3 (A) Two Stories about Flying (i) His First Flight (ii) Black Aeroplane (B) How to Tell Wild Animals (C) The Ball Poem for 10th english mp board

Lesson 3(A)

Two Stories about Flying (टू स्टोरीज अबॉउट फ्लाईंग) [ उड़ान से सम्बन्धित दो कहानियाँ] I. His First Flight (हिज़ फर्स्ट फ्लाइट) [उसकी पहली उड़ान] –Liam O’Flaherty

Textual Exercises

(C) Thinking about the Text

1. Why was the young seagull afraid to fly ? Do you think all young birds are afraid to make their first flight, or are some birds more timid than others? Do you think a human baby also finds it a challenge to take its first steps ? (हाई वौज दी यंग सीगल अफेड टू फ्लाई ? डू यू थिंक औल यंग बईस आर ऑफ्रेड टू मेक दैर फस्ट फ्लाईट और आर सम बईस मोर टिमिड दैन अदर्स ? डू यू थिंक ह्यूमन बेबी ऑल्सो फाइन्ड्स इट ए चैलेन्ज टू टेक इट्स फट स्टैप्स ?) पहली उड़ान भरते समय सभी पक्षियों को डर लगता होगा या कुछ पक्षी औरों के मुकाबले डरपोक होते हैं ? क्या आपको लगता है कि छोटा बच्चा भी जब पहली बार चलना शुरू करता है तो उसको भी वह चुनौतीपूर्ण लगता है ?
Ans. The young seagull was afraid to fly. He was hesistant to fly because it was his first flight and was thinking that his would not support him. I think all young birds are little afraid before taking their first flight. Yes, just like young birds, human babies also find it little difficult while taking their first step for anything. (दी यंग सौगल वौज ऑफ्रेड टू फ्लाई। ही वौज हेजिटेन्ट टू फ्लाई बिकौज इट वौज हिज़ फर्स्ट फ्लाईट एंड ही वौज थिंकिंग दैट हिज़ विंग्स वुड नौट सपोर्ट हिम। आई धिक औल यंग बड्स आर लिटिल अफेड बिफोर टेकिंग दैर फर्स्ट फ्लाईट। यैस, जस्ट लाईक यंग बड्स, ह्यूमन बेबीज़ ऑल्सो काइनड इट लिटिल डिफ:कल्ट व्हाइल टेकिंग दैर फर्स्ट स्टैप फौर एनीथिंग।) छोटा सीगल उड़ान भरने से डरता था। वह उड़ान भरने में हिचक रहा था क्योंकि यह उसकी पहली उड़ान थी और वह सोच रहा था कि उसके पंख उसका साथ नहीं देंगे। मैं सोचता/सोचती हूँ कि सभी छोटे पक्षी पहली बार उड़ान भरने से पहले थोड़ा डरते होंगे। जी हाँ, छोटे पक्षियों की तरह छोटे बच्चे भी जब भी कुछ पहली बार शुरू करते हैं तो थोड़ी परेशानी का सामना करते हैं।

2. “The sight of the food maddened him.” What does this suggest ? What compelled the young seagull to finally fly? (“दी साईट ऑव दी फूड मैडन्ड हिम”। व्हॉट डज दिस सजैस्ट ? व्हॉट कम्पैल्ड दी यंग सीगल टू फाईनली फ्लाई ?) “भोजन को देखते ही वह पागल सा हो गया”। इस वाक्य का क्या आशय है ? छोटा सीगल किस मजबूरी से आखिरकार उड़ा? acting like a coward. His family left him alone to Ans. The young seagull was hesitant to fly am starve as they wanted to teach him to get his own fool As he saw his mother coming with fish, he excited and dived straight at the fish. He forgot thai by he was afraid of flying. Since he was starving, he got so maddened (दी यंग सीगल वौज हेजिटेन्ट टू फ्लाई एंड ऐक्टिंग लाक ए काउअर्ड। हिज़ फैमली लैफ्ट हिम अलोन टू स्टार्व एज है वॉन्टिड टू टीच हिम टू गैट हिज़ ओन फूड। the sight of food which compelled him to finally fly. एज ही सौ हिज़ मदर कमिंग विद फिश, ही गौट एकसाईटिव एंड डाईव्ड स्ट्रेट एट दी फिश। ही फौरगौट दैट ही वौज ऑफ्रेड ऑव फ्लाइंग। सिन्स ही वौज स्टाविंग, ही गौट सो मैडन्ड बाई दी साईट ऑव फूड व्हिच कम्पैल्ड हिम टू फाईनली फ्लाई।) छोटा सीगल उड़ने में हिचक रहा था और कायर जैसा व्यवहार कर रहा था। उसके परिवार ने उसे अकेला भूखा रहने को छोड़ दिया क्योंकि वे उसे खुद अपना खाना जुटाना सिखाना चाहते थे। जैसे ही उसने देखा कि उसकी माँ मछली लेकर पास आ रही है, वह उत्तेजित हो गया और मछली की तरफ सीधी छलांग लगा दी। वह भूल गया कि वह उड़ान भरने से डर रहा था। क्योंकि वह बहुत भूखा था वह भोजन देखते ही पागल सा हो गया और उसी ने उसे उड़ने को मजबूर किया।

3. “They were beckoning to him, calling shrilly”. Why did the seagull’s father and mother threaten him and cajole him to fly? (“दे वर बेकनिंग टू हिम, कौलिंग श्रिली।” व्हाई डिड दी सौगल्स फादर एंड मदर घैटन हिम एंड कैजोल हिम टू फ्लाई ?) “वे उसे डाँट रहे थे, उस पर चीख रहे थे”। सीगल के माता-पिता उसे क्यों धमका रहे थे और उड़ने के लिए क्यों खुशामद कर रहे थे?
Ans. The young seagull was scared of his first flight. He could not gather courage to fly. The seagull’s father and mother taunted him and threatened him to let it starve if he did not try. They knew if he did not fly, he would starve to death. They did all this because they wanted him to live. (दी यंग सीगल वौज स्कैर्ड ऑव हिज़ फस्ट फ्लाईटा है। कुड नौट गैदर करेज टू फ्लाई। दी सीगल्स फादर एंड मदर टौन्टिङ हिम एंड ब्रैटन्ड् हिम टू लैट इट स्टार्व इफ ही डिड नौट ट्राई । दे न्यू इफ ही डिड नौट फ्लाई, ही वुड स्टार्व टू डैथ। दे डिड ऑल दिस, बिकौज दे वौन्टिड हिम टू लिव।) . छोटा सीगल अपनी पहली उड़ान भरने से बहुत डर रहा था। वह उड़ने के लिए साहस नहीं जुटा पा रहा था। सीगल के माता-पिता उस पर व्यंग्य कस रहे थे और उसे धमका रहे थे कि अगर वह खुद से कोशिश नहीं करेगा तो उसे भूखा ही रहना होगा। वे जानते थे कि अगर वह नहीं उड़ेगा तो वह भूखा मर जायेगा। वे ये सब इसलिए कर रहे थे क्योंकि वे चाहते थे कि वह उड़ान भरे।

