pariksha adhyayan class 11th इतिहास – HISTORY अध्याय 1 संविधान : क्यों तथा कैसे MP BOARD SOLUTION

भाग-अ : भारत का संविधान
(सिद्धान्त और व्यवहार)

अध्याय 1
संविधान : क्यों तथा कैसे

अध्याय 1 संविधान : क्यों तथा कैसे
अध्याय 1
संविधान : क्यों तथा कैसे

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. सरकार पर सबसे प्रभावशाली नियन्त्रण किसका होता है
(I) संसद (ii) संविधान
(iii) राजनीतिज्ञ (iv) जनता।

2. भारतीय संविधान सभा का गठन जिस योजना के अन्तर्गत किया गया था, वह योजना-थी-
(i) क्रिप्स योजना (ii) वेबेल योजना
(iii) कैबिनेट मिशन योजना (iv) माउण्टबेटन योजना।

3. संविधान सभा की महिला सदस्य थीं-
(i) एनी बेसेन्ट (ii) सुचेता कृपलानी
(ii) कमला नेहरू (iv) सरोजिनी नायडू

4. संविधान सभा की कार्यप्रणाली की प्रमुख विशेषता थी-
by समझौते तथा समन्वय की भावना
(I) समझौते तथा समवन्वय की भावना
(ii) सहिष्णुता की भावना
(iii) तुष्टिकरण की भावना
(iv) सर्वधर्म समभाव।

5. संविधान सभा का प्रथम अधिवेशन प्रारम्भ हुआ था
(i) 11 दिसम्बर, 1946 को (ii) 9 दिसम्बर, 1946 को
(iii) 14 दिसम्बर, 1946 को (iv) 8 सितम्बर, 1946 को।

6. संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष थे-
(i) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (ii) पं. जवाहरलाल नेहरू
(iii) जयप्रकाश नारायण (iv) डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा।

7. भारतीय संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे-
(i) पं. जवाहरलाल नेहरू (ii) के. एम. मुंशी
(iii)डॉ. बी. आर. आम्बेदकर (iv) बी. एन. राव।

8. संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव कब रखा गया था ?
(i)13 दिसम्बर, 1946 को
(ii) 19 दिसम्बर, 1946 को
(iii) 29 दिसम्बर, 1946 को
(iv) 31 दिसम्बर, 1946 को।

9. भारतीय संविधान सभा द्वारा संविधान को किस दिन स्वीकृति प्रदान की गई थी?
(i) 15 अगस्त, 1947 (ii) 26 जनवरी, 1948
(iii) 26 नवम्बर, 1949 (iv) 26 जनवरी, 1950.

10. भारतीय संविधान पूर्णरूपेण किस दिन लागू किया गया
(i) 15 अगस्त, 1947 (ii) 16 अगस्त, 1948
(iii) 26 जनवरी, 1947 (iv)26 जनवरी, 1950.

11. भारतीय संविधान के निर्माण में कुल कितना समय लगा?
(i) 2 वर्ष, 11 माह 18 दिन (ii) 2 वर्ष,6 माह, 18 दिन
(iii) 2 वर्ष, 11 माह, 8 दिन (iv) 2 वर्ष, 6 माह, 8 दिन।

Op-1. (ii), 2. (iii), 3. (iv), 4. (i), 5. (ii), 6. (iv), 7. (iii), 8. (i), 9. (iii),10. (iv), 11.(i).

रिक्त स्थान पूर्ति

1. संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को
………..को चुना गया।
2. स्टैफोर्ड क्रिप्स, ए. वी. एलेग्जेंडर तथा पैथिक लारेंस
……….के सदस्य थे।
3. संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव………..ने प्रस्तुत किया।
4. संविधान सभा की प्रारूप समिति में ……….. सदस्य थे।
5. संविधान निर्माण सभा के परामर्शदाता ……….थे।
6. भारतीय संविधान के निर्माण मेंर…………व्यय हुए।
7. ………….ने संविधान सभा का बहिष्कार किया।
8. अन्तिम रूप से पारित भारतीय संविधान पर……….सदस्यों ने अपने हस्ताक्षर किए।

उत्तर-1.11 दिसम्बर 1946, 2. कैबिनेट मिशन,
3. पं. जवाहरलाल नेहरू, 4. सात,
5. बी. एन. राव, 6.63,96,729,7. मुस्लिम लीग, 8.284.

