ तब कुछ अर्थ समझ में आ भी जाता है।

प्रश्न 2. आग की खोज एक बहुत बड़ी खोज क्यों मानी जाती है ? इस खोज के पीछे रही प्रेरणा के मुख्य स्रोत क्या रहे होंगे?
उत्तर-आग की खोज एक बहुत बड़ी खोज इसलिए मानी जाती है कि इस खोज से मनुष्य को पका हुआ भोजन प्राप्त होने लगा तथा वह शीत से भी बचने लगा। इस खोज के पीछे रही प्रेरणा के मुख्य स्रोत जठराग्नि (पेट की आग) को दबाना तथा भयंकर शीत से बचना रहे होंगे।

प्रश्न 3. वास्तविक अर्थों में संस्कृत व्यक्ति’ किसे कहा जा सकता है?
उत्तर-लेखक का मानना है कि एक संस्कृत व्यक्ति किसी नई चीज़ की खोज करता है किन्तु उसकी सन्तान को वह अपने पूर्वज से अनायास ही प्राप्त हो जाती है। जिस व्यक्ति में बुद्धि ने अथवा उसके विवेक ने किसी भी नए तथ्य का दर्शन किया, वह व्यक्ति ही वास्तविक अर्थों में संस्कृत व्यक्ति है।

प्रश्न 4. न्यूटन को संस्कृत मानव कहने के पीछे कौन-से तर्क दिए गए हैं ? न्यूटन द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्तों एवं ज्ञान की कई दूसरी बारीकियों को जानने वाले लोग भी न्यूटन की तरह संस्कृत नहीं कहला सकते, क्यों ?
उत्तर-न्यूटन को संस्कृत मानव कहने के पीछे लेखक ने यह तर्क दिया है कि न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धान्त का आविष्कार किया था। अत: वह संस्कृत मानव था। आज के युग का भौतिक विज्ञान का विद्यार्थी न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण से तो परिचित है ही लेकिन उसके साथ उसे और भी अनेक बातों का ज्ञान प्राप्त है जिनसे शायद न्यूटन अपरिचित नहीं रहा। न्यूटन द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्तों एवं ज्ञान की कई दूसरी बारीकियों को जानने वाले लोग भी न्यूटन की तरह संस्कृत नहीं कहला सकते क्योंकि ऐसा होने पर आज हम भौतिक विज्ञान के विद्यार्थी को न्यूटन की अपेक्षा अधिक सभ्य भले ही कह लें परन्तु न्यूटन जितना संस्कृत नहीं कह सकते।

प्रश्न 5. किन महत्त्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सुई-धागे का आविष्कार हुआ होगा?
उत्तर-शरीर पर सिले हुए कपड़े पहनने, फटे हुए कपड़ों को सिलने सजाने जैसी इत्यादि महत्त्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सुई-धागे का आविष्कार हुआ होगा।

प्रश्न 6. “मानव संस्कृति एक अविभाज्य वस्तु है।” किन्हीं दो प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जब- (क) मानव संस्कृति को विभाजित करने की चेष्टाएँ। की गईं। (ख) जब मानव संस्कृति ने अपने एक होने का प्रमाण दिया।
उत्तर-(क) जब-जब मानव संस्कृति को विभाजित करने की चेष्टाएँ की गयीं तब-तब समाज में खून-खराबा एवं अराजकता फैली; जैसे-मन्दिर-मस्जिद का मामला। (ख) किसी भी सार्वजनिक कार्य में मानव संस्कृति अपने एक होने का प्रमाण देती है; जैसे-वृक्षारोपण आदि।

प्रश्न 7. आशय स्पष्ट कीजिए-मानव की जो योग्यता उससे आत्म-विनाश के साधनों का आविष्कार कराती है, हम उसे उसकी संस्कृति कहें या असंस्कृति ?
उत्तर-आशय-जब मनुष्य की योग्यता उससे उसी के विनाशक साधनों; जैसे-परमाणु बम आदि का आविष्कार करवाती है तब हम उसे उसकी असंस्कृति ही कहेंगे क्योंकि संस्कृति तो कल्याणकारी होती है।

रचना और अभिव्यक्ति

प्रश्न 8. लेखक ने अपने दृष्टिकोण से सभ्यता और संस्कृति की एका परिभाषा दी है। आप सभ्यता और संस्कृति के बारे में क्या सोचते हैं, लिखिए।
उत्तर-सभ्यता से मनुष्य के भौतिक क्षेत्र की प्रगति सूचित होती है जबकि संस्कृति से मानसिक क्षेत्र की प्रगति सूचित होती है। समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों के समग्र स्वरूप का नाम ही संस्कृति है।

भाषा-अध्ययन

प्रश्न 9. निम्नलिखित सामासिक पदों का विग्रह करके समास का भेद भी लिखिए- गलत-सलत आत्म-विनाश महामानव पददलित हिन्दू-मुसलिम यथोचित सप्तर्षि सुलाचना।
उत्तर- विग्रह. समास का भेद गलत और सलत. द्वन्द्व समास महान है जो मानव. कर्मधारय समास हिन्दू और मुसलिम. द्वन्द्व समास सात ऋषियों का समूह. द्विगु समास आत्मा का विनाश. तत्पुरुष समास पद से दलित. तत्पुरुष समास जैसा उचित हो. अव्ययीभाव समास सुन्दर नेत्र हैं जिसके. बहुव्रीहि समास।

पाठेतर सक्रियता
1. ‘स्थूल भौतिक कारण ही आविष्कारों का आधार नहीं है।’ इस विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कीजिए। उत्तर-विद्यार्थी स्वयं करें। 2. उन खोजों और आविष्कारों की सूची तैयार कीजिए जो आपकी नज़र में बहुत महत्त्वपूर्ण हैं ? उत्तर-विद्यार्थी स्वयं सूची तैयार करें।

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