4. Have you ever had a similar experience, where your parents encouraged you to do something that you were to scared to try? Discuss this in pairs or groups. ( हैव यू एवर हैड ए सिमिलर इक्सपीरिअन्स कैर यौर पैरन्ट्स एनकरेण्ड यू टू डू समथिंग दैट यू वर टू स्कैर्ड टू ट्राई ? डिसकस दिस इन पैस और ग्रुप्स) क्या आपके साथ ऐसा अनुभव हुआ है जब आपके माता-पिता ने आपको प्रोत्साहित किया हो जिसको आप करने से डर रहे हों। जोड़ों में चर्चा करें।
Ans. Yes, I had a similar experience when my parents gifted me a new bicycle. I was 8 years old. They asked me to sit on the seat. They kept an telling me to more ahead. I was hesitant that if they leave me, I would fall and get hurt. They kept encouraging me, saying they are following me. I was bit scared and shaky in the beginning, I fell twice but gradually with my parents support, I gained confidence and learnt to control the bicycle (Students may write their own experience.) (यैस, आई हैड ए सिमिलर इक्सपीरिअन्स वैन माई पैरन्ट्स गिफ्टेड मी ए न्यू बाईसिकल। आई वौज ऐट योर्स ओल्ड। दे आस्क्ड मी टू सिट औन दी सीट। दे कैप्ट औन टैलिंग मी टू मूव अहैड। आई वौज हैजिटन्ट दैट इफ दे लीव मी, आई वुड फौल एंड गैट हर्ट । दे कैप्ट एन्करेजिंग मी, सेइंग दे आर फौलोइंग मी। आई वौज बिट स्कैर्ड एंड शेकी इन दी बिगनिंग। आई फैल ट्वाइस बट ग्रैजुअली विद माई पैरन्ट्स सपोर्ट, आई गेन्ड कौनफिडंस एंड लर्ट टू कन्ट्रोल दी बायसिकल।) (स्टूडेन्ट्स में राईट दैर ओन इक्सपीरिअन्स।) जी हाँ, मेरे साथ भी ऐसा ही अनुभव हुआ था जब मेरे माता-पिता ने मुझे साइकिल उपहार में दी थी। मैं आठ वर्ष का था। उन्होंने मुझसे सीट पर बैठने को कहा। वे मुझे आगे बढ़ने को कहते रहे। मैं हिचक रहा था कि अगर वो मुझे छोड़ देंगे तो मैं गिर जाऊँगा और मुझे चोट लगेगी। वे मुझे प्रोत्साहित करते रहे कि वो मेरे पीछे आ रहे हैं। मैं शुरू में डर रहा था और डगमगा रहा था। मैं दो बार गिरा पर धीरे-धीरे अपने माता-पिता द्वारा प्रोत्साहन प्राप्त कर मैं थोड़ा निर्भीक हो गया और साइकिल को नियन्त्रित करना सीख गया। (छात्र अपना अनुभव स्वयं लिखें)।

5. In the case of a bird flying, it seems a natural act, and a foregone conclusion that it should succeed the examples you have given in answer to the previous question, was your success guaranteed, or was it important for you to try, regardless of a possibility of failure ? (इनदी केस ऑव ए बर्ड फ्लाईंग, इट सीम्स ए नैचल एल्ट एंड ए फोरगौन कनक्लूज्हन दैट इट शुड सक्सीड। इन दी एगाजैम्पल्स यू हैव गिवेन इन आन्सर टू दो प्रोवीअस क्वैसचन, योज योर सक्सेस गैरनटोड, और वौज इट इम्पोरटेन्ट फोर यू टू ट्राई रिगार्डलेस ऑव ए पोस:बल्टी ऑव फेलयर?) पक्षियों का उड़ना एक प्राकृतिक क्रिया है और उसका निष्कर्ष यही निकलता है कि वे सफल होंगे ही। आपने जो पिछले प्रश्न के जवाब में लिखा है, क्या आपको सफलता सुनिश्चित थी, या कोशिश करना ज्यादा महत्वपूर्ण था बिना असफलता के बारे में
Ans. No, whenever we learn something for the first time, success is never guaranteed my success was, also not guaranteed. Trying to learn was important, not the result-success or failure. If we are afraid of failure. we will surely fail. We should always keep positive attitude. We should keep on trying till we succeed. It is trying only that matters the most. (नो, बैनएवर की लर्न समधिग फोर दी फस्ट टाईम, लक्सेस इज़ नैवर गैरसोड। माई सक्सैस बोज़ औल्सो नौट गैरटीड। ‘टाईग टूलन’ वौज़ इम्पोरटेन्ट, नौट दी रिजल्ट-सक्सैस और फेलयर। इफ जी आर ऑफ्रेड ऑव फेलयर, वी विल शुरली फेल। वी. शुड औलावेज़ कीप पॉजिटिव ऐटीट्यूड। वो शुड कीप औन ट्राईंग टिल की सक्सीड। इट इज ट्राइंग ओनली दैट मैटर्स दी मोस्ट।) जो नहीं, जब भी हम कुछ नया पहली बार सीखते हैं, सफलता की कोई गारण्टी नहीं होती। मेरो सफलता सुनिश्चित नहीं थी। कुछ सीखने की कोशिश करना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, सफलता या विफलता के नतीजे की परवाह किये बिना। अगर हम विफलता से डरते रहेंगे तो हम शर्तिया विफल हो होंगे। हमें सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। हमें निरन्तर कोशिश करते रहना चाहिए जब तक कि हम सफलता प्राप्त नहीं करते। कोशिश करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है।