शब्द/वाक्य में उत्तर

1. किस देश का संविधान यह सुनिश्चित करता है कि सरकार गरीब एवं अनाथ बालकों की देखभाल करे?
उत्तर-इण्डोनेशिया।

2. संविधान सभा में कांग्रेस को कुल कितने प्रतिशत सीटें प्राप्त थीं?
उत्तर-82 प्रतिशत।

3. संविधान सभा में प्रमुख रूप से कुल कितनी कमेटियाँ (समितियाँ) थीं ?
उत्तर-पन्द्रह।

4. सर्वप्रथम भारतवासियों ने कांग्रेसी नेतृत्व में भारत को पूर्ण स्वतन्त्र कराने की
प्रतिज्ञा कब की थी?
उत्तर-26 जनवरी, 1930 को।

5. क्रिप्स मिशन भारत कब आया?
उत्तर-1942 में।

6. मोतीलाल नेहरू द्वारा संविधान सभा की माँग कब की गई थी?
उत्तर-1924 में।

7. संविधान सभा के पाँच प्रमुख सदस्यों के नाम लिखिए।
उत्तर-पं. जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद,सरदार पटेल, डॉ. बी. आर. आम्बेदकर तथा सरोजिनी नायडू।

सत्य/असत्य

1. संविधान सभा की पहली बैठक में 210 सदस्य उपस्थित थे।

2. राज्य के लिए संविधान का वही महत्व है जो मनुष्य के लिए शरीर का होता है।

3. संविधान के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए 26 नवम्बर, 2015 को पहला संविधान दिवस मनाया गया।

4. सरदार पटेल ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना को ‘राजनीतिक जन्म-पत्री’ कहा था।

5. के. एम. मुंशी ने संविधान सभा को हिन्दुओं की एक संस्था कहा था।

उत्तर-1.सत्य, 2. सत्य, 3. सत्य, 4. असत्य, 5. असत्य।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रशेन 1 संविधान सभा से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-यह एक ऐसी प्रतिनिध्यात्मक संस्था है जिसे नवीन संविधान पर विचार करने तथा अपनाने अथवा विद्यमान संविधान में महत्वपूर्ण बदलाव अथवा परिवर्तन करने के लिए
चुना जाता है।

प्रश्न 2. 1946 में गठित संविधान सभा की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर-(1) संविधान सभा के सभी सदस्य भारतीय थे, जिनका निर्वाचन किया गया था। (2) संविधान सभा पर ब्रिटिश हुकूमत का कोई दबाव नहीं था और वह स्वयं कैसा भी
संविधान बनाने हेतु पूर्ण स्वतन्त्र थी।

प्रश्न 3. कैबिनेट मिशन योजना के अन्तर्गत स्थापित संविधान सभा के कोई दो दोष लिखिए।
उत्तर-(1) संविधान सभा सम्प्रभुता सम्पन्न न थी तथा इसकी शक्तियों पर अनेक प्रतिबन्ध लगे थे। (2) हालांकि संविधान सभा में देशी रियासतों को प्रतिनिधित्व तो दिया गया था लेकिन वे संविधान को मानने हेतु बाध्य नहीं थीं।

प्रश्न 4. संविधान सभा के सत्ताहीन होने के कोई दो कारण लिखिए।
उत्तर-(1) चूँकि संविधान सभा ब्रिटिश शासन की इच्छानुसार स्थापित की गई थी तथा वह उसे जब चाहे समाप्त कर सकती थी। (2) संविधान सभा की शक्तियों पर अनेक
प्रतिबन्ध थे। संविधान सभा कैबिनेट मिशन द्वारा प्रस्तुत संवैधानिक रूपरेखा में कोई बदलाव नहीं कर सकती थी।

प्रश्न 5. संविधान किसे कहते हैं ?
उत्तर-जिन नियमों तथा सिद्धान्तों के आधार पर किसी देश का शासन चलता है, उन नियमों एवं सिद्धान्तों के संग्रह को संविधान कहा जाता है।