II. Black Aeroplane (ब्लैक अरोप्लेन) [काला हवाई जहाज] -Fredrik Forsyth

(C) Textual Exercises

Thinking about the Text

1. “I’ll take the risk.” What is the risk? Why does the narrator take it? ( “आई विल टेक दी रिस्क।” व्हॉट इज़ दी रिस्क ? व्हाई डज दी नरेटर टेक इट?) मैं जोखिम उठाऊँगा”। क्या जोखिम था ? कथाकार ये जोखिम क्यों उठाता है ?
Ans. The risk is flying the old Dakota aeroplane into the storm. The narrator takes the risk because he wanted to get home and have breakfast. (दी रिस्क इज़ फ्लाईंग दी ओल्ड डकोटा ॲरोप्लेन दी स्टॉर्म। दी नरेटर टेक्स दी रिस्क बिकौज़ ही वॉन्टेड टू गैट होम एंड हैव इंग्लिश ब्रेकफास्ट।) तूफान में पुराना डकोटा हवाई जहाज चलाना एक जोखिम था। कथाकार ने जोखिम उठाता है क्योंकि वह घर पहुंचना चाहता था और वहाँ जाकर इंग्लिश नाश्ता करना चाहता था।

2. Describe the narrator’s experience as he flew the aeroplane into the storm. (डिसक्राईब दी नरेटर्स एक्सपीरीअंस एज़ ही फ्लू दी अॅरोप्लेन इनटु दी स्टॉर्म।) कथाकार के अनुभव का वर्णन करिये जब उसने तूफान में हवाई जहाज उड़ाया।
Ans. As the narrator flew the aeroplane into the storm, suddenly he found himself surrounded by clouds. He was unable to see anything. The aeroplane twisted in the air. The instruments like radio and compass stopped working. He felt lost in the storm. Then he saw a black aeroplane close to his Dakota, which had no light on its wings. But he could see the pilot who was guiding him. As the narrator landed safe, that plane disappeared all of a sudden. (एज़ दी नरेटर फ्लू दी ॲरोप्लेन इनटू दी स्टौर्म, सडनली ही फाउन्ड हिमसैल्फ सराउन्डिड बाई क्लाउड्स। ही वौज़ अनएबल टू सी एनीथिंग। दी ॲरोप्लेन ट्विस्टिड इन दी एर। दी इंसटूमेन्ट्स लाईक रेडियो एंड कम्पस स्टौप्ड वर्किंग। ही फैल्ट लौस्ट इन दी स्टौर्म । दैन ही सौ ए ब्लैक ॲरोप्लेन क्लोज टू हिज़ डकोटा, व्हिच हैड नो लाईट ऑन इट्स विंग्स । बट ही कुड सी दी पायलट हू वौज़ गाईडिंग हिम। एज़ दी नरेटर लैन्डिड सेफ, दैट प्लेन डिस:पीर्ड ऑल ऑव एसडन।) जब कथाकार ने तूफान में उड़ान भरी, अचानक उसने अपने को बादलों में घिरा पाया। उसे कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा था। हवाई जहाज हवा में हिचकोले खा रहा था। सारे यंत्रों (उपकरण) जैसे रेडियो और दिशासूचक यंत्र ने काम करना बन्द कर दिया था। वह तूफान में असहाय सा महसूस कर रहा था। तभी उसने अपने डकोटा के नजदीक एक काले हवाई जहाज को देखा जिसके पंखों पर रोशनी नहीं थी। पर वह पायलट को देख पा रहा था जो उसे आगे बढ़ने में निर्देश दे रहा था। जैसे ही कथाकार सुरक्षित उतरा, अचानक ही वह हवाई जहाज गायब हो गया।

3. Why does the narrator say, “I landed and was not sorry to walk away from the old Dakota….”? no (P S 1 नहीं लगा। ( व्हाई डज़ दी नरेटर से, “आई लैन्डेड एंड वौज़ नौट सौरी टू वॉक अवे फ्रोम दी ओल्ड डकोटा”?) कथाकार क्यों कहता है, “मैं उतरा और मुझे पुराने डकोटा को छोड़ने में ज़रा भी बुरा नहीं लगा “?
Ans. The narrator said this because he had a scary and horrible experience flying that old Dakota. He was happy that he had landed the plane safely. That is why he was not sorry to walk away. (दी नरेटर सैड दिस बिकौज ही हैड ए स्कैरी एंड हौरिबल एक्सपीरीअंस फ्लाईंग दैट ओल्ड डकोटा। ही वौज़ हैप्पी दैट ही हैड लैंन्डिड दी प्लेन सेफली। दैट इज़ व्हाई ही वौज़ नौट सौरी टू वौक अवे।) कथाकार ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसे पुराना डकोटा उड़ाने का बहुत डरावना और खतरनाक अनुभव हुआ था। वह खुश था कि वह सुरक्षित पहुँच गया। इसलिए उसे जाते हुए ज़रा भी बुरा

4. What made the woman in the control centre look at the narrator strangely ? (व्हौट मेड दी वुमन इन दी कंट्रोल सेन्टर लुक एट दी नरेटर स्ट्रेन्जली?) कंट्रोल रूम में बैठी महिला ने कथाकार को अजीब तरह से क्यों देखा ?
Ans. When the narrator asked the lady about the mysterious aeroplane that had guided him and brought him back safely through the dark clouds, she looked at him strangely. That woman had not seen any other aeroplane on the radar. As per her, there was no other plane in the sky, so she gave him a puzzled look. (वैन दी नरेटर आस्क्ड दी लेडी ॲबाउट दी मिस्टीरिअस अॅरोप्लेन दैट हैड गाइडिड हिम एंड ब्रौट हिम बैक सेफली थू दी डार्क क्लाउड्स, शी लुक्ड एट हिम स्ट्रेन्जली। दैट वुमन हैड नौट सीन ऐनीअदर अॅरोप्लेन औन दी रेडार। एज पर हर, दैर वौज़ नो अदर प्लेन इन दी स्काई, सो शी गैव हिम ए पज़ल्ड लुक।) अब कथाकार ने महिला से उस रहस्यमयी हवाई जहाज के बारे में पूछा जिसने उसकी मदद की थी और काले डरावने बादलों से उसे बचा कर सुरक्षित ले आया था, तो उस महिला ने उसे अजीब सी नजरों से देखा। उस महिला ने राडार पर कोई दूसरा हवाई जहाज नहीं देखा था। उसके अनुसार, आसमान में कोई दूसरा हवाई जहाज था ही नहीं इसलिए उसने उसे हैरतभरी नजरों से देखा।

5. Who do you think helped the narrator to reach safely? Discuss this among yourselves and give reasons for answer. (हू डू यू थिंक हैलप्ड् दी नरेटर टू रीच सेफली? डिसकर दिस अमंग योरसैल्व्स एंड गिव रीज़न्स फौर योर आन्सर।) आप क्या सोचते हैं कथाकार को किसने बचाया होगा रे चर्चा करें।
Ans. I think when the narrator was in trouble, he prayed to God and God helped him or I feel that some supernatural power (commonly called ET) helped the narrator to reach safely. Otherwise he couldn’t have come back through those dark clouds. He was a good pilot. He might have been hallucinating and it might have been his own self that came to his help. (आई थिंक वैन दी नरेटर वौज़ इन ट्रबल, हा प्रेड टू गॉड एंड गॉड हैल्पड हिम और आई फील दैट सम सुपरनैचुरल पॉवर (कौमनली कौल्ड इटी) हैल्पड दी नरेटर टू रीच सेफली। क्लाउड्स) ही अदरवाइज ही कुडन्टर हैव कम बैक थू दोज़ डार्क वीज़ ए गुड पाइलट । ही माईट हैव बीन हेलूसिनेटिंग एंड इट मा हैव बीन हिज़ ओन सैल्फ दैट केम टू हिज़ हैल्प।) मुझे लगता है जब कथाकार परेशानी में था, उसने ईश्वर से प्रार्थना की और ईश्वर ने उसकी मदद की या किसी अलौकिक शक्ति ने कथाकार की मदद की, वरना वह काले बादलों से बचकर वापस नहीं आ पाता। वह एक अच्छा पायलट था। हो सकता है वह विभ्रम दुनिया में हो और उसने खुद ही अपनी मदद की हो।

Lesson 3(B) How to Tell Wild Animals (हाउ टू टैल वाइल्ड ऐनॅमल्स) [जंगली जानवरों को कैसे पहचानें] -Carolyn Wells

D) Textual Exercises Thinking about the

Poem 1. Does dyin’ really rhyme with “lion’? Can you say it in such a way that it does ? (डज़ ‘डायन’ रीअली राइम विद ‘लाईअन’ ? कैन यू से इट इन सच ए वे दैट इट डज़ ?) क्या dyin’ सचमुच lion’ के साथ लयबद्ध है ? क्या आप इसे उस तरह कह सकते हैं जिससे यह लयबद्ध लगे?
Ans. The word ‘dyin’ is actually dying. The poet has created a rhyming effect in the poem by changing it to win so that it rhymes with lion When one pronounce ‘dyinit rhymes with the word hion सो देर इशा राइस विद लाइभन । बैन को पोनाउंस डायन, इट साइमा विददी वर्ड साइजन’) यह शब्द ‘डायन’ हकीकत में ‘डापिंग’ है। कवि ने इस शब्द को ‘डायन’ में बदलकर एक कविता में लयबद्ध किया है। जिससे कि वह ‘लायन’ के साथ लय में लगे। जब हम ‘डायन’ का उच्चारण करते हैं तो वह ‘लायन’ के साथ लयबद्ध होता

2. How does the poet suggest that you identify the lion and the tiger ? When can you do so, according to him? (हाउडज़ दी पोइट सजैस्ट दैट यू आइडेंटिफाइ दौलाईअन एंड दो टाईगर? वैन कैन यूडू सो, अकौडिंग टू हिम?) कवि किस तरह से शेर, और बाघ को पहचानने को कहता है ? उसके अनुसार आप ऐसा कब कर सकते हैं?
Ans. The poet differentiates between the lion and the tiger in the following manner- He says, if the beast is of yellow tawny colour and it roars out fiercely at you then this is an Asian lion. Whereas if the beast has black stripes on yellow skin and he tries to attack. You then it is a Bengal Tiger. He says lion roars so loudly so as one dies out of fright, on the other hand, the tiger never gives you a chance to escape. . (दी पोइट डिफरेन्शियेट्स बिटवीन दी लाईअन एंड दी टाईगर इन दो फौलोइंग मैनर- ही सेज़ इफ दी बौस्ट इज़ ऑव यैलो टाउनी कलर एंड इट रोर्स आउट फोर्सली दैन दिस इज़ एन एशियन लाईअन। व्हरएज़ इफ दी बीस्ट हैज़ ब्लैक स्ट्राईप्स औन यैलो स्किन एंड ही ट्राइज़ टू अटैक। यू दैन इट इज़ ए बेन्गाल टाईगर। ही सेज़ लाईअन रोर्स सो लाउडली सो एज़ वन डाईज़ आउट ऑव फ्राईट, औन दी अदर हैंड, दी टाईगर नैवर गिव्स यू चास टू एस्केप।) कवि शेर और बाघ में निम्न प्रकार से अंतर करता है- वह कहता है कि अगर कोई जंगली जानवर गहरे पीले भूरे रंग का हो और वह आप पर बहुत खतरनाक तरीके से दहाड़े तो इसका मतलब है कि वह एशियाई शेर है जबकि अगर किसी जंगली जानवर की पीली खाल पर काली धारियाँ हों और वह आप पर हमला करने की कोशिश करे तो इसका मतलब है कि वह बंगाल बाघ है। कवि कहता है कि शेर इतनी जोर से दहाड़ता है कि इंसान का दहाड़ सुनकर डर से ही मर जाए जबकि बाघ आपको बचने कभी भी मौका नहीं देता।