प्रश्न 6.संविधान की कोई दो परिभाषाएँ लिखिए।
उत्तर-लेविस के मतानुसार, “संविधान से तात्पर्य राज्य के ढाँचे से अथवा राज्य में राज्यसत्ता के प्रबन्ध अथवा वितरण से है।” फाइनर के शब्दों में, “संविधान आधारभूत राजनीतिक संस्थाओं की व्यवस्था होती है।”

प्रश्न 8. संविधान के महत्व के कोई दो बिन्दु लिखिए।
उत्तर-(1) संविधान सरकार के विभिन्न अंगों पर नियन्त्रण स्थापित करके उन्हें निरंकुश होने से रोकता है। (2) संविधान सामाजिक व्यवस्था के विकास की गारण्टी है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. संविधान निर्माण की आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
उत्तर-दीर्घ उत्तरीय प्रश्न संख्या । का उत्तर देखें।
प्रश्न 2. भारतीय संविधान सभा के सम्मुख उत्पन्न हुई प्रमुख कठिनाइयाँ लिखिए।
उत्तर-भारतीय संविधान शिल्पियों ने निर्माण काल के दौरान निम्न कठिनाइयों का

सामना किया था-
(1) चूँकि विशाल भारत में विभिन्न धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, अत: एक बड़ी कठिनाई समस्त वर्गों को सन्तुष्ट करना थी।
(2) मुस्लिम लीग ने संविधान सभा का बहिष्कार करके अपने लिए अलग संविधान सभा की माँग की थी।
(3) अंग्रेज सरकार की कुत्सित नीतियाँ तथा 1946 की साम्प्रदायिकता अपनी चरम सीमा पर थीं जिन्होंने भारतीय संविधान सभा के समक्ष कठिनाइयाँ पैदा की थीं।

प्रश्न 3. प्रारूप समिति के सदस्यों के नाम लिखिए।
उत्तर-संविधान सभा के प्रारूप संविधान के परीक्षण के लिए डॉ. भीमराव आम्बेदकर की अध्यक्षता में जिस प्रारूप समिति को निर्मित किया था उसमें एन. गोपालस्वामी आयंगर,
अल्लादिकृष्ण स्वामी अय्यर, के. एम. मुंशी, टी. टी. कृष्णामाचारी, एन. माधव मेनन तथा मोहम्मद सादुल्ला सदस्य थे।

प्रश्न 4. क्या भारतीय संविधान सभा एक प्रतिनिधिक संस्था (इकाई) थी?
उत्तर-हालांकि भारतीय संविधान सभा के सदस्य जनसाधारण द्वारा वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित नहीं थे, अतः इस दृष्टिकोण से इसे भारतीयों की प्रति- निधिक संस्था (इकाई) नहीं माना जा सकता। व्यावहारिक दृष्टिकोण से कहा जा सकता है कि उस समय कैबिनेट मिशन योजना के अन्तर्गत गठित होने वाली संविधान सभा की तात्कालिक सम्प्रदायगत वैमनस्यता की परिस्थितियों में प्रत्यक्ष चुनाव असम्भव थे। विषम परिस्थितियों के बावजूद संविधान सभा में सिख, पारसी, मुस्लिम, आंग्ल भारतीय, अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व हासिल था।

प्रश्न 5. क्या भारतीय संविधान सभा एक सम्प्रभु इकाई थी?
उत्तर- हालांकि भारतीय संविधान सभा ब्रिटिश सरकार द्वारा गठित थी, अत: वैधानिक दृष्टि से उसे यह अधिकार था कि वह जब चाहे उसे भंग कर देती। कैबिनेट मिशन योजना
द्वारा इसकी शक्तियों एवं अधिकारों पर अनेक सीमाएँ भी आरोपित की हुई थी। इसके बावजूद संविधान सभा ने यह प्रस्ताव पारित किया कि ब्रिटिश सरकार अथवा किसी भी अन्य सत्ता के आदेश से उसका विघटन नहीं होगा तथा सभा के संचालन का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व उसके निर्वाचित सभापति को होगा। भारतीय स्वतन्त्रता अधिनियम 1947 के पारित हो जाने के उपरान्त संविधान सभा पर कैबिनेट मिशन द्वारा लगाए गए प्रतिबन्ध वैधानिक दृष्टिकोण से समाप्त हुए
तथा भारतीय संविधान सभा एक सम्प्रभु इकाई के रूप में अस्तित्व में आई।