poet spell them like this? the third stanza are spelt correctly? Why does the 3. Do you think the words *lept’ and ‘lep in (डूयूधिक दी व ‘लेप्ट एंड ‘लैप’इन दी थर्ड स्टैन्जा आर स्पैल्ट करैक्टली ? व्हाई डज़ दी पोइट स्पैल दैम लाईक दिस?) क्या आपको लगता है तीसरे छंद में लेप्ट’ और ‘लेप’ सही लिखा है ? कवि ने इनको इस तरह क्यों लिखा है ? Ans. No, the words ‘lept’ and ‘lep’ are spelt incorrectly. The poet has spelt them like this to maintain the rhythm of the poem. This is a poetic device to rhyme with ‘leopard’ and to lay emphasis on the actions of the leopard. (नो, दी वर्ड्स ‘लैप्ट’ एंड ‘लैप’ आर स्पैल्ट इनकरैक्टली। दी पोइट हैज़ स्पैल्ट दैम लाईक दिस टू मेनटेन दी रिदम ऑव दी पोइम। दिस इज़ ए पोइटिक डिवाईस टू राइम विद ‘लैपर्ड’ एंड टू ले ऐमफसिस औन दी एक्शन्स ऑव दी लैपर्ड।) जी नहीं, ‘लेप्ट’ ओर लेप’ गलत शब्द हैं। कवि ने इन शब्दों को इस तरह इसलिए लिखा है जिससे कि कविता लयबद्ध हो। यह ‘लैपर्ड’ शब्द को लयबद्ध करने के लिए और चीते के कार्यकलापों पर जोर देने के लिए काव्य अलंकार है।

4. Do you know what a ‘bearhug’ is? It’s a friendly and strong hug – such as bears are thought to give, as they attack you! Again, hyenas are thought to laugh, and crocodiles to weep (‘crocodile tears’) as they swallow their victims. Are there similar expressions and popular ideas about wild animals in your own language(s)? (डू यू नोट व्हौट ए ‘बीअरहग’ इज़ ? इट्स ए फ्रेंडली एंड स्ट्रोंग हग-सच एज़ आर थौट टू गिव, एज दे अटैक यू! अगेन, हाईनाज़ आर थौट टू लाफ, एंड क्रोकॅडाइल्स टू वीप (‘क्रोकॅडाइल टीर्स’) एज़ दे स्वालो दैर विकटिम्स। आर दैर सिमिलर एक्सप्रेशन्स एंड पौप्यलर आईडिअ:ज़ अबाउट वाइल्ड ऐनॅमल्स इन यौर ओन लैंग्वेजा ज़)?) क्या आप जानते हैं कि भालू का आलिंगन क्या होता है ? यह एक दोस्ताना और मजबूत आलिंगन (झप्पी) है-जैसा कि जब भालू आप पर हमला करते हैं तो माना जाता है कि वे ऐसा करते हैं। ऐसा समझा जाता है कि लकड़बग्घा हँसते हैं और मगरमच्छ रोते हैं। जब वे अपने शिकार को निगलते हैं। क्या आपकी भाषा (बोली) में भी जंगली जानवरों के लिए ऐसा ही भाव और विचार है ?
Ans. A bear hug is supposed to be a very intimate hug bears are thought to give to their prays. They try and powerful hug. It is a tight embrace. This is the to be friendly but in reality. They can be dangerous. Hyenas never laugh. Their face is such that have a weird smile and they seem to smile like humans before attacking their prey. Their smile is deceptive. Similarly, crocodiles never weep. When they swallow their victims, their tars come out automatically. Yes, every language has similar expressions and popular ideas about animals. (ए बीअर हग इज़ सपोज्ड टू बी ए वैरी इंटीमेट एंड पावरफुल हग। इट इज टाईट एम्बेस। दिस इज़ दी हग बीअर्स आर थौट टू गिव टू दैर प्रेज़। दे ट्राई टू बी फ्रेंडली बट इन रीऐलिटी। दे कैन बी डेंजरस। हाईनाज़ नैवर लाफ। दैर फेस इज़ सच दैट हैव ए वोर्ड स्माइल एंड दे सीम टू स्माइल लाइक ह्यूमन्स बिफोर अटैकिंग दैर प्रे। दैर स्माइल इज़ डिसैक्टिव। सिमीलरली, क्रोकॅडाइल्स नैवर वीप। वैन दे स्वौलो दैर विकटिम्स दैर टीर्स कम आउट औटमैटिकली। यैस, एवरी लैंग्वेज हैज सिमलर एक्सप्रेशन्स एंड पोप्यलर आईडिअ:ज अबाउट ऐनॅमल्स।) भालू का आलिंगन बहुत प्यार-भरा और मजबूत माना जाता है। वह कस कर झप्पी देता है। भालू अपने शिकार के साथ ऐसा करता है। ऐसा लगता है कि वह उससे प्यार कर रहा है पर हकीकत में यह बहुत खतरनाक होता है। लकड़बग्घे कभी भी नहीं हँसते। उनकी शक्ल ही ऐसी होती है, लगता है जैसे वह अजीब तरह से हँस रहे हों और अपने शिकार पर हमला करने से पहले ऐसा लगता है जैसे वह इन्सानों की तरह मुस्करा रहे हों। उनकी मुस्कराहट एक धोखा होती है। उसी तरह मगरमच्छ कभी भी नहीं रोते। जब वह अपना शिकार निगलते हैं, तो स्वत: ही उनके आँसू निकल आते हैं। जी हाँ, हर भाषा शैली में जानवरों के लिए ऐसे ही भाव और विचार होते हैं।

5. Look at the line “A novice might nonplus”. How would you write this ‘correctly’? Why is the poet’s incorrect’ line better in the poem ? (लुक एट दी लाईन “ए नोविस माईट नौनप्लस”। हाउ वुड यू राईट दिस ‘करैक्टली’ ? व्हाई इज़ दी पोइट्स ‘इनकरैक्ट’ लाईन बैटर इन दी पोइम ?) “A novice might nonplus”. इस पंक्ति को देखिये। यह आप किस प्रकार से सही तरह से लिखेंगे? कवि की गलत पंक्ति भी कविता में क्यों ठीक लगती है ?
Ans. The correct order of the sentence would be “A novice might be nonplussed”. The poet’s incorrect line seems to be better as the poet wrote it in order to bring, rhythm to his poem. The word ‘nonplus’ rhymes with the word ‘thus’. (दी करैक्ट और्डर ऑव दी सैन्टैन्स वुड वी “ए नोविस माईट बी नौनप्लस्ड”। दी पोइट्स इनकरैक्ट लाईन सीम्स टू बी बैटर एज़ दी पोइट रोट इट इन और्डर टू बिंग रिदम टू हिज़ पोइम। दी वर्ड ‘नौनप्लस’ राइम्स विद दी वर्ड ‘दस’।) वाक्य का सही क्रम होना चाहिए था “Anovice might be nonplussed”. कवि की गलत तरह से लिखी पंक्ति भी ठीक इसीलिए लगती है क्योंकि कवि ने कविता को लयबद्ध करने के लिए ऐसा लिखा है। शब्द ‘nonplus’, शब्द ‘thus’ के साथ लय में आता है।
6. Can you find other examples of poets taking liberties with language, either in English or in your own language(s) ? Can you find examples of humorous poems in your own languages(s) ? (कैन यू फाइन्ड अदर एगजैम्पल्स ऑव पोइट्स टेकिंग लिबर्टीज़ विद लैंग्वेज, आईदर इन इंगलिश और इन यौर ओन लैंग्वेज ? कैन यू ह्यूमरस पोइम्स इन योर ओन लेंग्वेज ?) क्या आप कोई और उदाहरण दे सकते हैं जिसमें कवि ने अपनी तरह से भाषा को लिखने में आजादी ली हो। क्या आप अपनी भाषा में भी ऐसे उदाहरण ढूँढ सकते हैं ?
Ans. Poets generally take liberties with language to create a special poetic effect. It is called poetic licence. For example, in this poem ‘dyin’ is used in place of ‘dying’ to create a rhyming effect. In the poem “Hickory, dickory, dock. The mouse ran up the clock”. ‘duck’ and ‘clock’ are rhyming with each other though they are not right. A tree whose hungry mouth is prest. “Against the earth’s sweet flowing breast” ‘Prest’ and ‘breast’ are rhyming though they are not right. (पोइट्स जेनरली टेक लिबर्टीज़ विद दी लैंग्वेज टू क्रीएट ए स्पेशल पोइटिक इफैक्ट। इट इज़ कौल्ड पोइटिक लाइसेंस। फौर एगजैम्पल, इन दिस पोइम ‘डायन’ इज़ यूज्ड इन प्लेस ऑव डाइंग टू क्रीएट ए राइमिंग इफैक्ट। इन दी पोइम, “हिकरी डिकरी डौक। दी माउस रैन अप दी क्लौक”। ‘डौक ‘ एंड क्लौक’ आर राइमिंग विद ईच अदर दो दे आर नौट राईट। “ए ट्री हूज हंग्री माउथ इज़ प्रेस्ट। अगेस्ट दी अर्थस स्वीट क्लोइंग ब्रेस्ट” प्रेस्ट एंड ब्रेस्ट आर राइमिंग दो दे आर नौट राईट।) कवि अक्सर अपनी कविताओं में काव्य की शैली के लिए भाषा को बदलने की आजादी ले लेते हैं। इसको काव्य अलंकार कहा जाता है। उदाहरण के लिए-इसी कविता में ‘dvin’ का प्रयोग dying के लिए किया गया है जिससे कि कविता लयबद्ध हो। कविता “Hickory dickory dock the mouse ran up the clock” में dock और clock लयबद्ध हैं जबकि ये सही नहीं हैं। “A tree whose hungry mouth is prest, Against the earth’s sweet flowing breast” में prest it breast लयबद्ध है जबकि ये सही नहीं है।

7. Much of the humour in the poem arises from the way language is used, although the ideas are funny as well. If there are particular lines in the poem that you especially like, share these with the class, speaking briefly about what it is about the ideas or the language that you like or find funny. (मच ऑव दी ह्यूमर इन दी पोइम अराइजिज फ्रोम दी वे लैंग्वेज इज़ यूज्ड, औलदो दी आइडिअ:ज़ आर फनी वेल। इफ दैर आर पार्टिक्यलर लाईन्स इन दी पोइम दैट यू स्पेशली लाईक, शैर दीज़ विद दी क्लास, स्पीकिंग ब्रीफली अबाउट व्हौट इट इज़ अबाउट दी आइडिअ:ज़ और दी लैंग्वेज दैट यू लाईक और फाइन्ड फनी।) कविता हास्यास्पद है जिस वजह से भाषा शैली ली गयी है जबकि साथ ही साथ विचार भी विनोदपूर्ण हैं अगर कोई पंक्ति विशेष आपको पसन्द आयी हो तो अपनी कक्षा के साथ चर्चा कीजिए कि आपको कौन सी लाइन, भाषा या विचार हास्यास्पद लगा। Ans. The poet has used the language in a way that arises humour. His ideas are funny. I especially like the following lines of the poem : (i) If he roars at you as you’re dyin you’ll know it is the Asian lion, (ii) Just notice if he eats you (Bengal tiger) (iii) Hyenas come with merry smiles. (iv) But if they weep, they are crocodiles. The ideas are treated humorously. Some animals may seem to be embracing, hugging, smiling or weeping but their activities are deadly. (दी पोइट हैज़ यूज्ड दी लैंग्वेज इन ए वे दैट अराइज़िज़ ह्यूमर। हिज़ आईडिअःज़ आर फनी। आई स्पेशली लाईक दी फौलोइंग लाईन्स ऑव दी पोइम- (i) इफ ही रोर्स एट यू एज़ यू आर डायन यू विल नो इट इज़ दी एशियन लाईअन… (ii) जस्ट नोटिस इफ ही ईट्स यू (बेन्गाल टाईगर) (iii) हाईनाज़ कम विद मैरी स्माइल्स। (iv) बट इफ दे वीप, दे आर क्रोकॅडाइल्स। दी आईडिअ:ज़ आर ट्रीटेड ह्यूमरसली। सम ऐनॅमल्स मे सीम टू बी एम्ब्रेसिंग, हगिंग, स्माइलिंग और वीपिंग बट दैर ऐक्टिविटीज़ आर डेडली।) कवि ने कविता में ऐसी भाषा शैली ली है जो कि हास्य से परिपूर्ण है। उसके विचार हास्यास्पद हैं। मुझे कविता की ये पंक्तियाँ विशेष रूप से पसन्द हैं : (i) अगर वो ऐसे दहाड़े जिससे आप डर कर मरने लगें, तो आप जान जायेंगे कि वह एशियाई शेर है। (ii) आप गौर करना वो आपको खा जायेगा (बंगाल का बाघ)। आता है। (iii) लकड़बग्घा अपनी खुशी भरी मुस्कुराहटों के साथ (iv) अगर वो रोते हैं तो समझो वो मगरमच्छ हैं। सारे विचार बहुत हास्यपूर्ण तरीके से रखे गये हैं। कुछ जानवर आपको आलिंगन करते, प्यार करते, हँसते और रोते लग सकते. हैं, पर उनके ये क्रियाकलाप बहुत खतरनाक/जानलेवा होते हैं।