प्रश्न 6. भारतीय संविधान सभा को ‘वकीलों का स्वर्ग’ क्यों कहा जाता है ?
उत्तर- भारतीय संविधान सभा में वकीलों का बहुमत था। सभा के समस्त महत्वपूर्ण लोग कानून के ज्ञाता एवं पण्डित थे। सभा में उच्चकोटि के कानूनविदों के प्रभुत्व की वजह से
भारतीय संविधान का स्वरूप जटिल बन गया। यही कारण है कि इसे वकीलों का स्वर्ग कहा जाता है। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अधिकांश सेनानी पेशेवर वकील थे अतः उनको संविधान सभा में महत्वपूर्ण भूमिका स्वाभाविक थी। भारतीय संविधान बनाने के लिए जिस संवैधानिक दक्षता एवं कानूनी ज्ञान की जरूरत थी, वह वकीलों से ही सम्भव था।

प्रश्न 7. “भारतीय संविधान सभा में कांग्रेस की प्रधानता थी।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-भारतीय संविधान सभा में कांग्रेस की प्रधानता थी। हालांकि भारत विभाजन से पहले संविधान सभा में 69 प्रतिशत कांग्रेसी सदस्य थे, लेकिन बँटवारे के बाद मुस्लिम लोग के प्रतिनिधियों के सभा से अलग हो जाने के पश्चात् कांग्रेसी सदस्यों का प्रतिनिधित्व बढ़कर 69 प्रतिशत हो गया। तत्कालीन परिस्थितियों में कांग्रेस का स्वरूप एक राजनीतिक दल के रूप में नहीं बल्कि कांग्रेस एक देश थी। कांग्रेस के नेतृत्वकर्ता ही राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के नेता थे।

प्रश्न 8. क्या संविधान सभा के गठन में साम्प्रदायिकता को आधार बनाया गया ?
उत्तर-प्रान्तीय व्यवस्थापिकाओं के सदस्यों द्वारा साम्प्रदायिकता के आधार पर संविधान सभा के सदस्यों का चुनाव किया गया। हमारे जिन कर्णधारों ने राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान साम्प्रदायिकता का भारी विरोध किया था, उन्हीं ने संविधान सभा बनाते समय साम्प्रदायिक आधार को प्रमुखता प्रदान की थी। सम्भवतया इसका प्रमुख कारण यह रहा कि भारतीय संविधान सभा में किसी सम्प्रदाय विशेष का आधिपत्य स्थापित न हो जाए तथा समस्त सम्प्रदायों को
उचित प्रतिनिधित्व हासिल हो सके।

प्रश्न 9. मुस्लिम लीग द्वारा संविधान सभा का बहिष्कार क्यों किया गया ?
उत्तर-भारतीय संविधान सभा के निर्वाचन के पश्चात् मुस्लिम लीग ने अपनी कमजोर स्थिति देखकर सभा का बहिष्कार करने का फैसला किया। पाकिस्तान की माँग पर अड़े लीग
नेता मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था कि साम्प्रदायिक समस्या का एकमात्र समाधान भारत का विभाजन करके हिन्दुस्तान तथा पाकिस्तान को अलग-अलग करना है। जिन्ना ने वायसराय से संविधान सभा के सत्र को अनिश्चित काल तक स्थगित करने हेतु कहा, लेकिन तत्कालीन वायसराय ने उनकी माँग को अस्वीकार करते हुए 9 सितम्बर, 1946 से संविधान सभा के प्रथम सत्र की घोषणा की। नई दिल्ली में हुए इस प्रथम सत्र में मुस्लिम लीग के प्रतिनिधि सम्मिलित नहीं हुए।