Lesson 3(C) The Ball Poem (दी बॉल पोइम) [कविता एक गेंद की] -John Berrymall

Time Textual Exercises Thinking about the Poem I. Why does the poet say, “I would not intrude on him”? Why doesn’t he offer him money to buy another ball? (व्हाई डज़ दी पोइट से, “आई वुड नौट इंट्रड औन हिम”? व्हाई डज़न्र ही औफर हिम मनी टू बाई ॲनॅदर बौल ?) कवि क्यों कहता है कि “मैं बेवजह दखलअंदाजी नहीं करूँगा”? वह उसे दूसरी गेंद खरीदने के लिए पैसे देने की बात क्यों नहीं करता?
Ans. The poet does not want to intrude because he knows that little boy has to learn to accept the loss and he wanted to give the chance to the boy to learn the real truth of life. The loss, here means loss of something important or someone special. (दी पोइट डज़ नौट वौन्ट टू इन्टूड बिकौज़ ही नोज़ दैट दी लिटिल बॉय हेज़ टू लर्न टू इक्सैप्ट दी लौस एंड ही वॉन्टिड टू गिव दी चांस टू दी बॉय टू लर्न दी रीअल टूथ ऑव लाईफ। दी लौस, हैर मीन्स लौस ऑव समथिंग इम्पौरटेन्ट और समवन स्पैशल।) कवि दखलअंदाजी नहीं करना चाहता क्योंकि वह जानता है कि उस छोटे लड़के को अपनी क्षति को सहन करना सीखना ही होगा और वह उस लड़के को मौका देना चाहता था कि वह जिन्दगी की सच्चाई/असलियत को समझे। यहाँ क्षति का अर्थ है, किसी महत्त्वपूर्ण वस्तु का नुकसान या किसी खास रिश्ते के खत्म होने का नुकसान।

2. “…staring down/All his young days into the harbour where/His ball went….” Do you think the boy has had the ball for a long time? Is it linked to the memories of days when he played with it? (“.. स्टैरिंग डाउन/औल हिज़ यंग डेज़ इन टू दी हार्बर हैर/ हिज़ बौल वैन्ट….” डू यू थिंक दी बॉय हैज़ हैड दी बौल फॉर ए लौंग टाईम ? इज इट लिंक्ड टू दी मेमोरीज़ ऑव डेज़ वैन ही प्लेड विद ‘इट’?) ”अपलक नीचे देखते हुए/बचपन के दिनों में इसी बंदरगाह से/उसकी गेंद गयी है ….” क्या आपको लगता है कि उस लड़के के पास गेंद काफी समय से होगी ? क्या यह उन दिनों की यादों से सम्बन्धित है जब इससे खेलता था ? of his ball. In the beginning it sho reaction the materialistic things in the world. Like, we should ave to accept the changes in life, we have to move Un to accept and let go the things we can never have Exercises 1 व Ans. Yes, I fell that the boy had the ball for a very long time. The line itself describes that the boy le, the poet himself recalls his childhood days at the harbour, when he used to play with the ball. The ball is surely linked to the sweet memories of those days (यैस, आई फील दैट दी बॉय हैड दी बौल फौर ए वैरी की टाइम। दी लाईन इटसैल्फ डिसक्राइब्स दैट दी बॉय देट इज, दी पोइट हिमसैल्फ रिकौल्स हिज़ चाइल्डहुड डेज़ एट दी हार्बर, कै ही यूज्ड टू प्ले विद दी बौल। दी बौल इज़ शुरली लिंक्ड: टूदी स्वीट मेमोरीज ऑव दोज़ डेज़) जी हाँ, मुझे लगता है कि उस लड़के के पास गेंद काफी समय से होगी। यह पंक्तियाँ स्वत: वर्णन करती हैं कि वह लड़का, यानि कि वह कवि, खुद इस बंदरगाह पर अपने बचपन के दिनों को याद करता है जब वह यहाँ गेंद से खेला करता था। इस गेंद से निश्चित ही उन दिनों की खूबसूरत यादें जुड़ी हैं।)

3. What does “in the world of possessions mean? (व्हौट डज़ “इन दी वर्ल्ड ऑव पज़ेशन्ज” मीन ?) सांसारिक अधिकारों से आपका क्या अभिप्राय है? Ans. “In the world of possessions”means that the world is full of materialistic things, the things which bring joy, comfort and luxury in our life. (“इन दी वर्ल्ड ऑव पज़ेशन्ज” मीन्स दैट दी वर्ल्ड इज़ फुल ऑव मटीरियलिस्टिक थिंग्स, दी थिंग्स व्हिच ब्रिग जौइ, कम्फर्ट एंड लग्जरी इन आउर लाईफ।) सांसारिक अधिकारों का अभिप्राय है-दुनिया सांसारिक संसाधनों से भरी हुई है जो कि हमें खुशियाँ, आराम व वैभवपूर्ण जिन्दगी देते हैं।

4. Do you think the boy has lost anything earlier ? Pick out the words that suggest the answer. (डू यू थिंक दी बॉय हैज़ लौस्ट एनीथिंग अर्लीयर ? पिक आउट दी वर्ड्स दैट सजैस्ट दी आन्सर।) क्या आपको लगता है कि कि उस लड़के को पहले कभी कुछ भी क्षति हुई थी ? उत्तर के लिए कविता से शब्द चुनिए।
Ans. The line in the poem “now he senses his first responsibility shows that the boy has not lost anything earlier अर्लीयर।) your own words. (दी लाईन इन दी पोइम “नाउ ही सेन्सिज़ हिज़ फर्स्ट रिस्पोन्सॅबिलिटी शोज दैट दी बॉय हेज़ नोट लौस्ट एनीथिंग कविता की पंक्ति जिसमें कहा गया है, “अब उसे अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी”, से लगता है कि उस लड़के को इससे पहले किसी भी वस्तु का नुकसान नहीं हुआ होगा।