प्रश्न 10. कैबिनेट मिशन योजना क्या थी?
उत्तर-कैबिटन मिशन ने शिमला में 5 मई, 1946 को अपना कार्य प्रारम्भ किया, लेकिन कांग्रेस एवं मुस्लिम लीग के साथ इसका विचार-विमर्श 16 मई, 1946 को बन्द हो गया। तत्पश्चात् अंग्रेज सरकार द्वारा प्रशासन एवं संविधान निर्माण हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए लगभग पाँच हजार शब्दों वाली एक अधिघोषणा की गई। इसमें यह प्रस्तावित किया गया कि
भारत राज्यों का एक संघ होगा जिसमें विभिन्न राज्यों अर्थात् रियासतों को सम्मिलित किया जाएगा। यह संघ विदेशी नीति, प्रतिरक्षा तथा संचार इत्यादि के साधनों पर फैसले लेने के साथ ही उक्त विषयों हेतु धनराशि एकत्र करने का पूर्ण अधिकारी होगा। भारतीय प्रतिनिधि संघीय प्रशासन में सम्मिलित होंगे तथा संघात्मक सूची में उल्लिखित विषयों के अलावा अन्य सभी विषय राज्य सूची में रखे जाएँगे। अधिघोषणा में एक अन्तरिम सरकार के गठन तथा भारतीय
संविधान के निर्माण हेतु परोक्ष निर्वाचन के आधार पर एक संविधान सभा निर्मित करने का भी उल्लेख था। इस संविधान सभा में कुल 389 सदस्यों का प्रावधान था। जिसमें 292 ब्रिटिश प्रान्तों के प्रतिनिधि, 4 चीफ कमिश्नर क्षेत्रों के प्रतिनिधि तथा 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधियों के चयन की बात की गई थी।

प्रश्न 11. कैबिनेट मिशन योजना की किन्हीं तीन विशेषताओं को लिखिए।
उत्तर-कैबिनेट मिशन योजना की तीन प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार हैं-
(1) ब्रिटिश भारत के प्रत्येक प्रान्त तथा देशी रियासतों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में स्थानों का आवण्टन किया गया।
(2) प्रत्येक प्रान्त के स्थानों को मुस्लिम, सिक्ख तथा सामान्य हिन्दू इत्यादि समुदायों में विभक्त किया गया।
(3) प्रान्तीय व्यवस्थापिकाओं अर्थात् विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा आनुपातिक
प्रतिनिधित्व के आधार पर ‘एकल संक्रमणीय मत प्रणाली’ से अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करना था।

प्रश्न 12. भारतीय संविधान सभा का निर्माण किस प्रकार हुआ ?
उत्तर- भारतीय संविधान सभा के चुनाव कैबिनेट मिशन योजना के अनुरूप जुलाई, 1946 में सम्पन्न हुए। संविधान सभा के लिए कुल 389 सदस्यों में से प्रान्तों हेतु निर्धारित
296 सदस्यों के लिए ही ये निर्वाचन हुए। इसमें कांग्रेस 208, मुस्लिम लीग 73, कम्युनिस्टnपार्टी, यूनियनिस्ट मुस्लिम, यूनियनिस्ट शिड्यूल कास्ट, कृषक प्रजा पार्टी, अछूत जाति संघ, शिखर (कांग्रेस के अलावा) तथा साम्यवादी एक-एक और निर्दलियों को कुल आठ स्थानों पर जीत मिली। मुस्लिम लीग ने संविधान सभा में अपनी कमजोर स्थिति को ध्यान में रखते हुए सच्चिदानन्द की अध्यक्षता में हुई संविधान की 9 दिसम्बर, 1946 की प्रथम बैठक का बहिष्कार किया। मुस्लिम लीग के बहिष्कार के बावजूद इस बैठक में 210 सदस्य उपस्थित रहे।