5. What does the poet say the boy is learning from the loss of the ball ? Try to explain this in (व्हौट डज़ दी पोइट से दी बॉय इज़ लर्निंग फ्रॉम दी लौस ऑव दी बौल। ट्राई टू एक्सप्लेन इट इन योर ओन वर्ड्स।) कवि क्या कहना चाहता है कि वो लड़का इस गेंद के नुकसान से सीख रहा है ? अपने शब्दों में समझाइए।
Ans. The poet says that the boy will now learn the real meani of life. He will leam to accept the changes in life and let go the things we can never have again. He will learn to move on in life despite of having losses as everyone has to experience this in his life. It can be a loss of something or someone. But life goes on. This is a harsh reality that lost things never come back so we have to be strong to accept this truth of life. (दी पोइट सेज़ दैट दी बॉय विल नाउ लर्न दी रीअल मीनिंग ऑव लाईफ। ही विल लर्न टू एक्सेप्ट दी चैन्जिस इन लाईफ एंड लैट गो दी थिंग्स वी कैन नैवर हैव अगेन। ही विल लर्न टू मूब औन इन लाईफ डिस्पाइट ऑव हैविंग लौसिज़ एज़ एवरीवन हैज़ टू एक्सपीरीअंस दिस इन हिज़ लाईफ। इट कैन बी ए लौस ऑव समथिंग और समवन। बट लाईफ गोज़ औन। दिस इज़ ए हार्श रीअलिटी दैट लौस्ट थिंग्स नैवर कम वैक सो वी हैव टू बी स्ट्रोंग टू एक्सेप्ट दिस टुथ ऑव लाईफ।) कवि कहता है कि वह लड़का अब जिन्दगी का असली मतलब सीखेगा। वह जिन्दगी में आने वाले बदलाव को स्वीकार करना सीखेगा, और जिस वस्तु को हम दोबारा पा नहीं सकते, उसका गम नहीं करेगा। अगर जिन्दगी में कुछ क्षति हो रही है तो भी वह आगे बढ़ना सीखेगा क्योंकि सबको जिन्दगी में इसका अनुभव करना पड़ता है। फिर चाहे वह किसी वस्तु का नुकसान हो या किसी रिश्ते का। पर जिन्दगी चलती रहती है। यह जिन्दगी की कड़वी हकीकत है कि हम जिसको खो देते हैं उसे दोबारा पा नहीं सकते इसलिए हमें जिन्दगी की इस सच्चाई को वहादुरी से स्वीकार करना चाहिए।

6. Have you ever lost something you liked very much ? Write a paragraph describing how You felt then, and saying whether–and how you got over your loss. (हैव यू एवर लौस्ट समथिंग यू लाईक्ड वैरी मच ? राईट ए पराग्राफ डिसक्राइबिंग हाउ यू फैल्ट देन, एंड सेइंग वैदर-एंड हाउ-यू गौर ओवर योर लौस।) क्या आपको कोई घिय वस्तु कभी खोयी है ? आपको कैसा महसूस हुआ उसका वर्णन कीजिए और आप कैसे उस क्षति से उबर पाये, लिखिए।
Ans. Yes, I have lost many things like any other child. My father is in army, so I get the chance to stay at different places. One thing I don’t like is, I lose my friends and my school. My father was once shifted to Delhi, so for my better education, first time I had to leave my village. The green fields, ponds cows were part of my life there. Coming to Delhi. I missed my golden days spent in village. I will never be able to live there again. But now I understood that getting and losing things is the law of nature. Everyone has to more ahead forgetting the losses. This is what life is all about. Life teaches us a lesson. We have to leam to take gains and losses all our life. I take a little time to adjust but gradually I overcome my los (बैंस, आई हैवलौस्ट मैनी थिंग्स लाईक एनी अदर चाइल्ड। माई फादर इज इन आमी,सो आईगेट द चांस टू स्टे एट डिफरर प्लेसेस। वन थिंग आई डोर लाईक इज़, आई लूज माई फ्रेन्ड्स एंड माई स्कूल । माई फादर वौज़ वन्स शिफ्टेड टू डेल्ही सो, फौर माई बैटर एजूकेशन, फस्ट टाईम आई हैड टू लोव माई विलिज। दी ग्रीन फील्ड्स, पौन्ड्स, काओज़ वर पार्ट ऑव माई लाईफ दैर। कामिंग टू डेल्ही, आई मिस्ड माई गोल्डेन डेज स्पेन्ट इन विलिज। आई विल नैवर बी ऐबल टू लिव दैर अगेन। बट नाउ आई अंडरस्टुड दैट गैटिंग एंड लूजिंग थिंग्स इज़ दी लौ आँव नेचर। एवरीवन हैज़ टू मूव अहेड फोरगेटिंग दो लोसेस। दिस इज़ व्हाट लाईफ इज़ औल अबाउट। लाईफ टोचेज़ अस ए लैसन। वी हेव टू लर्न टू टेक गेन्ज़ एंड लौसेस औल आउर लाईफ आई टेक ए लिटिल टाईम टू एडजस्ट बट ग्रेजुअलो आई ओवरकम माई लोस) जी हाँ, मैंने भी दूसरे बच्चों की तरह बहुत सी वस्तुएँ खोई हैं। मेरे पिता सेना में हैं, इसलिए मुझे अलग-अलग जगहों पर रहने का मौका मिलता है। एक बात जो मुझे अच्छी नहीं लगती, वह ये है कि मेरे मित्र और मेरा स्कूल छूट जाता है। एक बार मेरे पिता का तबादला देहली हो गया तो अच्छी शिक्षा के लिए पहली बार मुझे गाँव छोड़ना पड़ा। हरे- खेत, तालाब, गाय मेरी जिन्दगी का एक हिस्सा बन चुके थे। देहली आने के बाद मुझे गाँव में बिताये अपने स्वर्णिम दिन याद आते थे। अब मैं वहाँ कभी भी नहीं जा पाऊँगा। पर अब मैं समझ गया हूँ कि पाना और खोना प्रकृति का नियम है। अपने नुकसान/क्षति को भूलकर आगे बढ़ना पड़ता है। यही जिन्दगी है। जिन्दगी हमें सबक सिखाती है। हमें लाभ और हानि को पूरी जिन्दगी सीखना पड़ता है। मैं सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लेता हूँ, पर धीरे-धीरे अपने नुकसान से उबर जाता हूँ।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*