प्रश्न 13. संविधान सभा के कार्यकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-कैबिनेट मिशन योजना के आधार पर भारतीय संविधान सभा का गठन 1946 में हुआ। इस नवगठित संविधान सभा का प्रथम अधिवेशन 9 दिसम्बर, 1946 को संसद भवन
के केन्द्रीय कक्ष में हुआ जिसमें 210 सदस्य उपस्थित थे। इस दिन संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा की नियुक्ति की गई। ।। दिसम्बर, 1946 को सभा के स्थायी अध्यक्ष के रूप में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को चुना गया जो कि अन्त तक इस पद को सुशोभित करते रहे। संविधान सभा के संवैधानिक सलाहकार के रूप में बी. एन. राव का चयन किया गया। 13 दिसम्बर, 1946 को पण्डित नेहरू ने अपना प्रसिद्ध उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत करके भारतीय संविधान की आधारशिला रखी। संविधान सभा ने इस उद्देश्य प्रस्ताव को 23 जनवरी, 1947 को पारित कर दिया। संविधान सभा के कार्यों को सुगम बनाने हेतु विभिन्न महत्वपूर्ण समितियों का गठन किया गया। भारतीय संविधान को अन्तिम स्वरूप देने का उत्तरदायित्व 27 अगस्त, 1947 को गठित प्रारूप समिति को सौंपा गया जिसके सभापति डॉ. भीमराव आम्बेदकर थे। अन्ततः संविधान 26 नवम्बर, 1949 को बनकर तैयार हुआ जिसे पूर्णरूपेण 26 जनवरी,
1950 से लागू किया गया।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. भारतीय संविधान निर्माण की आवश्यकता को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-भारतीय संविधान निर्माण की आवश्यकता को निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट
किया जा सकता है-
(1) भारत को अपनी परिस्थितियों, भौगोलिक दशाओं तथा इतिहास के आधार पर अपने लिए विशिष्ट शासन प्रणाली का चयन करना था। शासन के इस स्वरूप एवं संगठन का निर्धारण करने के लिए उसको एक संविधान को आवश्यकता पड़ी।
(2) चूंकि प्रत्येक भारतीय तथा शासक वर्ग के प्रत्येक सदस्य को अपने-अपने अधिकार एवं कर्तव्यों का ज्ञान होना आवश्यक था और यह कार्य सिर्फ संविधान द्वारा ही पूरा किया जा सकता था। अत: भारतीय संविधान के निर्माण की आवश्यकता महसूस की गई।
(3) भारतीय संविधान निर्माण की आवश्यकता इस कारण से भी है, क्योंकि यह सरकार के विविध अंगों पर नियन्त्रण स्थापित करता है और इन्हें निरंकुश होने से रोकता है।
(4) भारतीय संविधान एक अटल नक्षत्र की तरह है, क्योंकि वह सरकार को लगातार दिशा-निर्देश देता है तथ उसका मार्गदर्शन भी करता है।
(5) भारतीय संविधान एक ऐसे दर्पण की तरह है जिसमें देश की सम्पूर्ण परिस्थितियों की झलक स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। अत: इसके निर्माण की महती आवश्यकता थी।

प्रश्न 2.भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत लिखिए।
अथवा
भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत लिखते हुए किसी एक को समझाइए।
उत्तर- भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत
भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं-
(1) ब्रिटिश संविधान-संसदीय प्रणाली, विधि-निर्माण प्रक्रिया तथा एकल नागरिकता को भारतीय संविधान में ब्रिटिश संविधान से ग्रहण किया गया है।
(2) अमेरिकी संविधान-भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार, न्यायिक पुनरावलोकन तथा संवैधानिक सर्वोच्चता का प्रावधान अमेरिका के संविधान से ग्रहण किया गया है।
(3) आस्ट्रेलियाई संविधान-भारतीय संविधान की प्रस्तावना की भाषा तथा समवर्ती सूची का प्रावधान ऑस्ट्रेलिया के संविधान की देन है।
(4) दक्षिण अफ्रीकी संविधान- भारतीय संविधान की संशोधन प्रणाली की प्रक्रिया को दक्षिण अफ्रीकी संविधान से ग्रहण किया गया है।
(5) कनाडा का संविधान-भारतीय संघ के लिए यूनियन शब्द का प्रयोग तथा केन्द्र एवं राज्यों के मध्य शक्तियों का वितरण कनाडा के संविधान से ग्रहण किए गए हैं।
(6) जर्मन संविधान-भारतीय संविधान में राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियाँ जर्मनी के वीमर संविधान की देन है।
(7) आयरलैण्ड का संविधान-भारतीय संविधान में नीति निर्देशक तत्वों का समावेश आयरलैण्ड के संविधान से प्रेरणा लेकर किया गया।
(8) भारत शासन अधिनियम, 1935-भारतीय संविधान में 200 धाराओं का प्रयोग
अक्षरश: भारत शासन अधिनियम, 1935 से किया गया है।

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